वित्तीय बाज़ारों में SRO के लिये ढाँचा | 21 Aug 2024
स्रोत: लाइव मिंट
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने अनुपालन संस्कृति को सुदृढ़ करने और नीति निर्माण के लिये एक परामर्श मंच प्रदान करने की दिशा में वित्तीय बाज़ारों में स्व-नियामक संगठनों (SRO) की मान्यता हेतु एक ढाँचा/फ्रेमवर्क जारी किया।
- प्रस्तावित SRO उद्योग मानकों और सर्वोत्तम प्रथाओं को विकसित करने एवं सदस्यों के अनुपालन को सुनिश्चित करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
- नए फ्रेमवर्क के तहत SRO गैर-लाभकारी कंपनियाँ (कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा 8 के तहत पंजीकृत) होनी चाहिये जिनकी न्यूनतम निवल संपत्ति 10 करोड़ रुपए होनी चाहिये, शेयरधारिता विविध होनी चाहिये, जिसमें कोई भी एकल इकाई चुकता/प्रदत्त शेयर पूंजी का 10% या उससे अधिक हिस्सा नहीं रख सकती।
- SRO प्रायः सरकारी नियामकों के सहयोग से अपने संबंधित उद्योगों या क्षेत्रों को विनियमित करते हैं।
- SRO अपने सदस्यों और नियामक के बीच एक सेतु का कार्य करेगा। यह नियामक दिशा-निर्देशों के साथ बेहतर अनुपालन, प्रारंभिक चेतावनी संकेतों का विकास, हितधारकों के हितों की सुरक्षा एवं नवाचार को प्रोत्साहन सुनिश्चित करेगा।
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