PMUY के लिये सब्सिडी का विस्तार | 11 Mar 2024

स्रोत: द हिंदू

चर्चा में क्यों? 

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत प्रतिवर्ष 12 रिफिल तक 300 रुपए प्रति (14.2 किलोग्राम) सिलेंडर की सब्सिडी वर्ष 2024-25 के अंत तक बढ़ा दी है।

प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) क्या है?

  • परिचय:
    • मई 2016 में, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने ग्रामीण और वंचित परिवारों को  LPG जैसा स्वच्छ खाना पकाने का ईंधन उपलब्ध कराने के लिये 'प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना' (PMUY) की शुरुआत की।
      • इसका उद्देश्य पारंपरिक खाना पकाने के ईंधन जैसे लकड़ी एवं कोयले को प्रतिस्थापित करना था, जिसका ग्रामीण महिलाओं के स्वास्थ्य के साथ-साथ पर्यावरण पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता था।
    • उज्ज्वला 2.0 ( PMUY का चरण-2) के अंर्तगत प्रवासी परिवारों के लिये पते के प्रमाण (PoA) एवं राशन कार्ड (RC) के स्थान पर स्व-घोषणा का उपयोग करके नए कनेक्शन का लाभ उठाने हेतु एक विशेष प्रावधान किया गया है।
  • PMUY के लाभ:
    • सरकार 5 किलोग्राम सिलेंडर के लिये 1150 रुपए अथवा 14.2 किलोग्राम सिलेंडर कनेक्शन के लिये 1600 रुपए प्रदान करती है।
    • PMUY के तहत पात्र लाभार्थियों को LPG के प्रति 14.2 किलोग्राम सिलेंडर पर 300 रुपए की सब्सिडी प्रदान की जाती है। यह सब्सिडी प्रति वर्ष 12 रिफिल तक प्रदान की जाती है और यह सब्सिडी सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में जमा की जाती है। 
    • PMUY के लाभार्थियों को तेल विपणन कंपनियों (Oil Marketing Companies- OMC) से पहला LPG रिफिल और स्टोव (हॉटप्लेट) मुफ्त मिलता है।
  • चरण- I की उपलब्धियाँ: PMUY चरण- I के तहत 8 करोड़ कनेक्शन का लक्ष्य सितंबर, 2019 में पूरा किया गया।
  • चरण- 2 (उज्ज्वला 2.0): PMUY चरण- 2 (उज्ज्वला 2.0) को 1 करोड़ अतिरिक्त PMUY कनेक्शन जारी करने के लक्ष्य के साथ अगस्त 2021 में लॉन्च किया गया था जिसे जनवरी 2022 में पूरा कर लिया गया।
    • इसके उपरांत सरकार ने उज्ज्वला 2.0 के तहत 60 लाख अतिरिक्त LPG कनेक्शन प्रदान करने करने का निर्णय लिया जिसे दिसंबर, 2022 में पूरा कर लिया गया। इस प्रकार इस योजना के तहत कुल 9.6 करोड़ कनेक्शन प्रदान किये गए।
    • भारत सरकार ने PMUY योजना के तहत अतिरिक्त 75 लाख कनेक्शन जारी करने की मंज़ूरी दी है जिससे कनेक्शन जारी करने का कुल लक्ष्य 10.35 करोड़ हो गया है (7 मार्च 2024 तक 10.2 करोड़ का लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया है)।

और पढ़ें:

https://www.drishtiias.com/hindi/daily-updates/daily-news-analysis/pradhan-mantri-ujjwala-yojana-3 

  UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न  

प्रिलिम्स:

Q. भारत की जैव-ईंधन की राष्ट्रीय नीति के अनुसार, जैव-ईंधन के उत्पादन के लिये निम्नलिखित में से किनका उपयोग कच्चे माल के रूप में हो सकता है? (2020) 

  1. कसावा
  2. क्षतिग्रस्त गेहूँ के दाने
  3. मूँगफली के बीज
  4. कुलथी (Horse gram)
  5. सड़ा आलू
  6. चुकंदर

नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये:

(a) केवल 1, 2, 5 और 6
(b) केवल 1, 3, 4 और 6
(c) केवल 2, 3, 4 और 5
(d) 1,2, 3, 4, 5 और 6

उत्तर: (a)


मेन्स:

Q. "वहनीय (ऐफोर्डेबल), विश्वसनीय, धारणीय तथा आधुनिक ऊर्जा तक पहुँच संधारणीय (सस्टेनबल) विकास लक्ष्यों (एस.डी.जी.) को प्राप्त करने के लिये अनिवार्य है।" भारत में इस संबंध में हुई प्रगति पर टिप्पणी कीजिये। (2018)