अमेरिका द्वारा क्षेत्रीय अधिग्रहण और ग्रीनलैंड में रुचि | 25 Dec 2024

स्रोत: डाउन टू अर्थ

अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में ग्रीनलैंड को खरीदने में रुचि व्यक्त की है, जो आर्कटिक जैसे रणनीतिक रूप से महत्त्वपूर्ण क्षेत्रों में अमेरिका की मौजूदा महत्त्वाकाँक्षाओं को उजागर करता है। 

  • यह कदम अमेरिका द्वारा क्षेत्रीय अधिग्रहण के दीर्घकालिक इतिहास को दर्शाता है, जो वैश्विक शक्ति के रूप में उसके विकास की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण है।

अमेरिका द्वारा क्षेत्रीय अधिग्रहण:

  • लुइसियाना (1803): अमेरिका ने 15 मिलियन अमेरिकी डॉलर में फ्राँस से 828,000 वर्ग मील भूमि का अधिग्रहण किया, जिससे उसका आकार दोगुना हो गया तथा मिसिसिपी नदी पर नियंत्रण प्राप्त हुआ।
  • गैड्सडेन (1853): दक्षिणी अंतर-महाद्वीपीय रेलमार्ग की सुविधा हेतु एरिज़ोना तथा न्यू मैक्सिको में 30,000 वर्ग मील का क्षेत्र खरीदा गया।
  • अलास्का (1867): अमेरिका ने रूस से 7.2 मिलियन अमेरिकी डॉलर में लगभग 600,000 वर्ग मील ज़मीन खरीदी।
    • शुरुआत में इसे कम तात्कालिक मूल्य वाले एक रणनीतिक अधिग्रहण के रूप में देखा गया, लेकिन वर्ष 1896 में क्लोंडाइक गोल्ड रश (क्लोंडाइक में सोने की खोज) के बाद इसे महत्त्व मिला और यह एशिया-प्रशांत क्षेत्र में अमेरिकी प्रभुत्व की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण बन गया।

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ग्रीनलैंड से संबंधित कुछ महत्त्वपूर्ण तथ्य: 

  • यह विश्व का सबसे बड़ा द्वीप है, उत्तरी अटलांटिक महासागर में स्थित है तथा डेनमार्क का एक क्षेत्र है। 
  • ग्रीनलैंड में वॉटकिंस रेंज और स्टॉनिंग आल्प्स जैसी प्रमुख पर्वत शृंखलाएँ तथा बोर्ग्लम (Borglum) और मेजरक्वाक (Majorqaq) जैसी नदियाँ हैं।
  • ग्रीनलैंड 1700 के दशक के उत्तरार्ध से ही एक खनन राष्ट्र रहा है, जहाँ कोयला तथा बाद में सोना, चाँदी, ताँबा, सीसा, जस्ता, ग्रेफाइट और संगमरमर का खनन किया गया।

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