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1. हाल ही में चर्चा में रही विष्णुगाड पीपलकोटी जलविद्युत परियोजना की अवस्थिति को चिह्नित कीजिये:
उत्तर : चमोली, उत्तराखंड। विष्णुगाड पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना (VPHEP) उत्तराखंड राज्य के चमोली ज़िले में स्थित है। इस परियोजना के तहत अलकनंदा नदी में एक छोटा जलाशय बनाने के लिये चमोली ज़िले के हेलंग गाँव के पास 65 मीटर का डायवर्जन बांध बनाया जाएगा। 444-मेगावाट क्षमता वाले VPHEP का निर्माण टिहरी हाइड्रोपावर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन द्वारा किया जा रहा है, जो आंशिक रूप से केंद्र के स्वामित्व वाला उद्यम है। विश्व बैंक इस निर्माणाधीन बाँध से होने वाली पर्यवरणीय क्षति की जाँच करने के लिये सहमत हो गया है।
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2. बिजली उत्पन्न करने वाली भारत की पहली भूतापीय ऊर्जा परियोजना की अवस्थित ज्ञात कीजिये:
उत्तर : पुगा घाटी, लद्दाख। भारत की पहली भूतापीय ऊर्जा परियोजना लद्दाख में पुगा घाटी में स्थित है। पुगा घाटी साल्ट लेक घाटी से लगभग 22 किमी दूर लद्दाख के दक्षिण-पूर्वी भाग में चांगथांग घाटी में स्थित है। ONGC ने परियोजना के लिये अपना पहला कुआँ खोदना शुरू कर दिया है और प्रति घंटे 100 टन भू-तापीय ऊर्जा की निर्वहन दर के साथ 100 डिग्री सेल्सियस पर उच्च दबाव वाली भाप प्राप्त हुई है, जिसे परियोजना के लिये एक अच्छा संकेत माना जा रहा है।
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3. हाल ही में यह पता चला है कि भारत का एक राष्ट्रीय उद्यान, जिसमें भारत का दूसरा सबसे बड़ा मैंग्रोव वन है और यह स्वयं एक रामसर साइट भी है, ब्राह्मणी नदी बेसिन से मीठे पानी के नियोजित मार्ग परिवर्तन के कारण गंभीर खतरे में है। राष्ट्रीय उद्यान की अवस्थिति को चिह्नित करें।
उत्तर : भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान, केंद्रापाड़ा, ओडिशा । भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान में भारत का दूसरा सबसे बड़ा मैंग्रोव वन है और यह रामसर स्थल भी है। इसे वर्ष 1988 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था। यह ब्राह्मणी, बैतरणी, धामरा और महानदी नदी प्रणालियों के मुहाने पर स्थित है। यह ओडिशा के केंद्रपाड़ा ज़िले में स्थित है। यह ओडिशा के बेहतरीन जैव विविधता वाले हॉटस्पॉट में से एक है और अपने मैंग्रोव, प्रवासी पक्षियों, कछुओं, खारे पानी के मगरमच्छों तथा अनगिनत नदिकाओं के लिये प्रसिद्ध है।
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4. भारत की पहली वाणिज्यिक अंतरिक्ष स्थितिजन्य जागरूकता (SSA) वेधशाला कहाँ स्थापित की जाएगी?
उत्तर : गढ़वाल, उत्तराखंड। भारत की पहली वाणिज्यिक अंतरिक्ष स्थितिजन्य जागरूकता (Space Situational Awareness- SSA) वेधशाला उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में स्थापित की जाएगी। वेधशाला की स्थापना बंगलूरु स्थित अंतरिक्ष क्षेत्र के स्टार्ट-अप दिगंतारा (Digantara) द्वारा की जाएगी। इसे वैश्विक अंतरिक्ष यातायात प्रबंधन संचालन की सेवा के लिये रणनीतिक रूप से तैनात किया जाएगा। यह अंतरिक्ष में किसी भी गतिविधि पर नज़र रखने में सहायता करेगा जिसमें अंतरिक्ष मलबे और क्षेत्र के ऊपर मंडराने वाले सैन्य उपग्रह शामिल हैं।
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5. भारत में सबसे अधिक पवन ऊर्जा उत्पादन वाले राज्य को चिह्नित करें?
उत्तर : तमिलनाडु। तमिलनाडु पवन ऊर्जा का सबसे अधिक उत्पादन करने वाला राज्य है जिसने वर्ष 2019 में 9,075 मेगावाट पवन ऊर्जा का उत्पादन किया। राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान (चेन्नई स्थित) द्वारा यह पाया गया है कि एक स्थिर, सतत् एवं तीव्र हवा के प्रवाह के मामले में पश्चिमी राज्यों में गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक से तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश तक बड़ी क्षमता है।