पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी (मई-2024) | 18 Apr 2024
प्रश्न 1.नाइट्रोजन आधारित उर्वरकों के बढ़ते उपयोग ने पर्यावरण प्रदूषण में उल्लेखनीय योगदान दिया है। भारत में नाइट्रोजन प्रदूषण के मुख्य कारणों, विभिन्न पारिस्थितिक प्रणालियों पर इसके प्रभाव और इस समस्या को कम करने के उपायों पर चर्चा कीजिये।
प्रश्न 2.नगालैंड में संविधान के अनुच्छेद 371A के तहत प्रदत्त सुरक्षा उपायों के कारण कोयला खनन के लिये विनियमों को लागू करना अत्यधिक जटिल हो गया है। नगालैंड के आर्थिक विकास को सुनिश्चित करने के साथ-साथ स्थानीय मुद्दों को संबोधिात करने व एक वहनीय एवं उत्तरदायी कोयला खनन व्यवस्था की स्थापना हेतु संभावित समाधान सुझाएँ।
प्रश्न 3.चर्चा करें कि किस प्रकार सामाजिक असमानता भारत पर जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को बढ़ा देती है, साथ ही समावेशी और सतत् विकास प्राप्त करने के लिये संभावित नीतिगत उपायों का सुझाव दीजिये।
प्रश्न 4.वैश्विक स्तर पर जलवायु परिवर्तन और वैश्विक तापन में वृद्धि के कारण विकासशील देशों पर पड़ने वाले प्रभावों की समीक्षा करते हुए इससे निपटने हेतु साझा वैश्विक प्रयासों की आवश्यकता पर चर्चा कीजिये।
प्रश्न 5.अपशिष्ट प्रबंधन के क्षेत्र में बिहार सरकार की ‘निम्न कार्बन कार्य योजना’ का संक्षिप्त परिचय देते हुए वर्ष 2070 तक भारत के नेट ज़ीरो उत्सर्जन लक्ष्य को प्राप्त करने में स्थानीय सरकारों के प्रयासों की भूमिका पर चर्चा कीजिये।