सोलोमन द्वीप | 14 Feb 2022
हाल ही में अमेरिका का कहना है कि वह सोलोमन द्वीप में एक दूतावास खोलेगा जो दृढ़ता के साथ दक्षिण प्रशांत राष्ट्र में चीन के "मज़बूत होते प्रभाव" से पहले अमेरिका के प्रभाव को बढ़ाने की योजना तैयार करेगा।
निर्णय के कारण:
- द्वितीय विश्व युद्ध (1939-45) के समय से सोलोमन द्वीप अमेरिकियों के युद्ध स्थल इतिहास का साक्षी है लेकिन इस क्षेत्र में अमेरिका को अपने विशेषाधिकारों को खोने का भय था क्योंकि चीन सोलोमन द्वीप में कुलीन राजनेताओं और व्यापारिक लोगों को अपने पक्ष में शामिल करना चाहता है।
- यह कदम नवंबर, 2021 में 7,00,000 की आबादी वाले इस देश में हुए दंगों की बढ़ोतरी के बाद आया है।
- शांतिपूर्ण ढंग से हो रहा विरोध प्रदर्शन हिंसक दंगो में बदल गया और इसने चीन के साथ देश के बढ़ते संबंधों के बारे में लंबे समय से चल रही क्षेत्रीय प्रतिद्वंद्विता, आर्थिक समस्याओं और चिंताओं को उज़ागर किया।
- दूतावास की घोषणा हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिये नई बाइडन प्रशासन रणनीति के साथ फिट बैठती है तथा चीन के बढ़ते प्रभाव और महत्त्वाकांक्षाओं का मुकाबला करने हेतु इस क्षेत्र में सहयोगियों के बीच साझेदारी बनाने पर जोर देती है।
- हाल ही में हुई क्वाड वार्ता में अमेरिका ने कहा है कि वह हिंद-प्रशांत क्षेत्र को "स्वतंत्र, खुला, समृद्ध, सुरक्षित और लचीला" बनाने के लिये प्रतिबद्ध है।
सोलोमन द्वीप की अवस्थिति:
- सोलोमन द्वीप पापुआ न्यू गिनी के पूर्व में मेलानेशिया में स्थित एक राष्ट्र है, जिसमें 990 से अधिक द्वीप शामिल हैं। इसकी राजधानी होनियारा है, जो कि ग्वाडलकैनाल द्वीप पर स्थित है।
- इसमें ज्वालामुखीय द्वीपों और प्रवाल द्वीपों की दोहरी शृंखला शामिल है।
- मेलानेशिया दक्षिण-पश्चिमी प्रशांत महासागर में ओशिनिया का एक उपक्षेत्र है।
- बुका और बोगनविले के अपवाद के साथ सोलोमन शृंखला का अधिकांश हिस्सा इस देश में शामिल है, जो कि उत्तर-पश्चिमी छोर पर पापुआ न्यू गिनी नामक एक स्वायत्त क्षेत्र का निर्माण करते हैं।
- यह द्वीप एक संवैधानिक राजतंत्र है, जिसमें ब्रिटिश सम्राट का एक गवर्नर-जनरल द्वारा प्रतिनिधित्व किया जाता है, जो राज्य के औपचारिक प्रमुख के रूप में कार्य करता है।
स्रोत: द हिंदू