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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 25 नवंबर, 2023

  • 25 Nov 2023
  • 4 min read

कंबाला भैंस दौड़

पारंपरिक भैंस दौड़, कंबाला पहली बार बंगलूरू, कर्नाटक में आयोजित होगी।

  • कंबाला एक भैंस दौड़ है जो सर्दियों के महीनों के दौरान तटीय कर्नाटक के ज़िलों (उडुपी और दक्षिण कन्नड़) में तब आयोजित की जाती है जब किसान अपनी धान की फसल काटते हैं।
    • यह दौड़ कीचड़ और जल से भरे दो समानांतर ट्रैक पर आयोजित की जाती है। भैंसों की प्रत्येक जोड़ी के पास ट्रैक पर जानवरों को नियंत्रित करने और आदेश देने के लिये एक जॉकी या 'कंबाला धावक' भी होगा।
    • जो टीम जीतती है वह चैंपियन बनने तक उच्च राउंड के लिये क्वालीफाई करती है।
  • दौड़ जीतने के लक्ष्य के अलावा दौड़ के दौरान धावक जितना संभव हो सके पानी के छींटे मारकर दर्शकों का मनोरंजन भी करता है। वास्तव में कुछ विजेताओं की घोषणा पानी के छींटे मारने के आधार पर भी की जाती है; इसे 'कोलू' कहा जाता है।

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न्यायमूर्ति एम.फातिमा बीवी

भारत के सर्वोच्च न्यायालय की पहली महिला न्यायाधीश न्यायमूर्ति एम.फातिमा बीवी का निधन हो गया।

गुरु तेग बहादुर शहीदी दिवस 

गुरु तेग बहादुर की पुण्य तिथि को प्रतिवर्ष 24 नवंबर को शहीदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। वह नौवें सिख गुरु थे।

  • तेग बहादुर का जन्म वर्ष 1621 को अमृतसर में हुआ था। तेग बहादुर को उनके तपस्वी स्वभाव के कारण त्याग मल (Tyag Mal) कहा जाता था। विभाजनकारी प्रथाओं के खिलाफ और आस्था को लेकर एकता पर ज़ोर देने की उनकी शिक्षाओं ने पूरे उत्तर भारत में व्यापक प्रतिध्वनि पैदा की।
  • उनकी यात्राएँ, जिनमें ढाका और पुरी जैसे दूर-दराज़ के स्थानों की यात्राएँ शामिल थीं, ने उनकी निडरता और एकता के संदेश को फैलाने की उनकी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया।
    • हालाँकि औरंगज़ेब के शासन के साथ उनका टकराव, जिसकी परिणति 24 नवंबर, 1675 को उनकी शहादत के रूप में हुई, अपने अडिग सिद्धांतों पर समझौता करने से इनकार का प्रतीक था।

और पढ़ें… गुरु तेग बहादुर

16वीं विश्व वुशू चैंपियनशिप

16वीं विश्व वुशू चैंपियनशिप हाल ही में फोर्ट वर्थ, टेक्सास, अमेरिका में संपन्न हुई।

  • इसका आयोजन अंतर्राष्ट्रीय वुशू महासंघ (IWUF) के तत्त्वावधान में संयुक्त राज्य अमेरिका वुशू-कुंगफू महासंघ (USAWKF) द्वारा किया गया था।
    • वुशू एक मार्शल आर्ट है जिसकी उत्पत्ति चीन में हुई तथा यह विभिन्न रूपों एवं शैलियों को समाहित करता है। यह युद्ध एवं आत्मरक्षा का एक अनुशासित और अत्यधिक शैलीबद्ध रूप है।
  • भारत के उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों में रोशिबिना देवी (रजत), कुशल कुमार (कांस्य) तथा छवि (कांस्य) ने अपने-अपने भार वर्ग में उल्लेखनीय कौशल के साथ लचीलेपन का भी प्रदर्शन किया।

और पढ़ें…भारत में मार्शल आर्ट के स्वरूप

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