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1. भारत के सबसे बड़े फ्लोटिंग सोलर प्लांट की अवस्थिति को दर्शाइये जिसका संचालन हाल ही में शुरू किया गया है:
उत्तर : रामागुंडम, पेद्दापल्ली ज़िला, तेलंगाना। हाल ही में 100 मेगावाट की रामागुंडम फ्लोटिंग सोलर पीवी प्रोजेक्ट अर्थात् तैरती सौर ऊर्जा परियोजना के वाणिज्यिक संचालन की अंतिम 20 मेगावाट की घोषणा की गई है। इसके साथ ही तेलंगाना में 100 मेगावाट की रामागुंडम फ्लोटिंग सोलर पीवी परियोजना को 1 जुलाई, 2022 से चालू घोषित किया गया है। यह भारत में अपनी तरह की सबसे बड़ी परियोजना है। ये फोटोवोल्टिक (Photovoltaic-PV) मॉड्यूल होते हैं जो प्लेटफाॅर्मों पर लगे होते हैं तथा जलाशयों, झीलों पर तैरते हैं जहाँ की स्थितियाँ समुद्र और महासागर जैसी होती हैं। इन प्लेटफॅार्मों को आमतौर पर तालाबों, झीलों या जलाशयों जैसे पानी के शांत निकायों पर लगाया जाता है। इन सोलर पैनल का निर्माण अपेक्षाकृत जल्दी होता है और इन्हें स्थापित करने के लिये भूमि को समतल करने या वनस्पति को हटाने की आवश्यकता नहीं होती है।
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2. चेनकुरिंजी (ग्लूटा ट्रैवनकोरिका) एक ऐसी प्रजाति है जो एक बायोस्फीयर रिज़र्व के लिये स्थानिक है। उस बायोस्फीयर रिज़र्व की अवस्थिति ज्ञात कीजिये:
उत्तर : अगस्त्यमाला बायोस्फीयर रिज़र्व, केरल और तमिलनाडु। चेनकुरिंजी (ग्लूटा ट्रैवनकोरिका- Gluta travancorica) अगस्त्यमाला बायोस्फीयर रिज़र्व के लिये एक स्थानिक प्रजाति है, यह शेंतुरुणी वन्यजीव अभयारण्य (Shendurney Wildlife Sanctuary) के नाम से प्रेरित है। वर्ष 2001 में स्थापित, अगस्त्यमाला बायोस्फीयर रिज़र्व भारत के केरल और तमिलनाडु राज्यों में फैला हुआ है। यह भारत के पश्चिमी घाट के सबसे दक्षिणी छोर में स्थित है। ग्लूटा ट्रैवनकोरिका में जनवरी महीने में फूल आते हैं, लेकिन इस प्रजाति ने हाल ही में जलवायु परिवर्तन के कारण इस प्रक्रिया का विस्तार की प्रवृत्ति प्रदर्शित की है। इसका उपयोग निम्न रक्तचाप और गठिया के इलाज के लिये किया जाता है।
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3. राष्ट्रीय स्मारक प्राधिकरण (NMA) ने 1500 भील आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान में एक पहाड़ी की चोटी को राष्ट्रीय स्मारक के रूप में नामित किया। उस चोटी की अवस्थिति को दर्शाइये:
उत्तर : मानगढ़ पहाड़ी की चोटी, राजस्थान। राष्ट्रीय स्मारक प्राधिकरण (NMA) की एक रिपोर्ट में राजस्थान में मानगढ़ पहाड़ी की चोटी को 1500 भील आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान में राष्ट्रीय स्मारक के रूप में नामित करने की घोषणा की गई है। राष्ट्रीय प्राचीन स्मारकों को प्राचीन स्मारक, पुरातत्त्व स्थल और अवशेष अधिनियम, 1958 के तहत परिभाषित किया गया है। केंद्र सरकार स्मारकों के रख-रखाव, संरक्षण और प्रचार-प्रसार के लिये अधिकृत है।
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4. उस बंदरगाह को चिह्नित कीजिये जो शत-प्रतिशत लैंडलॉर्ड मॉडल वाला भारत का पहला प्रमुख बंदरगाह बन गया है, जिसमें सभी बर्थ सार्वजनिक-निजी भागीदारी मॉडल पर संचालित हो रहे हैं:
उत्तर : जवाहरलाल नेहरु बंदरगाह, महाराष्ट्र। जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह भारत का शत-प्रतिशत लैंडलॉर्ड मॉडल वाला पहला प्रमुख बंदरगाह बन गया है, जिसमें सभी बर्थ सार्वजनिक-निजी भागीदारी मॉडल पर संचालित हो रहे हैं। इस मॉडल में सार्वजनिक रूप से शासित बंदरगाह प्राधिकरण एक नियामक निकाय और एक लैंडलॉर्ड के रूप में कार्य करता है, जबकि निजी कंपनियाँ बंदरगाह का संचालन करती हैं जिसमें मुख्य रूप से कार्गो-हैंडलिंग गतिविधियाँ शामिल हैं। यह बंदरगाह महाराष्ट्र के पश्चिमी तट पर ठाणे क्रीक में स्थित है।
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5. भारत की उस एक आर्द्रभूमि की अवस्थिति को चिह्नित कीजिये जिसे हाल ही में रामसर स्थलों की सूची में शामिल किया गया था और यह भारत-बर्मा जैव विविधता हॉटस्पॉट के अंतर्गत आती है:
उत्तर : पाला आर्द्रभूमि मिज़ोरम। पाला आर्द्रभूमि की भौगोलिक स्थिति इंडो-बर्मा जैवविविधता हॉटस्पॉट के अंतर्गत आती है इसलिये यह जानवरों और पौधों की प्रजातियों में समृद्ध है। झील पलक वन्यजीव अभयारण्य का एक प्रमुख घटक है और यह अभयारण्य की प्रमुख जैवविविधता का समर्थन करती है। यह जानवरों, पक्षियों और सरीसृपों की एक विस्तृत शृंखला को आश्रय प्रदान करती है।