रैपिड फायर
रूस द्वारा कुडनकुलम NPP को उपकरणों का अंतरण
- 20 Jun 2024
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स्रोत: द हिंदू
रूस ने कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा परियोजना (KNNP) के रिएक्टर 5 एवं 6 के लिये 26 टर्बाइन हॉल पाइपलाइन वाल्व (उच्च दबाव और निम्न दबाव गेट वाल्व) की पहली खेप भेज दी है।
- उनका मुख्य कार्य सिस्टम के विश्वसनीय संचालन को सुनिश्चित करने के लिये द्रव अथवा गैस प्रवाह को कसकर बंद करना है।
- वर्तमान में इसके पास 2 x 1,000 मेगावाट क्षमता वाले WWER रिएक्टर हैं जो विद्युत उत्पादन कर रहे हैं तथा समान क्षमता वाले अतिरिक्त 4 रिएक्टर निर्माणाधीन हैं।
- energy.WWER का अर्थ है "वाटर-वाटर पावर रिएक्टर"। ये रिएक्टर ऊर्जा उत्पन्न करने वाली परमाणु प्रतिक्रियाओं के लिये शीतलक एवं मॉडरेटो दोनों के रूपों में जल का उपयोग करते हैं।
- KNNP का आधुनिकीकरण रूस की रोसाटॉम तथा न्यूक्लियर पावर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NPCIL) द्वारा संयुक्त रूप से किया गया है। यह भारत का सबसे बड़ा परमाणु ऊर्जा संयंत्र है।
- यह आयातित PWR (प्रेशराइज्ड वॉटर रिएक्टर) तकनीक का उपयोग करने वाला भारत का पहला परमाणु संयंत्र है।
- इसका निर्माण वर्ष 2002 में शुरू हुआ था और वर्ष 2027 तक इसके पूर्ण क्षमता पर संचालित होने की आशा है।
- वर्ष 2022-23 में देश में कुल विद्युत उत्पादन में परमाणु ऊर्जा की हिस्सेदारी लगभग 2.8% थी।
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