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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 4 मार्च, 2022

  • 04 Mar 2022
  • 6 min read

राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस

राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की स्थापना को चिह्नित करने के लिये प्रतिवर्ष 4 मार्च को राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाया जाता है। इस दिवस का प्राथमिक उद्देश्य दुर्घटनाओं और किसी अन्य आपात परिस्थिति को रोकने के लिये आवश्यक सुरक्षा उपायों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के स्थापना दिवस पर पहली बार वर्ष 1972 में राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाया गया था। राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद, राष्ट्रीय स्तर पर एक गैर-लाभकारी, स्व-वित्तपोषित, त्रिपक्षीय निकाय है। इसे श्रम एवं रोज़गार मंत्रालय द्वारा 4 मार्च, 1965 को सुरक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण पर एक स्वैच्छिक आंदोलन शुरू करने के लिये स्थापित किया गया था। यह एक स्वायत्त निकाय है। राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद का उद्देश्य समाज की रक्षा एवं सुरक्षा सुनिश्चित करना तथा लोगों में एक निवारक संस्कृति तथा वैज्ञानिक मानसिकता को बढ़ावा देना है। गौरतलब है कि प्रतिवर्ष सड़क दुर्घटनाओं के कारण देश में 1.50 लाख से अधिक लोगों की मृत्यु होती है और इससे भी अधिक संख्या में लोग शारीरिक रूप से अक्षम हो जाते हैं, जिसके कारण पीड़ित परिवारों के साथ-साथ संपूर्ण देश को भारी क्षति का सामना करना पड़ता है।

विश्‍व श्रवण दिवस

विश्व भर में प्रत्येक वर्ष 03 मार्च को विश्व श्रवण दिवस का आयोजन किया जाता है। इस दिवस का प्राथमिक लक्ष्य इस संदेश को प्रसारित करना है कि समय पर प्रभावी देखभाल लोगों को श्रवण बाधिता से मुकाबला करने में मदद कर सकती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा आयोजित किया जाने वाला यह दिवस श्रवण तंत्रिकाओं की सुरक्षा और निवारक उपायों को अपनाने के लिये की जाने वाली कार्रवाई के बारे में जागरूकता फैलाने का अवसर प्रदान करता है। विश्व स्तर पर तकरीबन 1.5 बिलियन लोग पूर्ण अथवा आंशिक रूप से श्रवण बाधिता का सामना कर रहे हैं और इसमें से लगभग 430 मिलियन लोगों को जल्द-से-जल्द पुनर्वास सहायता प्रदान करने की आवश्यकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, वर्ष 2050 तक विश्व भर में लगभग 2.5 मिलियन लोग या 4 में से 1 व्यक्ति पूर्ण अथवा आंशिक रूप से श्रवण बाधिता से प्रभावित होगा।

राष्ट्रीय सूचना और संचार प्रोद्योगिकी (ICT) पुरस्कार 2022

केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने देश भर के 49 शिक्षकों को राष्ट्रीय सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (ICT) पुरस्कार प्रदान किये। ज्ञात हो कि राष्ट्रीय सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (ICT) पुरस्कार शिक्षा मंत्रालय (पूर्व में मानव संसाधन विकास मंत्रालय) द्वारा स्कूल के शिक्षकों को प्रदान किया जाता है। इस पुरस्कार का उद्देश्य उन स्कूल शिक्षकों को सम्मानित करना है, जिन्होंने सूचना एवं संचार प्रोद्योगिकी के माध्यम से स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया है और अपने छात्रों के जीवन को समृद्ध किया है। पुरस्कार प्राप्तकर्त्ताओं का यह उत्तरदायी है कि वे अन्य शिक्षकों को सलाह देकर शिक्षा में ‘सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी’ की पहुँच को व्यापक बनाने में मदद करें और कुशल मानव कार्यबल सुनिश्चित करने हेतु छात्रों के बीच उद्यमशीलता कौशल विकसित करें।

मानवरहित सबमर्सिबल 'हायदू-1'

चीन के मानवरहित सबमर्सिबल 'हायदू-1' ने दुनिया के सबसे गहरे समुद्र बिंदु- ‘मारियाना ट्रेंच’ पर 10,907 मीटर की गहराई तक गोता लगाकर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। चीन के इस अभियान के दौरान भूगर्भीय वातावरण की हाई-डेफिनिशन तस्वीरें और गहरे समुद्र से नमूने एकत्र किये गए। इस अभियान के दौरान मानवरहित सबमर्सिबल 'हायदू-1' कुल चार बार मारियाना ट्रेंच में 10,000 मीटर से अधिक नीचे तक गया। ज्ञात हो कि चीन ने पिछले कुछ वर्षों में समुद्र तल पर समृद्ध प्राकृतिक संसाधनों का पता लगाने के लिये गहरे समुद्र में प्रौद्योगिकी विकसित करने के अपने प्रयासों को तेज़ किया है। वर्ष 2011 में चीन ने 15 वर्षों के लिये हिंद महासागर में 10,000 किलोमीटर के पॉलीमेटेलिक सल्फाइड अन्वेषण क्षेत्र हेतु अंतर्राष्ट्रीय समुद्र तल प्राधिकरण’ के साथ समझौता किया था।

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