रैपिड फायर
विश्व ब्रेल दिवस 2025
- 07 Jan 2025
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स्रोत: द हिंदू
4 जनवरी को मनाया जाने वाला विश्व ब्रेल दिवस, लुई ब्रेल के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। ब्रेल लिपि एक स्पर्शनीय कोड है जो नेत्रहीन और दृष्टिबाधित व्यक्तियों को लिखित जानकारी तक पहुँचने में सक्षम बनाता है।
- लुई ब्रेल: लुई ब्रेल (1809-1852) का जन्म फ्राँस में हुआ था और तीन वर्ष की आयु में ही उनकी दृष्टि चली गयी थी।
- दस वर्ष की आयु में उन्हें पेरिस में रॉयल इंस्टीट्यूट फॉर ब्लाइंड यूथ में छात्रवृत्ति मिली, जहाँ उन्होंने एक सेना के कप्तान की "नाइट राइटिंग" प्रणाली से प्रेरित होकर ब्रेल प्रणाली विकसित की।
- वर्ष 1815 में चार्ल्स बार्बियर डे ला सेरे द्वारा निर्मित "नाइट राइटिंग" प्रणाली में 12 उभरे हुए बिंदुओं का प्रयोग किया गया था और इसे सैनिकों के लिये अंधेरे में गुप्त संवाद करने हेतु डिजाइन किया गया था।
- दस वर्ष की आयु में उन्हें पेरिस में रॉयल इंस्टीट्यूट फॉर ब्लाइंड यूथ में छात्रवृत्ति मिली, जहाँ उन्होंने एक सेना के कप्तान की "नाइट राइटिंग" प्रणाली से प्रेरित होकर ब्रेल प्रणाली विकसित की।
- ब्रेल प्रणाली: इसमें 3×2 मैट्रिक्स में 6 उभरे हुए बिंदुओं का उपयोग कर वर्ण बनाए जाते हैं, जिन्हें उनकी व्यवस्था द्वारा पहचाना जा सकता है।
- ब्रेल लिपि को विभिन्न उपकरणों से लिखा जा सकता है, जिनमें स्लेट, ब्रेल राइटर और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण शामिल हैं।
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ध्वनि और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) प्रौद्योगिकी के विकास के बावजूद, ब्रेल लिपि अभी भी स्वतंत्रता के लिये आवश्यक है, विशेष रूप से उन लोगों के लिये जो जन्म से नेत्रहीन हैं।
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