नोएडा शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 9 दिसंबर से शुरू:   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

डेली अपडेट्स


प्रारंभिक परीक्षा

टोमैटो फ्लू

  • 23 Aug 2022
  • 5 min read

हाल ही में केरल के कुछ हिस्सों में पाँच वर्ष से कम उम्र के बच्चों में टोमैटो फ्लू से संक्रमित होने की घटना दर्ज की गई है।

टोमैटो फ्लू:

  • परिचय:
    • इस संक्रमण को 'टोमैटो फ्लू' नाम दिया गया है क्योंकि रोगी के शरीर पर लाल फफोले आ जाते हैं जो धीरे-धीरे बढ़कर एक सामान्य टमाटर के आकार के हो जाते हैं तथा इससे ग्रसित व्यक्ति को अत्याधिक पीड़ा होती है।
    • 'टोमैटो फ्लू' कॉक्ससैकीवायरस A16 के कारण होता है।
    • यह एंटरोवायरस फैमिली से संबंधित है।
      • एंटरोवायरस आरएनए वायरस का एक पुराना और महत्त्वपूर्ण समूह है।
      • एंटरोवायरस (NPEVs) के लिये केवल मनुष्य ही मेजबान/होस्ट होता है।
    • यह संक्रामक रोग आँतों के वायरस के कारण होता है जो वयस्कों में दुर्लभ होता है क्योंकि उनके पास आमतौर पर वायरस से बचाव के लिये पर्याप्त प्रतिरक्षा प्रणाली होती है।
  • संक्रमण:
    • टोमैटो फ्लू अत्याधिक संक्रामक है और बच्चों द्वारा टोमैटो फ्लू के संपर्क में आने का खतरा बढ़ जाता है क्योंकि इस आयु वर्ग में वायरल संक्रमण सामान्य है और इसके निकट संपर्क के माध्यम से इसके फैलने की अधिक संभावना है।
    • यदि बच्चों में टोमैटो फ्लू के प्रकोप को नियंत्रित नहीं किया गया, तो वयस्कों में भी यह फैल सकता है और इसके संचारण से गंभीर परिणाम उपज सकते हैं।
  • लक्षण:
    • टोमैटो फ्लू वाले बच्चों में देखे जाने वाले प्राथमिक लक्षण चिकनगुनिया के समान हैं, जिनमें तेज़ बुखार, चकत्ते और जोड़ों में तेज़ दर्द शामिल हैं।
    • अन्य वायरल संक्रमणों की तरह इसमें थकान, मतली, उल्टी, दस्त, निर्जलीकरण, जोड़ों की सूजन, शरीर में दर्द और सामान्य इन्फ्लूएंजा जैसे लक्षण देखे गए हैं, ऐसे लक्षण डेंगू में भी पाए जाते हैं।
  • उपचार:
    • यह फ्लू स्वयं को सीमित करने वाला है और इसके लिये कोई विशिष्ट दवा नहीं है।
    • टोमैटो फ्लू का इलाज चिकनगुनिया, डेंगू, हैण्ड, फुट एंड माउथ के रोग के इलाज के समान है।
      • मरीजों को सलाह दी जाती है कि जलन और चकत्ते से राहत के लिये वे आइसोलेट रहें, आराम करें, तरल पदार्थों का सेवन करें और गर्म पानी का स्पंज लें।

UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्षों के प्रश्न (PYQs):

प्रश्न. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (2017)

  1. उष्णकटिबंधीय प्रदेशों में ज़ीका वायरस रोग उसी मच्छर द्वारा संचरित होता है जिससे डेंगू संचरित होता है।
  2. ज़ीका वायरस रोग का लैंगिक संचरण होना संभव है।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1 और न ही 2

उत्तर: (c)

  • ज़ीका वायरस एक फ्लेविवायरस है जिसे पहली बार वर्ष 1947 में बंदरों में और फिर वर्ष 1952 में युगांडा में मनुष्यों में देखा गया था।
  • ज़ीका और डेंगू दोनों में बुखार, त्वचा पर चकत्ते, नेत्रश्लेष्मलाशोथ/कंजक्टिवाइटिस (Conjunctivitis), माँसपेशियों एवं जोड़ों में दर्द, अस्वस्थता तथा सिरदर्द के लक्षणों में समानता है। इसके अलावा दोनों रोगों के संचरण का तरीका भी समान है, अर्थात् दोनों एडीज एजिप्टी और एडीज एल्बोपिक्टस प्रजाति के मच्छरों द्वारा फैलते हैं।
  • ज़ीका के संचरण के तरीके:
    • मच्छर का काटना।
    • गर्भावस्था के दौरान माँ से बच्चे को, जो माइक्रोसेफली और अन्य गंभीर भ्रूण मस्तिष्क दोष पैदा कर सकता है। ज़ीका वायरस माँ के दूध में भी पाया गया है।
    • संक्रमित साथी से यौन संचरण।

अतः विकल्प (c) सही है।

स्रोत: इकॉनोमिक टाइम्स

close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2
× Snow