रैपिड फायर
नागोर्नो-काराबाख से रूसी शांति सैनिकों की वापसी
- 20 Apr 2024
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स्रोत: द हिंदू
सितंबर 2023 में अज़रबैजान द्वारा आर्मेनियाई अलगाववादियों के नियंत्रण वाले विवादित क्षेत्र पर कब्ज़ा करने के बाद रूसी शांति सैनिकों ने नागोर्नो-काराबाख से अपनी वापसी शुरू कर दी है।
- वापसी के निर्णय पर बाकू (अज़रबैजान) और मॉस्को के बीच "उच्च स्तर (Highest Levels)" पर सहमति बनी थी।
- नागोर्नो-काराबाख, काकेशस क्षेत्र (काला सागर और कैस्पियन सागर के बीच अंतरमहाद्वीपीय क्षेत्र) में पहाड़ों से घिरा क्षेत्र है, इसे अर्मेनियाई लोग आर्टाख (Artsakh) के नाम से जानते हैं।
- 1980 के दशक के उत्तरार्द्ध में सोवियत संघ के पतन के बाद इस क्षेत्र द्वारा अज़रबैजान से स्वतंत्र होने की घोषणा के समय से ही नागोर्नो-काराबाख संघर्ष चला आ रहा है।
- इस क्षेत्र को लेकर आर्मेनिया और अज़रबैजान के बीच पहला युद्ध 1980 के दशक के उत्तरार्द्ध में हुआ, जिसकी समाप्ति वर्ष 1994 में युद्धविराम के साथ हुई, इसके परिणामस्वरूप नागोर्नो-काराबाख तथा आसपास के कुछ क्षेत्र अर्मेनियाई नियंत्रण के अधीन आ गए।
- 2020 में अज़रबैजान ने आसपास के सात ज़िलों और नागोर्नो-काराबाख के एक-तिहाई हिस्से पर फिर से नियंत्रण हासिल करते हुए दूसरा कराबाख युद्ध जीता। रूस ने शांति समझौता किया और क्षेत्र में शांति सैनिकों को तैनात कर दिया गया।
- इस संघर्ष ने रूस और आर्मेनिया के बीच संबंधों को तनावपूर्ण बना दिया है क्योंकि मॉस्को बाकू के साथ मधुर संबंध बनाए रखता है।
- आर्मेनिया ने घोषणा की कि उसने मॉस्को के नेतृत्व वाले रक्षा गठबंधन सामूहिक सुरक्षा संधि संगठन (Collective Security Treaty Organisation- CSTO) में अपनी भागीदारी को प्रभावी ढंग से निलंबित कर दिया है।
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