स्मार्ट प्रणाली | 08 May 2024
स्रोत: पी.आई.बी.
हाल ही में रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (Defence Research and Development Organisation- DRDO) ने ओडिशा के तट पर डॉ ए.पी.जे. अब्दुल कलाम द्वीप से सुपरसोनिक मिसाइल-असिस्टेड रिलीज़ ऑफ टॉरपीडो (Supersonic Missile-Assisted Release of Torpedo- SMART) प्रणाली का सफलतापूर्वक उड़ान परीक्षण किया।
स्मार्ट प्रणाली:
- यह नई पीढ़ी की मिसाइल-आधारित कम भार वाली एक आयुध प्रणाली हैI
- इसका प्राथमिक उद्देश्य हल्के टॉरपीडो की पारंपरिक सीमा से कहीं अधिक भारतीय नौसेना की पनडुब्बी रोधी युद्ध क्षमताओं को बेहतर करना है।
- मिसाइल को ग्राउंड मोबाइल लॉन्चर से प्रक्षेपित किया जाता है।
- यह कनस्तर-आधारित मिसाइल प्रणाली विभिन्न उन्नत उप-प्रणालियों को शामिल करती है,
- इसमें दो-चरण वाली ठोस प्रपल्शन प्रणाली, इलेक्ट्रोमैकेनिकल एक्चुएटर प्रणाली और सटीकता के साथ इनर्शियल नेविगेशन प्रणाली भी शामिल है।
- जब यह जलमग्न पनडुब्बी के काफी करीब पहुँच जाएगी, तो मिसाइल टारपीडो प्रणाली को पानी में फेंक देगी तो मिसाइल टॉरपीडो प्रणाली का जल में निष्कासन किया जाएगा और स्वायत्त टारपीडो पनडुब्बी को बाहर निकालने के लिये अपने लक्ष्य की ओर बढ़ना शुरू कर देगी।
- टॉरपीडो सिगार के आकार का एक अंतर्जलीय हथियार है, जो अपनी शक्ति द्वारा संचालित होता है।
- इसे विभिन्न प्लेटफाॅर्मों जैसे पनडुब्बी, सतह के जहाज़ो या हवाई जहाज़ द्वारा प्रक्षेपित किया जा सकता है।
- वरुणास्त्र देशज़ रूप से विकसित पहला हेवीवेट जहाज़-प्रक्षेपित पनडुब्बी रोधी इलेक्ट्रिक टॉरपीडो है।
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