Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 23 नवंबर, 2022 | 23 Nov 2022
एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग मंच
एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग मंच-APEC के 21 सदस्य देशों ने आपूर्ति शृंखलाओं और बाज़ारों को खुला रखने के प्रति संकल्प व्यक्त किया है। APEC सदस्यों ने बैंकॉक में जारी संयुक्त घोषणापत्र में युद्ध के कारण होने वाली मानवीय पीड़ा का उल्लेख किया है। इसके अलावा युद्ध के कारण आर्थिक विकास, मुद्रास्फीति, आपूर्ति शृंखला तथा ऊर्जा एवं खाद्य सुरक्षा पर पड़ने वाले कुप्रभावों को लेकर भी चिंता व्यक्त की गई है। थाईलैंड के प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में 29वीं APEC बैठक के बाद सदस्य देशों ने घोषणापत्र जारी किया। इसमें मज़बूत, संतुलित, सुरक्षित, टिकाऊ और समावेशी विकास को बढ़ावा देने के लिये APEC के सदस्य देशों की दीर्घकालिक प्रतिबद्धता की पुष्टि की गई है। इसकी अगली बैठक वर्ष 2023 में अमेरिका में होगी।
कामेंग जलविद्युत स्टेशन
हाल ही में प्रधानमंत्री ने कामेंग जलविद्युत परियोजना को राष्ट्र को समर्पित किया है। राज्य के स्वामित्व वाली नॉर्थ ईस्टर्न इलेक्ट्रिक पावर कॉरपोरेशन (NEEPCO) द्वारा 600 मेगावाट की कामेंग पनबिजली परियोजना विकसित की गई है। यह अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम कामेंग ज़िले में स्थित है। यह परियोजना 80 किमी. से अधिक क्षेत्र में विस्तृत है जो लगभग 8,200 करोड़ रुपए की लागत से विकसित की गई है। यह रन-ऑफ़-द-रिवर योजना कामेंग नदी की सहायक नदियोंं, बिचोम और टेंगा नदियों के जल का उपयोग करती है। इसमें 2 बाँध, बिचोम और टेंगा हैं एवं प्रत्येक वर्ष 3,353 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पन्न करने हेतु प्रत्येक 150 मेगावाट की चार इकाइयाँ शामिल हैं। यह तवांग ज़िले में भारत-तिब्बत सीमा पर बर्फ से ढकी गोरी चेन पर्वत (Gori Chen Mountain) के नीचे हिमनद झील से निकलती है। कामेंग एक सीमा पारीय (Transboundary) नदी नहीं है। यह पश्चिम कामेंग ज़िले के भालुकपोंग क्षेत्र, अरुणाचल प्रदेश और असम के सोनितपुर ज़िले से होकर बहती है। अपने निचले बहाव क्षेत्र में यह एक गुंफित (Braided) नदी बन जाती है और यह ब्रह्मपुत्र नदी की प्रमुख सहायक नदियों में से एक है। यह असम के कोलिया भोमोरा सेतु पुल के पूर्व में स्थित तेजपुर में ब्रह्मपुत्र नदी से मिलती है।