Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 22 अक्तूबर, 2020 | 22 Oct 2020
अशफाक उल्ला खान
22 अक्तूबर, 2020 को उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी अशफाक उल्ला खान की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। अशफाक उल्ला खान का जन्म 22 अक्तूबर, 1900 को उत्तर प्रदेश के शाहजहाँपुर में हुआ था। अशफाक उल्ला खान तब केवल 20 वर्ष के थे जब गांधी जी ने असहयोग आंदोलन शुरू किया था और भारतीयों से सरकार को करों का भुगतान न देने और अंग्रेजों के साथ सहयोग न करने का आग्रह किया था। वर्ष 1922 में गांधी जी ने चौरी-चौरा कांड के कारण असहयोग आंदोलन को वापस ले लिया, जिससे देश के युवा बहुत निराश हो गए और अशफाक उल्ला खान भी इन्हीं युवाओं में से एक थे, इसके पश्चात् वे क्रांतिकारियों में शामिल हो गए। अगस्त 1925 में, शाहजहाँपुर से लखनऊ जा रही काकोरी एक्सप्रेस में एक डकैती हुई, जिसमें अशफाक उल्ला खान भी शामिल थे। इस योजनाबद्ध डकैती में अशफाक उल्ला खान और राम प्रसाद 'बिस्मिल’ समेत 10 से अधिक क्रांतिकारियों ने ट्रेन को रोक दिया और उसमें भरे हुए धन को लूट लिया। इस डकैती के कुछ समय बाद ही क्रांतिकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया। सितंबर 1926 में अशफाक उल्ला खान को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया और उनके मुकदमे की सुनवाई लगभग 1.5 वर्ष तक चली। अप्रैल 1927 में न्यायालय ने अपना निर्णय दिया, जिसमें राम प्रसाद 'बिस्मिल’, अशफाक उल्ला खान, राजेंद्र लाहिड़ी तथा रोशन सिंह को मौत की सजा सुनाई गई और अन्य क्रांतिकारियों को उम्रकैद की सजा दी गई।
खादी फैब्रिक फुटवियर
हाल ही में केंद्रीय मंत्री मंत्री नितिन गडकरी ने खादी तथा ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) द्वारा डिज़ाइन किये गए भारत के पहले हाई क्वालिटी खादी फैब्रिक फुटवियर का शुभारंभ किया। ये फुटवियर रेशम, कपास और ऊन जैसे खादी फैब्रिक से बनाए गए हैं। खादी फैब्रिक फुटवियर के माध्यम से रोज़गार में बढ़ोतरी होगी और दस्तकारों की आय भी बढ़ेगी। सबसे महत्त्वपूर्ण तथ्य यह है कि खादी के ये फुटवियर अपनी तरह के पहले फुटवियर हैं और इनकी कीमत भी ज़्यादा नहीं है। प्रारंभिक तौर पर महिलाओं के लिये 15 और पुरुषों के लिये 10 फुटवियर के डिज़ाइन प्रस्तुत किये गए हैं। खादी के ये हाई क्वालिटी फुटवियर खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) के ऑनलाइन पोर्टल पर बेचे जाएंगे। उल्लेखनीय है कि चीन और अमेरिका के बाद भारत वैश्विक स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा फुटवियर निर्माता है। भारत में तकरीबन 1.45 लाख करोड़ रुपए का फुटवियर उद्योग है, जिसमें तकरीबन 85,000 करोड़ रुपए का घरेलू बाज़ार और लगभग 45,000 से 55,000 करोड़ रुपए का निर्यात किया जाता है।
अदम गोंडवी
हिंदी के मशहूर कवि अदम गोंडवी का जन्म 22 अक्तूबर, 1947 को उत्तर प्रदेश के गोंडा में हुआ था। उनका मूल नाम तो रामनाथ सिंह था, किंतु उन्होंने जीवन भर अदम गोंडवी के नाम से लिखा और हिंदी साहित्य में अपनी विशिष्ट शैली के लिये एक विशेष स्थान हासिल किया। अदम गोंडवी ने आम जनमानस की समस्याओं को आत्मसात किया और उन्हें कलमबद्ध कर अपने अंदाज़ में पेश करने का प्रयास किया। अदम अपनी अंतिम साँस तक समाज में फैली कुरीतियों और बुराइयों के विरुद्ध अपनी कविताओं के सहारे एक योद्धा की तरह लड़ते रहे। अदम गोंडवी को हिंदी गजल में दुष्यंत कुमार की परंपरा को आगे बढ़ाने और एक नई दिशा देने वाले कवि के रूप में जाना जाता है। उन्होंने हिंदी में गजलों को लोगों के विरोध का एक माध्यम बनाया और जनता के हाथ में कविता की वो मशाल दी जो आगे कई वर्षों तक जलती रहेगी।
एनीमिया मुक्त भारत सूचकांक
हाल ही में जारी एनीमिया मुक्त भारत सूचकांक में हरियाणा को शीर्ष स्थान प्राप्त हुआ है। पूरे भारत में एनीमिया की रोकथाम के लिये स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और यूनिसेफ ने एनीमिया मुक्त भारत अभियान की शुरू की थी। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा एनीमिया मुक्त भारत सूचकांक जारी किया गया जिसमें हरियाणा 46.7 सूचकांक के साथ शीर्ष स्थान पर है। उल्लेखनीय है कि हरियाणा देश के उन 11 राज्यों में से एक है जिन्होंने वर्ष 2020 से पूर्व ही राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति के लक्ष्य प्राप्त को कर लिया है। एनीमिया एक ऐसी स्थिति होती है, जिसमे शारीरिक रक्त की ज़रूरतों को पूरा करने के लिये आवश्यक लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या या उनकी ऑक्सीजन वहन क्षमता अपर्याप्त होती है। यह क्षमता आयु, लिंग, ऊँचाइयों, धूम्रपान और गर्भावस्था की स्थितियों से परिवर्तित होती रहती है। लौह (Iron) की कमी इसका सबसे सामान्य लक्षण है।