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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 29 अक्तूबर, 2020

  • 29 Oct 2020
  • 7 min read

‘साई’ (SAI) मोबाइल एप 

‘आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम उठाते हुए भारतीय सेना ने ‘सिक्योर एप्लीकेशन फॉर द इंटरनेट’ अर्थात् साई (SAI) नाम से एक सुरक्षित मैसेजिंग एप्लिकेशन विकसित की है, जो इंटरनेट पर एंड्रॉइड प्लेटफॉर्म के लिये एंड-टू-एंड सुरक्षित वॉयस, टेक्स्ट और वीडियो कॉलिंग सेवाएँ प्रदान करने में सक्षम है। भारतीय सेना द्वारा विकसित यह मॉडल व्हाट्सएप और टेलीग्राम जैसे मैसेजिंग एप की तरह ही है और एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन मैसेजिंग प्रोटोकॉल का उपयोग करता है। इस संबंध में जारी आधिकारिक सूचना के अनुसार, ‘साई’ (SAI) मोबाइल एप का इस्तेमाल अखिल भारतीय स्तर पर सेना के भीतर सुरक्षित संदेश भेजने के लिये किया जाएगा। इस अवसर पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि ‘साई’ (SAI) मोबाइल एप के माध्यम से सेना के बीच सुरक्षित ढंग से संदेश भेजना काफी आसान हो जाएगा। साथ ही रक्षामंत्री ने यह एप विकसित करने के लिये कर्नल साई शंकर की भी प्रशंसा की।

ग्लोबल हिमालयन एक्सपीडिशन

पर्यटन और प्रौद्योगिकी का प्रयोग कर दूरवर्ती समुदायों को सौर ऊर्जा उपलब्ध कराने वाले भारतीय संगठन ग्लोबल हिमालयन एक्सपीडिशन (GHE) ने कोरोना वायरस महामारी के बीच जलवायु परिवर्तन से मुकाबला करने के लिये वर्ष 2020 का संयुक्त राष्ट्र वैश्विक जलवायु कार्रवाई पुरस्कार जीता है। संगठन ग्लोबल हिमालयन एक्सपीडिशन (GHE) दूर-दराज के लोगों तक सौर ऊर्जा पहुँचाने के लिये पर्यटन और प्रौद्योगिकी का उपयोग करने वाला विश्व में अपनी तरह का पहला संगठन है। ध्यातव्य है कि हिंदू-कुश हिमालय क्षेत्र में 16 मिलियन से अधिक लोग ऐसे हैं, जो भौगोलिक बाधाओं के कारण बुनियादी ऊर्जा के बिना निवास कर रहे हैं। अभी तक ग्लोबल हिमालयन एक्सपीडिशन (GHE) ने 131 से अधिक गाँवों का सौर विद्युतीकरण किया है, जिससे प्रत्यक्ष तौर पर 60,000 से अधिक ग्रामीणों का जीवन प्रभावित हुआ है, ज्ञात हो कि 60 देशों के तकरीबन 1,300 से अधिक यात्री इन अभियानों का हिस्सा रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र वैश्विक जलवायु कार्रवाई पुरस्कार, जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिये विश्व के सबसे नवीन और ग्रहणीय उपायों को मान्यता देने का एक प्रयास है। 

ग्रीन दिल्ली एप

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शहर में वायु प्रदूषण गतिविधियों को रोकने के लिये 'ग्रीन दिल्ली' मोबाइल एप्लिकेशन लॉन्च की है।  इस मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से दिल्ली के आम लोगों को अपशिष्ट जलाने, निर्माण कार्य से धूल उत्सर्जन, प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों, औद्योगिक प्रदूषण जैसी गतिविधियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करने का अवसर प्रदान करेगा। वर्तमान में यह केवल एंड्रॉइड स्मार्टफोन पर उपलब्ध है लेकिन सरकार इसे आईओएस (IOS) में भी विस्तारित करने की कोशिश कर रही है। दिल्ली सरकार ने यह मोबाइल एप्लीकेशन ऐसे समय में लॉन्च की है, जब दिल्ली का प्रदूषण स्तर गंभीर स्तर पर पहुँच गया है। ग्रीन दिल्ली एप्लिकेशन उपयोगकर्त्ताओं को अपनी शिकायतों के साथ वीडियो, ऑडियो क्लिप और तस्वीरें भी अपलोड करने में सक्षम बनाता है, जो बाद में संबंधित विभागों को भेजा जाएगा, जिसमें दिल्ली नगर निगम और केंद्र तथा दिल्ली सरकार के अन्य संबद्ध विभाग शामिल हैं। एप के माध्यम से अपलोड हुई शिकायतों पर समयबद्ध कार्रवाई की जाएगी और इस पूरी प्रक्रिया की निगरानी करने के लिये दिल्ली सरकार ने सचिवालय में एक ‘ग्रीन वार रूम’ भी स्थापित किया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अनुसार, एप के माध्यम से की गई शिकायतों को दूर करने में मदद करने के लिये दिल्ली के प्रमुख क्षेत्रों में 70 ‘हरित मार्शल’ भी तैनात किये जाएंगे।

भारत को F-18 लड़ाकू विमान देगा अमेरिका

भारत के साथ और अधिक घनिष्ठ संबंध विकसित करने की दिशा में संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) ने भारतीय नौसेना की लड़ाकू विमान संबंधी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिये अपने F-18 नौसैनिक लड़ाकू विमान देने की पेशकश की है। अमेरिकी सरकार ने अपने F-18 लड़ाकू विमान को मानव रहित विमान सी गार्जियन (Sea Guardian) के साथ भारतीय नौसेना को बेचने की पेशकश की है, साथ ही इसके साथ कई अन्य प्रणालियों अत्याधुनिक प्रणालियाँ भी प्रदान करने की पेशकश की है। कई रक्षा विशेषज्ञ मानते हैं कि भारतीय नौसेना को अपनी वर्तमान और भविष्य की आवश्यकताओं के लिये F-18 और राफेल जैसे कई अन्य लड़ाकू विमानों की आवश्यकता है, क्योंकि भारतीय नौसेना के पास वर्तमान में जो लड़ाकू विमान हैं, वो दशक के अंत या अगले दशक की शुरुआत में अपनी पूर्ण क्षमता के साथ कार्य नहीं कर पाएंगे।

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