प्रारंभिक परीक्षा
सामाजिक प्रगति सूचकांक 2022
- 24 Dec 2022
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हाल ही में भारत के राज्यों और ज़िलों के लिये सामाजिक प्रगति सूचकांक (Social Progress Index- SPI) प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (Economic Advisory Council to the Prime Minister- EAC-PM) द्वारा जारी किया गया है।
- SPI को प्रतिस्पर्द्धात्मकता और सामाजिक प्रगति अनिवार्यता संस्थान द्वारा संकलित किया गया है।
- यह रिपोर्ट वैश्विक सामाजिक प्रगति सूचकांक 2022 के संदर्भ में भारत के प्रदर्शन (169 देशों में से 110वें स्थान पर) की भी जाँच करती है, जिसे वर्ष 2013 से सोशल प्रोग्रेस इंपीरेटिव द्वारा प्रकाशित किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (EAC-PM)
- यह प्रधानमंत्री को आर्थिक और संबंधित मुद्दों पर सलाह देने के लिये गठित एक स्वतंत्र निकाय है।
- EAC-PM व्यापक आर्थिक महत्त्व के किसी भी मुद्दे पर प्रधानमंत्री को विश्लेषण और सलाह देने के लिये ज़िम्मेदार है जिसे प्रधानमंत्री संदर्भित करते हैं।
- यह या तो स्वप्रेरणा से या प्रधानमंत्री या किसी और के संदर्भ में हो सकते हैं।
- इनमें समय-समय पर प्रधानमंत्री द्वारा वांछित किसी भी अन्य कार्य को सम्मिलित करना भी शामिल है।
सामाजिक प्रगति सूचकांक
- परिचय:
- SPI एक व्यापक तकनीक है जो राष्ट्रीय और उप-राष्ट्रीय स्तरों पर किसी राष्ट्र की सामाजिक आर्थिक उन्नति का पूर्ण मूल्यांकन प्रदान कर सकती है।
- इस रिपोर्ट का उद्देश्य देश में सभी स्तरों पर की गई सामाजिक प्रगति का एक व्यवस्थित विवरण प्रदान करना है।
- यह सूचकांक राज्य स्तर पर 89 और ज़िला स्तर पर 49 संकेतकों वाले एक व्यापक रूपरेखा का उपयोग करता है।
- मूल्यांकन घटक:
- यह सूचकांक सामाजिक प्रगति के तीन महत्त्वपूर्ण आयामों में 12 घटकों के आधार पर राज्यों और ज़िलों का आकलन करता है:
- बुनियादी मानवीय आवश्यकताएँ: यह पोषण और बुनियादी चिकित्सा देखभाल, जल और स्वच्छता, व्यक्तिगत सुरक्षा और आश्रय के संदर्भ में राज्यों और ज़िलों के प्रदर्शन का आकलन करता है।
- कल्याण की नींव: यह बुनियादी जानकारी तक पहुँच, सूचना और संचार तक पहुँच, स्वास्थ्य और कल्याण तथा पर्यावरण गुणवत्ता के घटकों में देश द्वारा की गई प्रगति का मूल्यांकन करता है।
- अवसर: यह व्यक्तिगत अधिकारों, व्यक्तिगत स्वतंत्रता और विकल्प, समावेशिता और उन्नत शिक्षा तक पहुँच पर केंद्रित है।
- यह सूचकांक सामाजिक प्रगति के तीन महत्त्वपूर्ण आयामों में 12 घटकों के आधार पर राज्यों और ज़िलों का आकलन करता है:
सूचकांक के निष्कर्ष:
- उच्चतम SPI स्कोर: पुद्दुचेरी
- न्यूनतम SPI स्कोर: झारखंड और बिहार
- बुनियादी मानवीय आवश्यकताएँ: गोवा, पुद्दुचेरी, लक्षद्वीप और चंडीगढ़ जल, स्वच्छता और आश्रय के क्षेत्र सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन वाले शीर्ष चार राज्य हैं।
- कल्याण की नींव: मिज़ोरम, हिमाचल प्रदेश, लद्दाख और गोवा सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले राज्यों के रूप में उभरे हैं।
- पर्यावरणीय गुणवत्ता के लिये मिज़ोरम, नगालैंड और मेघालय शीर्ष तीन राज्य हैं।
- अवसर: अवसर प्रदान करने के संबंध में तमिलनाडु ने उच्चतम स्कोर हासिल किया है।
- सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले शीर्ष ज़िले: आइजोल (मिज़ोरम), सोलन (हिमाचल प्रदेश) और शिमला (हिमाचल प्रदेश) सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले शीर्ष तीन ज़िलों के रूप में उभरे हैं।