Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 31 अक्तूबर, 2020 | 31 Oct 2020
‘ब्लू मून’ घटना
खगोलवैज्ञानिकों के अनुसार, 31 अक्तूबर, 2020 को चंद्रमा से संबंधित एक दुर्लभ खगोलीय घटना देखने को मिलेगी, जिसे ‘ब्लू मून’ (Blue Moon) कहा जाता है। जब पृथ्वी पर किसी माह में दो पूर्ण चंद्रमा होते हैं, तो दूसरे पूर्ण चंद्रमा को ‘ब्लू मून’ कहा जाता है। अक्तूबर माह में पहला पूर्व चंद्रमा 1 अक्तूबर, 2020 को देखने को मिला था, इस वर्ष ‘ब्लू मून’ की घटना संयोगवश 'हैलोवीन’ (Halloween) के साथ देखने को मिल रही है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) के अनुसार, इससे पूर्व 'हैलोवीन’ और ‘ब्लू मून’ की घटना एक साथ वर्ष 1944 में देखने को मिली थी और आगे यह घटना वर्ष 2039 में देखने को मिलेगी। दरअसल चंद्रमा पर एक माह की अवधि 29 दिन, 12 घंटे, 44 मिनट और 38 सेकंड का होता है, यह अतिरिक्त समय एकत्रित होता रहता है और प्रत्येक 30 माह बाद किसी वर्ष में एक अतिरिक्त पूर्णिमा होती है। खगोलवैज्ञानिकों की माने तो जिस माह में ‘ब्लू मून’ की घटना होती है उस माह में पहली पूर्णिमा महीने की 1 अथवा 2 तारीख को होती है। अगली ‘ब्लू मून’ की घटना 31 अगस्त, 2023 को देखने को मिलेगी।
सी-प्लेन सेवा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के नर्मदा ज़िले में केवडिया के पास स्टैच्यू ऑफ यूनिटी और अहमदाबाद में साबरमती रिवरफ्रंट के बीच एक सी-प्लेन सेवा (Seaplane Service) शुरू की है। ध्यातव्य है कि यह सेवा स्पाइसजेट की सहायक कंपनी स्पाइसशटल (SpiceShuttle) द्वारा संचालित की जाएगी। स्पाइसशटल द्वारा कनाडा की एक कंपनी द्वारा निर्मित ट्विन ओटर (Twin Otter) 300 सी-प्लेन का उपयोग किया जाएगा। सी-प्लेन सेवा के माध्यम से अहमदाबाद में साबरमती रिवरफ्रंट और केवडिया में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के बीच की दूरी लगभग 45 मिनट में तय की जा सकेगी। इन विमानों में यात्रियों और चालक दल के सदस्यों समेत 19 लोगों के बैठने की क्षमता है। सी-प्लेन एक निश्चित पंख वाला हवाई जहाज़ है जो पानी पर उतरने और उड़ने के लिये बनाया गया है। यह एक नाव की उपयोगिता के साथ एक हवाई जहाज़ की गति प्रदान करता है। सी-प्लेन मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं- (1) फ्लाइंग बोट (Flying Boats) और (2) फ्लोटप्लेन (Floatplanes)।
भारत और कंबोडिया के बीच समझौता
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने स्वास्थ्य और चिकित्सा के क्षेत्र में सहयोग के लिये भारत और कंबोडिया के बीच एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर को मंज़ूरी दे दी है। इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी बयान के अनुसार, यह समझौता ज्ञापन स्वास्थ्य क्षेत्र में संयुक्त पहल और प्रौद्योगिकी विकास के माध्यम से दोनों देशों के बीच सहयोग को प्रोत्साहित करेगा। ज्ञातव्य है कि यह समझौता हस्ताक्षर होने की तिथि से पाँच वर्ष की अवधि के लिये लागू होगा और इससे भारत और कंबोडिया के द्विपक्षीय संबंध काफी मज़बूत होंगे। इस समझौते के तहत दोनों देशों की सरकारों के बीच सहयोग के मुख्य क्षेत्रों में मातृत्त्व और बाल स्वास्थ्य, परिवार नियोजन, HIV/AIDS और टीबी, ड्रग्स और फार्मास्यूटिकल्स, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण, सार्वजनिक स्वास्थ्य और महामारी विज्ञान, रोग नियंत्रण तथा चिकित्सा अनुसंधान और विकास शामिल हैं।
‘धरणी’ पोर्टल
हाल ही में तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने राज्य में भूमि रिकॉर्ड और उससे संबंधित लेन-देन के लिये ‘धरणी’ नाम से एक पोर्टल लॉन्च किया है। तेलंगाना सरकार के इस पोर्टल का उद्देश्य राज्य के लोगों को सुरक्षित और पारदर्शी भूमि-पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध कराना है। यह पोर्टल, जिसे दुनिया में कहीं से भी एक्सेस किया जा सकता है, राज्य के लोगों को अपनी संपत्ति की जानकारी प्राप्त करने और ज़मीन के पंजीकरण के लिये स्लॉट बुक करने की सुविधा उपलब्ध कराएगा। इस पोर्टल के माध्यम से तेलंगाना में राजस्व अधिकारियों की विवेकाधीन शक्तियों को समाप्त कर दिया गया है और अब केवल विक्रेता, खरीदार तथा संबंधित राजस्व अधिकारी के उचित प्रमाणीकरण के बाद ही भूमि का पंजीकरण हो सकेगा।