रैपिड फायर
सोलर मैक्सिमम स्पर्स सोलर मिशन
- 13 Mar 2025
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स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस
NASA का PUNCH मिशन, जिसका उद्देश्य सूर्य के कोरोना का अध्ययन करना है, वर्ष 2023 के बाद से तीसरा प्रमुख सौर मिशन है, जो सौर चक्र से जुड़े सौर मिशनों में वृद्धि को दर्शाता है, जो अपने सोलर मैक्सिमम के करीब पहुँच रहा है।
सौर चक्र:
- सौर चक्र 11 वर्ष की अवधि है जिसके दौरान सूर्य का चुंबकीय क्षेत्र परिवर्तित होता है, जिसके कारण उत्तरी और दक्षिणी ध्रुव अपने स्थान परिवर्तित करते हैं।
- सोलर मैक्सिमम (जब सूर्य सर्वाधिक सक्रिय होता है) के दौरान , सौर गतिविधियाँ - जैसे कि सनस्पॉट, सौर ज्वालाएँ और कोरोनाल मास इजेक्शन - बढ़ जाते हैं, जिससे उपग्रह संचार और विद्युत् ग्रिड प्रभावित होते हैं।
- सनस्पॉट छोटे, काले और शीतल क्षेत्र होते हैं जहाँ चुंबकीय क्षेत्र विशेष रूप से मज़बूत होता है।
- यह चक्र सोलर मिनिमम (जब सनस्पॉट की सक्रियता सबसे कम होती है) के साथ समाप्त होता है, जिससे अगले चक्र के शुरू होने तक सौर सक्रियता में गिरावट आती है।
- सौर चक्र का पता सनस्पॉट की गणना करके लगाया जाता है।
सौर मिशनों में वृद्धि:
- सौर मिशनों की संख्या में वृद्धि सूर्य के अपने सोलर मैक्सिमम (वर्ष 2022-2024) के निकट पहुँचने के कारण हुई है, जो इसके व्यवहार का अध्ययन करने का सबसे अच्छा अवसर प्रदान करता है।
- सौर गतिविधि का अगला चक्र वर्ष 2035-2036 के बाद होने की उम्मीद है।
प्रारंभिक सौर मिशन: आदित्य L1 (भारत) , प्रोबा-3 (यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी)
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