प्रारंभिक परीक्षा
विश्व आर्द्रभूमि दिवस 2025
- 03 Feb 2025
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स्रोत: पी.आई.बी.
केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (MoEFCC) ने 2 फरवरी 2025 को पार्वती अरगा रामसर साइट, गोंडा, उत्तर प्रदेश (UP) में विश्व आर्द्रभूमि दिवस 2025 समारोह का आयोजन किया।
विश्व आर्द्रभूमि दिवस 2025 के संबंध में मुख्य तथ्य क्या हैं?
- परिचय: यह दिवस आर्द्रभूमि के महत्त्व के संदर्भ में जागरूकता बढ़ाने के लिये प्रतिवर्ष मनाया जाता है और यह वर्ष 1971 में ईरान के रामसर में आर्द्रभूमि पर रामसर कन्वेंशन को अपनाए जाने को विस्मृत कराता है।
- वर्ष 2025 का विषय: हमारे साझा भविष्य के लिये आर्द्रभूमि की रक्षा।
- नवीन रामसर स्थल: झारखंड में उधवा झील, तमिलनाडु में तीरतंगल और सक्काराकोट्टई और सिक्किम में खेचियोपलरी को रामसर स्थलों की सूची में शामिल किया गया है।
- ये सिक्किम और झारखंड के पहले रामसर स्थल हैं।
- इसके साथ ही भारत में रामसर स्थलों (अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व की आद्रभूमि) की संख्या बढ़कर 89 हो गई।
- तमिलनाडु में सबसे अधिक संख्या में रामसर स्थल (20 स्थल) हैं, जिसके बाद उत्तर प्रदेश (10 स्थल) का स्थान है।
- नवीन कॉरिडोर: सरकार ने घोषणा की कि उत्तर प्रदेश में अयोध्या और देवी पाटन के बीच एक नया प्रकृति-संस्कृति पर्यटन कॉरिडोर विकसित किया जाएगा।
- अमृत धरोहर पहल: अमृत धरोहर को जून 2023 में रामसर स्थलों के संरक्षण के लिये लॉन्च किया गया था, जो चार प्रमुख घटकों अर्थात प्रजाति और आवास संरक्षण, प्रकृति पर्यटन, आर्द्रभूमि आजीविका और आर्द्रभूमि कार्बन पर केंद्रित है।
- खतरा: आर्द्रभूमि के लिये सबसे बड़ा खतरा औद्योगिक और मानवीय अपशिष्टों से जनित प्रदूषण है, जिससे इन पारिस्थितिक तंत्रों का नाश होता है।
पार्वती अरगा रामसर साइट से संबंधित मुख्य तथ्य क्या हैं?
- परिचय: यह चिरस्थाई रूप से अलवणीय जल क्षेत्र है, जिसमें दो गोखुर झीलें यानि पार्वती और अरगा शामिल हैं, जो वर्षा आश्रित हैं और तराई क्षेत्र (गंगा के मैदान) में स्थित हैं।
- इसके निकटवर्ती टिकरी वन को भी इको-पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है।
- गोखुर अथवा ऑक्सबो झीलें U आकार की झीलें होती हैं, जिनका निर्माण किसी नदी के घुमावदार मार्ग के कटने पर होता है, जिससे एक अलग जल क्षेत्र का निर्माण होता है।
- पारिस्थितिक महत्त्व: यह गंभीर रूप से संकटापन्न व्हाइट टेल्ड गिद्ध, भारतीय गिद्ध और संकटापन्न मिस्र के गिद्ध पाए जाते हैं।
- यूरेशियन कूट्स, मैलार्ड्स, ग्रेलैग गीज़, नॉर्दर्न पिनटेल्स और रेड-क्रेस्टेड पोचर्ड्स जैसे प्रवासी पक्षी शीत ऋतु के दौरान यहाँ आते हैं।
- आक्रामक प्रजातियाँ: इसे आक्रामक प्रजातियों, विशेष रूप से सामान्य जलकुंभी (Water Hyacinth) से खतरा है।
- सांस्कृतिक स्थल: यह क्षेत्र महर्षि पतंजलि और गोस्वामी तुलसीदास की जन्मस्थली है, जिससे धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा मिलता है।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्नप्रिलिम्स:प्रश्न. यदि अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व के एक आर्द्रभूमि को 'मोंट्रेक्स रिकॉर्ड' के अंतर्गत लाया जाता है, तो इसका क्या अर्थ है? (2014) (A) मानवीय हस्तक्षेप के परिणामस्वरूप आर्द्रभूमि के पारिस्थितिक स्वरूप में परिवर्तन हुआ है, हो रहा है या होने की संभावना है। उत्तर: (A) |