तिरूपति को अपशिष्ट प्रबंधन नेतृत्व के लिये मान्यता | 24 Feb 2024
स्रोत: पी.आई.बी.
हाल ही में आवास और शहरी कार्य मंत्रालय ने अपशिष्ट प्रबंधन एवं स्वच्छता में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिये आंध्र प्रदेश के तिरूपति नगर निगम (MC) को विशिष्ट रूप से दर्शाया।
अपशिष्ट प्रबंधन और स्वच्छता में तिरूपति की उपलब्धियाँ क्या हैं?
- स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 रैंकिंग:
- तिरूपति नगर निगम ने स्वच्छता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित करते हुए 1 लाख से अधिक आबादी वाले सबसे स्वच्छ शहरों में 8वाँ स्थान हासिल किया।
- अपशिष्ट मुक्त शहर (Garbage Free City- GFC) और वाटर प्लस रेटिंग:
- 5-स्टार गार्बेज फ्री सिटी (GFC) और वाटर प्लस (+) रेटिंग हासिल की।
नोट:
- स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) खुले में शौच मुक्त (ODF)+, ODF++ और वाटर+ श्रेणियों का उपयोग करके स्वच्छता मापदंडों पर शहरों का परीक्षण करता है।
- ODF+:
- जल, स्वच्छता और साफ-सफाई के साथ शौचालयों पर ध्यान केंद्रित किया गया है। ODF+ शहर उचित शौचालय सुविधाओं को बनाए रखने के लिये ODF स्थिति की संधारणीयता सुनिश्चित करते हैं।
- ODF++:
- कीचड़ और सेप्टेज प्रबंधन वाले शौचालयों पर ध्यान केंद्रित करते हैं। ODF++ शहर सभी मल कीचड़ और सीवेज के सुरक्षित संग्रह, परिवहन, उपचार तथा निपटान को सुनिश्चित करते हैं।
- वाटर +:
- वाटर+ प्रमाणन प्रक्रिया के प्रोटोकॉल एवं अन्य बातों के अतिरिक्त, यह आकलन करते हैं कि संपूर्ण अपशिष्ट जल (सीवेज और मल कीचड़) को सुरक्षित रूप से परिवहन, स्वच्छ एवं सीमित किया जाता है, साथ ही उपचारित अपशिष्ट जल की अधिकतम मात्रा का पुन: उपयोग भी किया जाता है।
- ODF+:
तिरूपति अपशिष्ट प्रबंधन एवं स्वच्छता का प्रबंधन कैसे करता है?
- अपशिष्ट उत्पादन आँकड़े:
- आंध्र प्रदेश के चित्तूर ज़िले में सबसे बड़े शहरी स्थानीय निकाय (ULB) तिरूपति के लिये व्यापक अपशिष्ट प्रबंधन सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। शहर में प्रति दिन लगभग 115 टन गीला कचरा (TPD), 15 टन खाद्य कचरा, 61 टन सूखा कचरा और पुनर्चक्रण योग्य कचरा, 1 टन घरेलू खतरनाक कचरा, 2 टन प्लास्टिक कचरा तथा अतिरिक्त 25 टन प्रतिदिन विध्वंस अपशिष्ट एवं कचरा उत्पन्न होता है।
- एकत्र किये गए संपूर्ण कचरे को संबंधित अपशिष्ट प्रसंस्करण एवं प्रबंधन सुविधाओं में वैज्ञानिक रूप से संसाधित किया जाता है।
- मज़बूत अपशिष्ट संग्रहण अवसंरचना:
- तिरूपति शहर के प्रत्येक द्वार को कवर करते हुए 100% डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण प्राप्त किया है।
- तिरूपति MC विभिन्न प्रकार के कचरे को अलग करने के लिये डिब्बों से सुसज्जित, घंटा गद्दी तथा ऑटो टिपर जैसी आवश्यक बुनियादी संरचना प्रदान करता है।
- तिरूपति शहर के प्रत्येक द्वार को कवर करते हुए 100% डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण प्राप्त किया है।
- दक्षता हेतु प्रौद्योगिकी एकीकरण:
- तिरूपति घर-घर कचरा संग्रहण की वास्तविक समय पर निगरानी रखने, जवाबदेही एवं दक्षता सुनिश्चित करने के लिये रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) तकनीक के साथ एक ऑनलाइन अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली (OWMS) का उपयोग करता है।
- अपशिष्ट प्रसंस्करण एवं प्रबंधन सुविधाएँ:
- तिरूपति विकेंद्रीकृत अपशिष्ट प्रसंस्करण, केंद्रीकृत संयंत्रों पर बोझ को कम करने के साथ-साथ परिवहन लागत को भी कम करने पर ध्यान केंद्रित करता है।
- यह शहर अपशिष्ट प्रबंधन प्रयासों को सुव्यवस्थित करते हुए, थोक अपशिष्ट जनरेटरों की पहचान और वर्गीकरण करता है।
- प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन पहल:
- तिरूपति अपने प्लास्टिक अपशिष्ट का प्रबंधन एक समर्पित प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन सुविधा के माध्यम से करता है जो निम्न-श्रेणी के प्लास्टिक को कुशलतापूर्वक निपटाने में सक्षम है।
- वॉशिंग प्लांट और एग्लोमरेटर मशीन की शुरुआत, तिरूपति को प्लास्टिक अपशिष्ट को प्रभावी ढंग से रीसाइक्लिंग करने में सक्षम बनाती है जिससे स्थायी अपशिष्ट प्रबंधन प्रथाओं में योगदान मिलता है।
- तिरूपति अपने प्लास्टिक अपशिष्ट का प्रबंधन एक समर्पित प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन सुविधा के माध्यम से करता है जो निम्न-श्रेणी के प्लास्टिक को कुशलतापूर्वक निपटाने में सक्षम है।
- जैविक अपशिष्ट प्रबंधन:
- तिरूपति एक बायो-मीथेनेशन संयंत्र के संचालन के माध्यम से जैविक अपशिष्ट को बायो-मीथेन गैस और गुणवत्तापूर्ण खाद में परिवर्तित करता है जिससे सतत् कृषि पद्धतियों तथा ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा मिलता है।
- उत्पन्न बायो-गैस का उपयोग भोजन पकाने, ऊर्जा और वाहन ईंधन जैसे विभिन्न अनुप्रयोगों के लिये किया जाता है जो शहर के ऊर्जा स्थिरता लक्ष्यों में योगदान देता है।
- तिरूपति एक बायो-मीथेनेशन संयंत्र के संचालन के माध्यम से जैविक अपशिष्ट को बायो-मीथेन गैस और गुणवत्तापूर्ण खाद में परिवर्तित करता है जिससे सतत् कृषि पद्धतियों तथा ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा मिलता है।
- निर्माण और विध्वंस (CएंडD) अपशिष्ट प्रबंधन:
- प्रो एनवायरो सॉल्यूशंस के साथ साझेदारी करते हुए तिरूपति ने सर्कुलर इकोनॉमी सिद्धांतों को बढ़ावा देते हुए 20-25 TPD C&D अपशिष्ट के प्रबंधन के लिये सुविधा प्रदान की है।
- C&D अपशिष्ट से संसाधित सामग्री का उपयोग संधारणीयता को बढ़ावा देने, विनिर्माण और विकासात्मक कार्यों के लिये किया जाता है।
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UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्षों के प्रश्न (PYQs)प्रिलिम्स:प्रश्न. भारत में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नियम, 2016 के अनुसार, निम्नलिखित में से कौन-सा एक कथन सही है? (2019) (a) अपशिष्ट उत्पादन को पाँच कोटियाँ में अपशिष्ट अलग-अलग करने होंगे। उत्तर: (c) मेन्स:प्रश्न.1 निरंतर उत्पन्न किये जा रहे फेंके गए ठोस अपशिष्ट की विशाल मात्राओं का निस्तारण करने में क्या-क्या बाधाएँ हैं? हम अपने रहने योग्य परिवेश में जमा होते जा रहे ज़हरीले अपशिष्टों को सुरक्षित रूप से किस प्रकार हटा सकते हैं? (2018) प्रश्न.2 "जल, सफाई और स्वच्छता आवश्यकता को लक्षित करने वाली नीतियों के प्रभावी क्रियान्वयन को सुनिश्चित करने के लिये लाभार्थी वर्गों की पहचान को प्रत्याशित परिणामों के साथ जोड़ना होगा।" ‘वाश’ योजना के संदर्भ में इस कथन का परीक्षण कीजिये। (2017) |