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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 29 नवंबर, 2021

  • 29 Nov 2021
  • 5 min read

सर छोटूराम

24 नवंबर, 2021 को देश भर में सर छोटूराम की जयंती मनाई गई। सर छोटूराम का जन्म 24 नवंबर, 1881 को पंजाब के रोहतक (अब हरियाणा) में हुआ था। सर छोटूराम का असली नाम ‘राय रिछपाल’ था। सर छोटू राम दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज के छात्र रहे और उन्हें वर्ष 1937 में नाइट की उपाधि दी गई। कई आलोचक सर छोटूराम को एक जातिवादी नेता के रूप में देखते हैं, किंतु उन्होंने अपने संपूर्ण जीवन में किसानों के उत्थान की बात की। वर्ष 1912 में वकील के तौर पर कार्य शुरू करने के पश्चात् वे वर्ष 1916 में काॅन्ग्रेस में शामिल हुए और वर्ष 1916 से वर्ष 1920 तक रोहतक ज़िला काॅन्ग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रहे। सर छोटूराम ने प्रथम विश्व युद्ध और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटिश सेना में भारतीय युवाओं की भर्ती करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा की थी। विभाजन के पूर्व पंजाब विधानपरिषद के सदस्य के रूप में उनकी पहली बड़ी उपलब्धि पंजाब भूमि राजस्व (संशोधन) अधिनियम, 1929 को पारित करना था, जिसे एक ऐतिहासिक सामाजिक कानून के रूप में देखा जाता है। एक जनप्रतिनिधि के रूप में सर छोटूराम ने न केवल कानूनों के निर्माण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई बल्कि उन कानूनों के कार्यान्वयन पर भी ज़ोर दिया। वह किसानों द्वारा खेती पर किये गए खर्च के लिये क्षतिपूर्ति देने की अवधारणा के भी जनक थे, यही अवधारणा आगे चलकर ‘न्यूनतम समर्थन मूल्य’ के रूप में विकसित हुई है। 

सपोर्टिंग आंध्राज़ लर्निंग ट्रांसफॉर्मेशन

आंध्र प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार तथा विश्व बैंक के साथ ‘सपोर्टिंग आंध्राज़ लर्निंग ट्रांसफॉर्मेशन’ (SALT) परियोजना के समर्थन के लिये 250 मिलियन डॉलर (1,860 करोड़ रुपए) के ऋण हेतु कानूनी समझौतों पर हस्ताक्षर किये हैं, जिसका उद्देश्य राज्य में 50 लाख से अधिक छात्रों की सीखने की क्षमता एवं गुणवत्ता में सुधार करना है। ‘सपोर्टिंग आंध्राज़ लर्निंग ट्रांसफॉर्मेशन’ शिक्षकों को प्रशिक्षण देने, राज्य स्तरीय मूल्यांकन की सुविधा प्रदान करने और एक प्रभावी शिक्षा प्रबंधन एवं सूचना प्रणाली स्थापित करने के लिये अपनी तरह की पहली अभिनव परियोजना है। इस परियोजना का लक्ष्य 45,000 से अधिक सरकारी स्कूलों में छह से चौदह वर्ष की आयु के 40 लाख छात्रों, आँगनवाड़ी में नामांकित तीन से छह वर्ष की आयु के 10 लाख से अधिक बच्चों, लगभग 1,90,000 शिक्षकों और 50,000 से अधिक आँगनवाड़ी कार्यकर्त्ताओं को कवर करना है। इस परियोजना के तहत जनजातीय ब्लॉकों के 3,500 स्कूलों में एक वर्षीय प्री-स्कूल स्तर का पाठ्यक्रम शुरू किया जाएगा।   

‘राष्ट्रीय कैडेट कोर’ दिवस

दुनिया के सबसे बड़े वर्दीधारी युवा संगठन ‘राष्ट्रीय कैडेट कोर’ (NCC) ने 28 नवंबर, 2021 को अपनी स्थापना की 73वीं वर्षगाँठ मनाई। ‘राष्ट्रीय कैडेट कोर’, जिसका मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है, स्वैच्छिक आधार पर स्कूल और कॉलेज के छात्रों के लिये एक 'त्रि-सेवा संगठन' है, जिसमें सेना, नौसेना और वायु विंग शामिल हैं। भारत में ‘राष्ट्रीय कैडेट कोर’ की स्थापना 15 जुलाई, 1948 को राष्ट्रीय कैडेट कोर अधिनियम, 1948 के तहत हुई थी। ‘राष्ट्रीय कैडेट कोर’ दिवस नवंबर माह के चौथे रविवार को मनाया जाता है। NCC का आदर्श वाक्य ‘एकता और अनुशासन’ (Unity and Discipline) है, जिसे 12 अक्तूबर, 1980 को आयोजित केंद्रीय सलाहकार समिति की बैठक में अपनाया गया था। NCC प्रशिक्षण तीन साल का होता है- पहले वर्ष 'A', दूसरे वर्ष 'B' और तीसरे वर्ष में 'C' ग्रेड का प्रमाणपत्र दिया जाता है। NCC समूह का नेतृत्व 'लेफ्टिनेंट जनरल' रैंक का अधिकारी करता है और पूरे देश में ऐसे कुल 17 अधिकारी हैं।

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