लखनऊ शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 23 दिसंबर से शुरू :   अभी कॉल करें
ध्यान दें:



डेली अपडेट्स

विविध

Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 27 अगस्त, 2021

  • 27 Aug 2021
  • 7 min read

एलआईसी का मोबाइल एप्लीकेशन

भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने संभावित ग्राहकों को जोड़ने के लिये अपने एजेंटों और मध्यस्थों के लिये एक मोबाइल एप लॉन्च किया है। यह एप ‘आत्मनिर्भर एजेंट्स न्यू बिज़नेस डिजिटल एप्लीकेशन’ का नवीनतम आयाम है, जिसे ‘भारतीय जीवन बीमा निगम’ द्वारा नई व्यावसायिक प्रक्रियाओं हेतु पेपरलेस समाधान के रूप में बीते वर्ष लॉन्च किया गया था। भारतीय जीवन बीमा निगम के मुताबिक, यह डिजिटल एप्लीकेशन एजेंट/मध्यस्थ की मदद से कागज़ रहित बीमा पॉलिसी प्रदान करने में एक महत्त्वपूर्ण उपकरण के तौर पर काम करेगा। इस मोबाइल एप में डिजिटल एप्लीकेशन की सभी विशेषताएँ मौजूद हैं। गौरतलब है कि यह मोबाइल एप्लीकेशन भारतीय जीवन बीमा निगम के डिजिटलीकरण की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम है। यह भारत की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी है तथा देश की सबसे बड़ी निवेशक कंपनी भी है। इसकी स्थापना वर्ष 1956 में भारतीय संसद द्वारा भारतीय जीवन बीमा अधिनियम के माध्यम से की गई थी और इसका मुख्यालय मुंबई में स्थित है। भारतीय जीवन बीमा निगम को बाज़ार में अनवरत नवीन और लाभदायक नीतियों को लाने के लिये जाना जाता है। सामान्यतः LIC पॉलिसी को बीमा बाज़ार में एक बेंचमार्क के रूप में जाना जाता है। वर्ष 2018-19 में 9.4 प्रतिशत की वृद्धि के साथ LIC की कुल संपत्ति 31.11 लाख करोड़ रुपए के उच्चतम स्तर पर रही थी।

महाराष्ट्र में विधवा महिलाओं के लिये विशेष मिशन

महाराष्ट्र सरकार ने हाल ही में उन गरीब परिवारों की महिलाओं के लिये एक विशेष मिशन शुरू किया है, जिन्होंने कोविड-19 संक्रमण के कारण अपने पति को खो दिया है। इस विशेष मिशन का उद्देश्य ऐसी महिलाओं को एक ही छत के नीचे तमाम तरह की सेवाएँ प्रदान करना है। 'मिशन वात्सल्य' नामक यह कार्यक्रम विधवा महिलाओं, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों, गरीब पृष्ठभूमि और वंचित वर्गों से आने वाली महिलाओं के लिये डिज़ाइन किया गया है। ज्ञात हो कि परिवार में इकलौते कमाने वाले की मृत्यु के कारण ऐसी महिलाओं के लिये चुनौती और अधिक बढ़ गई है। ऐसे में इन सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए विधवाओं को एक छत के नीचे 18 लाभ, योजनाएँ और सेवाएँ प्रदान की जाएंगी। इसके तहत महिलाओं के लिये ‘संजय गांधी निराधार योजना’, ‘घरकुल योजना’ जैसी कई योजनाएँ शामिल हैं। इस मिशन को राज्य के ‘महिला बाल विकास’ मंत्रालय द्वारा क्रियान्वित किया जाएगा। राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध आँकड़ों के मुताबिक, बीते 18 महीनों में कोविड-19 के कारण 15 हज़ार से अधिक महिलाओं ने अपने पति खो दिये हैं। इसमें से कुल 14,661 महिलाओं को ‘ज़िला टास्क फोर्स’ द्वारा सूचीबद्ध किया गया है। 

विश्व बैंक ने अफगानिस्तान को दी जाने वाली सहायता रोकी

विश्व बैंक ने तालिबान के शासन के तहत अफगानिस्तान के विकास की संभावनाओं और महिलाओं के अधिकारों से संबंधित चिंताओं के मद्देनज़र अफगानिस्तान को दी जाने वाली वित्तीय सहायता पर रोक लगा दी है। ज्ञात हो कि ‘विश्व बैंक’ वर्तमान में अफगानिस्तान में दो दर्जन से अधिक विकास परियोजनाएँ संचालित कर रहा है और वर्ष 2002 से अब तक इसने अफगानिस्तान को अनुदान के रूप में कुल 5.3 बिलियन डॉलर प्रदान किये हैं। इसके अलावा ‘अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष’ (IMF) ने भी अफगानिस्तान के साथ परिचालन को निलंबित कर दिया है, जिसमें मौजूदा 370 मिलियन डॉलर ऋण कार्यक्रम भी शामिल था। अमेरिका ने भी पिछले सप्ताह देश के केंद्रीय बैंक ‘दा अफगानिस्तान बैंक’ (DAB) द्वारा अमेरिकी खातों में रखी अरबों डॉलर की संपत्ति को ज़ब्त कर लिया था। अफगानिस्तान के इस केंद्रीय बैंक के पास कुल 9.5 अरब डॉलर की संपत्ति है, जो अधिकांशतः अफगानिस्तान के बाहर स्थित है।

'बी इंटरनेट ऑसम' कार्यक्रम

दिग्गज इंटनेट कंपनी ‘गूगल’ ने भारतीय कॉमिक बुक प्रकाशक ‘अमर चित्र कथा’ के साथ साझेदारी में भारतीय बच्चों के लिये अपना वैश्विक 'बी इंटरनेट ऑसम' कार्यक्रम लॉन्च किया है। गूगल ने उपयोगकर्त्ताओं, खासतौर पर बच्चों के बीच इंटरनेट सुरक्षा बढ़ाने के अपने प्रयासों के तहत आठ भारतीय भाषाओं में इस कार्यक्रम को लॉन्च किया है। यह कार्यक्रम गूगल इंडिया को इंटरनेट पर गलत सूचना, धोखाधड़ी, बाल सुरक्षा संबंधी खतरों, हिंसक उग्रवाद, फिशिंग हमलों और मालवेयर जैसे खतरों का मुकाबला करने में मदद करेगा। इस कार्यक्रम का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि बच्चे इंटरनेट के माध्यम से सुरक्षित रूप से सीख सकें। इस कार्यक्रम के माध्यम से गूगल का लक्ष्य इंटरनेट पर कंपनी और उपयोगकर्त्ताओं के बीच विश्वास की नींव की स्थापना करना है।

close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2