Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 23 मई, 2022 | 23 May 2022
ग्लोबल हेल्थ लीडर्स अवार्ड
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद मोदी ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक के ग्लोबल हेल्थ लीडर्स अवार्ड से सम्मानित आशा कार्यकर्त्ताओं की टीम के प्रति प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि स्वस्थ भारत सुनिश्चित करने में आशा कार्यकर्त्ता सबसे आगे हैं और उनका समर्पण एवं दृढ़ संकल्प सराहनीय है। भारत में दस लाख से अधिक आशा कार्यकर्त्ताओं (महिला स्वयंसेवक) का समूह है। यह सम्मान उन्हें COVID-19 महामारी के दौरान समुदाय को स्वास्थ्य प्रणाली से जोड़ने तथा ग्रामीण गरीबों को प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं तक पहुंँच सुनिश्चित करने में उनकी महत्त्वपूर्ण भूमिका के लिये प्रदान किया गया है। इस छठे ग्लोबल हेल्थ लीडर्स अवार्ड की घोषणा WHO के महानिदेशक डॉ टेड्रोस अदनोम घेब्येयियस ने की। ग्लोबल हेल्थ लीडर्स अवार्ड के पुरस्कार विजेताओं का फैसला WHO के महानिदेशक द्वारा किया जाता है। यह पुरस्कार उन लोगों को प्रोत्साहित करने के लिये प्रदान किया जाता है जिन्होंने दुनिया भर में स्वास्थ्य की रक्षा और उसे बढ़ावा देने में उत्कृष्ट योगदान दिया है।
‘क्वाड’ शिखर बैठक
भारत के प्रधानमंत्री मोदी क्वाड नेताओं की शिखर बैठक में हिस्सा लेने के लिये 23 मई, 2022 को जापान की दो दिवसीय यात्रा पर रवाना हुए। जापान, भारत के सबसे महत्त्ववपूर्ण भागीदारों में से एक है। प्रधानमंत्री मोदी ने भारत-जापान संबंधों को इस क्षेत्र हेतु महत्त्वपूर्ण बताया है। जापान के प्रधानमंत्री की हाल की भारत यात्रा के सकारात्मक परिणाम रहे हैं जिसमें जापान से भारत में अगले पाँच वर्षों में 50 खरब येन यानी लगभग 40-42 अरब डॉलर का सरकारी और निजी निवेश शामिल है। क्वाड चतुर्भुज सुरक्षा संवाद’ (Quadrilateral Security Dialogue) अर्थात् क्वाड भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के बीच अनौपचारिक रणनीतिक वार्ता मंच है। ‘क्वाड’ समूह की स्थापना नवंबर 2017 में हिंद-प्रशांत क्षेत्र को किसी बाहरी शक्ति (विशेषकर चीन) के प्रभाव से मुक्त रखने हेतु नई रणनीति बनाने के लिये की गई थी और आसियान शिखर सम्मेलन के एक दिन पहले इसकी प्रथम बैठक का आयोजन किया गया था।
अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस
प्रतिवर्ष संयुक्त राष्ट्र द्वारा जैव विविधता के मुद्दों पर लोगों में समझ और जागरूकता बढाने के लिये 22 मई को अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस (International Day for Biological Diversity) के रूप में मनाया जाता है। इसका प्रमुख उद्देश्य लोगों को जैव-विविधता के प्रति जागरूक करना है। संयुक्त राष्ट्र संघ के तत्त्वाधान में वर्ष 1992 में ब्राज़ील के रियो डी जनेरियो में "पृथ्वी सम्मेलन" आयोजित किया गया, इसी सम्मेलन में इस दिवस को मनाने पर विचार किया गया। इसके अगले वर्ष 29 दिसंबर,1993 को पहली बार जैव-विविधता दिवस मनाया गया। संयुक्त राष्ट्र द्वारा शुरू किया गया जैव-विविधता दिवस वर्ष 2000 तक 29 दिसंबर को मनाया जाता रहा। उसके बाद वर्ष 2001 से यह प्रत्येक वर्ष 22 मई को मनाया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस 2022 की थीम है- ‘सभी जीवों के साझे भविष्य का निर्माण’ (Building a shared future for all life)।