सिंडिकेटेड ऋण | 11 Jun 2024

स्रोत: द हिंदू

हाल ही में एक निजी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (Non-Banking Financial Company- NBFC) ने घोषणा की कि उसने सिंडिकेटेड ऋण (Syndicated Loan) के माध्यम से 425 मिलियन अमेरिकी डॉलर और 40 मिलियन यूरो प्राप्त किये हैं।

  • यह एक तीन वर्षीय बाह्य वाणिज्यिक उधार सुविधा है जिसे सामाजिक ऋण के रूप में संरचित किया गया है जिसका उपयोग पूरे भारत में छोटे उद्यमियों और कमज़ोर समूहों को सशक्त बनाने के लिये किया जाएगा।
  • सिंडिकेटेड ऋण एक सिंडिकेट द्वारा दिया जाने वाला वित्तपोषण है, जो ऋणदाताओं के एक समूह से निर्मित होता है, जो उधारकर्त्ता के लिये धन उपलब्ध कराने हेतु मिलकर काम करते हैं।
    • उधारकर्त्ता कोई निगम, कोई बड़ी परियोजना या कोई संप्रभु सरकार हो सकती है।
    • सिंडिकेटेड ऋणों में बड़ी मात्रा में धनराशि शामिल होती है, जिससे जोखिम कई वित्तीय संस्थाओं के बीच विभाजित कर दिया जाता है, ताकि उधारकर्त्ता द्वारा ऋण चुकाने में विफल होने पर पड़ने वाले प्रभाव को कम किया जा सके।
  • बाह्य वाणिज्यिक उधार (External Commercial Borrowings- ECB) उन भारतीय कंपनियों को कहा जाता है जो व्यापार विस्तार, परिसंपत्ति अधिग्रहण या मौजूदा ऋण चुकौती के वित्तपोषण के लिये ऋण, बॉण्ड या वित्तीय साधनों जैसे विदेशी स्रोतों से धन उधार लेती हैं।

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