रैपिड फायर
त्रिपुरा माताबारी पेरा और पचरा को प्राप्त हुआ GI टैग
- 01 Apr 2024
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स्रोत: इंडियन एक्स्प्रेस
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि राज्य की दो पारंपरिक वस्तुओं, माताबारी पेरा और पचरा को भौगोलिक संकेत (GI) टैग से सम्मानित किया गया है, जो स्थानीय कारीगरों और बुनकरों के लिये एक महत्त्वपूर्ण मील का पत्थर है।
- त्रिपुरासुंदरी मंदिर में प्रसाद के रूप में काम आने वाली डेयरी आधारित मिष्ठान्न दुकान माताबारी पेरा और स्वदेशी समुदायों द्वारा प्रयोग किया जाने वाला हाथ से बुना कपड़ा पचरा को प्रतिष्ठित GI टैग प्रदान किया गया है।
- GI टैग अनधिकृत नकल अथवा उत्पाद के दुरुपयोग के विरुद्ध कानूनी सुरक्षा सुनिश्चित करता है और साथ ही इसकी प्रामाणिकता की रक्षा भी करता है तथा इससे जुड़ी सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करता है।
- यह मान्यता इसके उत्पादन में शामिल स्थानीय समुदायों के लिये आर्थिक अवसरों को बढ़ावा देते हुए, घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बाज़ार पहुँच एवं प्रचार की सुविधा भी प्रदान करती है।
- त्रिपुरा की प्रतिष्ठित रानी अनानास को पहले पूर्वोत्तर के 13 अन्य उत्पादों के साथ GI टैग से सम्मानित किया गया था, जो क्षेत्र की विविध तथा अनूठी पेशकशों को उजागर करता है।
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