विश्व गौरैया दिवस | 22 Mar 2025

स्रोत: पी.आई.बी.

विश्व गौरैया दिवस 20 मार्च को मनाया जाता है और इसका उद्देश्य गौरैया की संख्या में होनी वाली कमी के प्रति जागरूकता बढ़ाना है तथा इसके अंतर्गत पारिस्थितिक संतुलन के उद्देश्य से इन महत्त्वपूर्ण पक्षियों को संरक्षित करने की आवश्यकता पर बल दिया जाता है।

  • विश्व गौरैया दिवस: इसकी शुरुआत वर्ष 2010 में "नेचर फॉरएवर" (पक्षी संरक्षण संगठन) द्वारा की गई थी और यह 50 से अधिक देशों में मनाया जाता है।
    • घरेलू गौरैया दिल्ली और बिहार का राजकीय पक्षी है, जो इस आयोजन के वैश्विक महत्त्व को बढ़ाता है।
  • वर्ष 2025 का विषय: "ट्रिब्यूट टू नेचर्स टाइनी मेसेंजर्स"।
  • गौरैया संबंधी मुख्य तथ्य: गौरैया बीजों का परिक्षेपण कर जैवविविधता में सहायता करती है, लेकिन पर्यावास ह्रास, नगरीकरण और कृषि में बदलाव के कारण उनकी संख्या घट रही है। इनके संरक्षण प्रयास नगरीय हरियाली और कृषि संबंधी प्रथाओं पर केंद्रित हैं।
    • हाउस स्पैरो (Passer domesticus), पासरिफॉर्मेस ऑर्डर और पासरिडे कुल का हिस्सा है, जिसे IUCN रेड लिस्ट में अल्पतम चिंताजनक के रूप में सूचीबद्ध किया गया है। यह एक सामाजिक प्रजाति है, जो 8 से 10 के समूहों में पाई जाती है, जो एक दूसरे के साथ संपर्क करने के लिये चहचहाने और चीं चीं की आवाज़ का उपयोग करती है।

Sparrows_in_India Sparrow

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