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सबसे कम दूरी की वायु रक्षा प्रणाली

  • 07 Feb 2025
  • 2 min read

स्रोत: द हिंदू

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने ओडिशा तट से सबसे कम दूरी की वायु रक्षा प्रणाली (VSHORADS) के लगातार तीन उड़ान का सफलतापूर्वक परीक्षण किया।

  • VSHORADS: यह एक मानव-पोर्टेबल प्रणाली है जिसे अनुसंधान केंद्र द्वारा अन्य DRDO प्रयोगशालाओं के सहयोग से विकसित किया गया है।
    • इसका वजन हल्का, अधिकतम सीमा 8 किमी तथा यह 4.5 किमी तक की ऊँचाई पर स्थित लक्ष्यों पर निशाना लगा सकता है।
    • इस प्रणाली में बहुत कम ऊँचाई और उच्च गति पर उड़ने वाले ड्रोन सहित हवाई खतरों को ध्वस्त करने की क्षमता है।
    • इसे भारतीय सशस्त्र बलों की तीनों शाखाओं: सेना, नौसेना और वायु सेना की ज़रूरतों को पूरा करने के लिये डिज़ाइन किया गया है।
    • VSHORADS मिसाइल में उन्नत प्रौद्योगिकियाँ शामिल हैं, जैसे लघु प्रतिक्रिया नियंत्रण प्रणाली (miniaturized Reaction Control System- RCS) और इंटीग्रेटेड एवियोनिक्स (मिसाइल नियंत्रण और नेविगेशन), जिनका कम ऊँचाई वाले हवाई खतरों को ध्वस्त करने के लिये सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया है।
  • महत्व: VSHORADS प्रणाली एक महत्वपूर्ण वायु रक्षा उपकरण है, जो युद्ध के परिदृश्यों में हवाई खतरों के विरुद्ध सुरक्षा प्रदान करता है।
    • यह ड्रोन और अन्य घूमने वाले हथियारों के उभरते खतरे से निपटने में विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जिनका आधुनिक युद्ध में तेजी से उपयोग किया जा रहा है।

और पढ़ें: बहुत कम दूरी की वायु रक्षा प्रणाली (VSHORADS)

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