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1. उस पहाड़ी की अवस्थिति को चिह्नित कीजिये जो हाल ही में जैन समुदाय के विरोध के कारण खबरों में थी और इसका नाम 23वें जैन तीर्थंकर के नाम पर रखा गया है।
उत्तर : पारसनाथ पहाड़ी। जैन समुदाय हाल ही में दो पवित्र स्थलों - झारखंड में पारसनाथ पहाड़ी पर सम्मेद शिखर और गुजरात के पालीताणा/पालीताना में शत्रुंजय पहाड़ी से संबंधित मांगों को लेकर विरोध कर रहा था। पारसनाथ पहाड़ियाँ झारखंड के गिरिडीह ज़िले में स्थित पहाड़ियों की एक शृंखला है। यह जैन धर्म के अनुयायियों के लिये सबसे महत्त्वपूर्ण तीर्थस्थलों में से एक है। वे इसे सम्मेद शिखर कहते हैं। पहाड़ी का नाम 23वें तीर्थंकर पारसनाथ के नाम पर रखा गया है। 24 में से 20 जैन तीर्थंकरों ने इस पहाड़ी पर मोक्ष प्राप्त किया और उनमें से प्रत्येक के लिये पहाड़ी पर एक मंदिर (गुमती या तुक) है।
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2. पश्चिमी घाट के उस भू-दृश्य की पहचान कीजिये जो विश्व में अन्य किसी स्थान की तुलना में लुप्तप्राय एशियाई हाथियों की सबसे बड़ी आबादी को आश्रय प्रदान करता है।
उत्तर : ब्रह्मगिरी-नीलगिरी भू-दृश्य/लैंडस्केप। पश्चिमी घाट एशियाई हाथियों की वैश्विक आबादी के 25% सहित बड़े स्तनधारियों के शानदार संयोजन के लिये जाना जाता है। पश्चिमी घाट में चार प्रमुख परिदृश्य/भू-दृश्य हैं: (1) उत्तर कन्नड़, (2) ब्रह्मगिरि-नीलगिरी, (3) अन्नामलाई-नेल्लियामपति-हाई रेंज और (4) पेरियार-अगस्त्यमलाई। दूसरा भू-दृश्य (ब्रह्मगिरी-नीलगिरी) पश्चिमी घाट में हाथियों की कुल आबादी के 50% से अधिक तथा पूर्वी घाट हाथी परिदृश्य से अपनी निकटता के साथ यह एशियाई हाथियों की सबसे बड़ी वैश्विक आबादी को आश्रय प्रदान करता है।
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3. भारत के उस राज्य को चिह्नित कीजिये जिसने हाल ही में स्कूलों में सामाजिक एवं भावनात्मक शिक्षा को प्रोत्साहित करने हेतु एक अनूठी पहल सहर्ष योजना शुरू की है।
उत्तर : त्रिपुरा। त्रिपुरा राज्य सरकार ने सामाजिक एवं भावनात्मक शिक्षा को प्रोत्साहित करने के प्रयास में एक विशेष शिक्षा कार्यक्रम - 'सहर्ष' की शुरुआत की है। अगस्त 2022 में इस योजना को 40 स्कूलों में पायलट मोड में शुरू किया गया था, अब इसे सभी सरकारी स्कूलों तथा राज्य के सहायता प्राप्त स्कूलों में लागू किया जाएगा। इसका उद्देश्य बच्चों को प्रसन्नता के साथ सीखने में सशक्त बनाना है। वर्तमान में प्रदर्शन ग्रेडिंग सूचकांक में त्रिपुरा को ग्रेड-I श्रेणी में रैंक प्राप्त है।
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4. असम के एकमात्र रामसर स्थल की पहचान कीजिये।
उत्तर : दीपोर बील। हाल ही में असम वन विभाग ने असम में एकमात्र रामसर साइट दीपोर बील वेटलैंड में पक्षी प्रजाति गणना अभ्यास आयोजित किया। दीपोर बील असम में मीठे पानी की सबसे बड़ी झीलों में से एक है और बर्ड लाइफ इंटरनेशनल द्वारा चिह्नित एक महत्त्वपूर्ण पक्षी क्षेत्र है। नवंबर, 2002 में इसे रामसर साइट के रूप में नामित किया गया था। यह गुवाहाटी शहर, असम के दक्षिण-पश्चिम की ओर स्थित है और ब्रह्मपुत्र नदी का पूर्ववर्ती जल चैनल है।
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5. उस शहर का पता लगाएँ को चिह्नित कीजिये जहाँ विश्व की सबसे लंबी रिवर क्रूज़, एमवी गंगा विलास को हाल ही में झंडी दिखाकर रवाना किया गया था।
उत्तर : वाराणसी। हाल ही में भारत के प्रधानमंत्री ने वाराणसी में विश्व की सबसे लंबी रिवर क्रूज़, एमवी गंगा विलास को झंडी दिखाकर रवाना किया। क्रूज का प्रबंधन निजी ऑपरेटरों, भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (IWAI) (पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय- MoPSW के तहत) द्वारा किया जाएगा। यह महाबोधि मंदिर, हज़ारदुआरी पैलेस, कटरा मस्जिद, बोधगया, चंदननगर चर्च, चार बांग्ला मंदिर और अन्य सहित गंगा नदी के तट पर चालीस ऐतिहासिक स्थलों से होते हुए गुज़रेगा।