भारत का पहला सकल पर्यावरण उत्पाद लॉन्च | 21 Aug 2024
स्रोत: टाइम्स ऑफ इंडिया
हाल ही में उत्तराखंड देश का पहला राज्य बन गया है जिसने वायु, जल, वन और मिट्टी सहित अपने प्राकृतिक संसाधनों को मौद्रिक मूल्य प्रदान किया है और इसे (Gross Environment Product- GEP) नाम दिया है।
GEP के बारे में:
- यह ग्रीन GDP का एक घटक है। इसे पारिस्थितिकी तंत्र में योगदान देने वाले उत्पादों और सेवाओं के मूल्य के रूप में माना जाता है। यह सतत मानव कल्याण, आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए प्रावधान करता है, जिसमें विनियमन और सांस्कृतिक पारिस्थितिकी तंत्र सेवाएँ शामिल हैं।
- ग्रीन GDP आर्थिक विकास का एक संकेतक है, जो मानक GDP के साथ-साथ जैव विविधता ह्रास और जलवायु परिवर्तन लागत जैसे पर्यावरणीय पहलुओं को भी ध्यान में रखता है।
- GEP सूचकांक में मानव निर्मित सकल पर्यावरण उत्पाद संरक्षण (जैसे, अमृत सरोवर) को वर्षा जैसी प्राकृतिक प्रक्रियाओं से अलग रखा गया है।
- GEP सूचकांक 2020-2022 के तुलनात्मक आँकड़ों को दर्शाता है और निर्मित पर्यावरणीय उत्पादों में 0.9% की वृद्धि दर्शाता है।
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