सेमी-ऑटोमेटेड ऑफसाइड टेक्नोलॉजी | 30 Nov 2022
फेडरेशन इंटरनेशनेल डी फुटबॉल एसोसिएशन (FIFA) वर्तमान में चल रहे फुटबॉल विश्व कप में ऑफसाइड फैसलों के लिये सेमी-ऑटोमेटेड ऑफसाइड टेक्नोलॉजी (SAOT) का उपयोग कर रहा है।
- ऑफसाइड नियम अटैकिंग खिलाड़ियों को डिफेंडिंग टीम के गोल के सामने लगातार घेराव करने से रोकना है।
सेमी-ऑटोमेटेड ऑफसाइड टेक्नोलॉजी:
- SAOT वीडियो मैच के अधिकारियों और ऑन-फील्ड अधिकारियों के लिये एक सहायक उपकरण है जो उन्हें तेज़ी से अधिक स्पष्ट जानकारी और अधिक सटीक ऑफसाइड निर्णय लेने में मदद करता है।
- इस प्रौद्योगिकी के दो भाग हैं - मैच वाले बॉल के अंदर लगा एक संवेदक(सेंसर) जो सस्पेंशन प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जाता है और मौजूदा ट्रैकिंग उपकरण में भी लगा होता है जो वीडियो सहायक रेफरी (Video Assistant Referee- VAR) प्रणाली का हिस्सा है।
- जब भी गेंद को मारा जाता है, संबंधित डेटा वास्तविक समय में (500 फ्रेम प्रति सेकंड की दर से) खेल के मैदान के चारों ओर स्थापित एंटीना के नेटवर्क पर भेजा जाता है।
- इसके अतिरिक्त, टर्फ के चारों ओर 12 हॉक-आई कैमरे स्थापित किये गए हैं जो गेंद और खिलाड़ियों दोनों को कवर करते हैं, साथ ही मानव शरीर में 29 अलग-अलग बिंदुओं पर नज़र रखी जाती है।
- बॉल सेंसर और हॉक-आई कैमरों का एक साथ आना SAOT का प्रभाव है।
- ये दो डेटा सेट आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सॉफ्टवेयर के माध्यम से चलाए जाते हैं जो मैच अधिकारियों को ऑफसाइड के बारे में स्वचालित अलर्ट उत्पन्न करता है। यह अंत में मैन्युअल प्रयास को बदल देता है।