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वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट 2025

  • 24 Mar 2025
  • 3 min read

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस

ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के वेलबींग रिसर्च सेंटर ने गैलप, संयुक्त राष्ट्र सतत् विकास समाधान नेटवर्क (UNSDSN) के साथ साझेदारी में वर्ल्ड हैप्पीनेस डे (20 मार्च) पर वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट (WHR) 2025 जारी की।

WHR 2025 की मुख्य विशेषताएँ:

  • सबसे खुशहाल देश: फिनलैंड (लगातार 8वें वर्ष), उसके बाद डेनमार्क, आइसलैंड और स्वीडन
  • भारत की रैंकिंग: 118वीं (2025), वर्ष 2024 में 126वीं
    • दक्षिण एशियाई देशों की रैंकिंग: नेपाल (92वाँ), पाकिस्तान (109वाँ), म्याँमार (126वाँ), श्रीलंका (133वाँ), बांग्लादेश (134वाँ)।
  • सबसे निम्नतम प्रदर्शन: अफगानिस्तान (147वाँ) (लगातार चौथे वर्ष)। अन्य में सिएरा लियोन (146वाँ), लेबनान (145वाँ), मलावी (144वाँ) और ज़िम्बाब्वे (143वाँ) शामिल हैं।

WHR की क्रियाविधि:

  • यह रैंकिंग लोगों के जीवन मूल्यांकन के 3-वर्षीय औसत पर आधारित है, जिसमें प्रतिक्रियादाता अपने वर्तमान जीवन को 0 से 10 के पैमाने पर रेट करते हैं। 
  • इसके अंतर्गत हैप्पीनेस का स्कोर 6 प्रमुख संकेतकों के आधार पर निर्धारित किया जाता है: प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद, सामाजिक समर्थन, स्वस्थ जीवन प्रत्याशा, स्वतंत्रता, उदारता और भ्रष्टाचार की धारणा
  • हैप्पीनेस के निर्धारक: विश्वास, सामाजिक संबंध, शेयर्ड मील और सामुदायिक दयालुता जैसे कारकों की खुशी में अहम भूमिका है, जो सामान्यतः धन से भी अधिक महत्त्वपूर्ण होती है।

वर्ल्ड हैप्पीनेस डे: 

  • शुरुआत और पहल: इसकी पहल भूटान द्वारा की गई, जिसने 1970 के दशक से ही ग्रॉस नेशनल हैप्पीनेस (GNH) को GDP से अधिक प्राथमिकता दी है।
  • संयुक्त राष्ट्र मान्यता: जुलाई 2012 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 20 मार्च को वर्ल्ड हैप्पीनेस डे के रूप में मनाने का निर्णय अंगीकृत किया गया।
  • वर्ष 2025 थीम: "केयरिंग एंड शेयरिंग"

और पढ़ें: वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट 2023 

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