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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 22 मार्च, 2022

  • 22 Mar 2022
  • 7 min read

आशीष झा

हाल ही में अमेरिका में रहने वाले भारतीय मूल के चिकित्सक आशीष झा (Ashish Jha) को व्हाइट हाउस का नया कोविड-19 प्रतिक्रिया समन्वयक (White House Covid-19 Response Coordinator) नियुक्त किया गया है। वे जेफ ज़िन्ट्स की जगह लेंगे। आशीष झा अमेरिका में एक प्रमुख संक्रामक रोग विशेषज्ञ हैं और ब्राउन यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के डीन हैं। उन्होंने इबोला वायरस पर कार्य किया है तथा वर्ष 2014 में पश्चिम अफ्रीका में इस बीमारी के प्रकोप से निपटने हेतु एक पैनल के सह-अध्यक्ष के रूप में कार्य किया है। आशीष झा का जन्म वर्ष 1970 में भारत के बिहार राज्य में हुआ। वह वर्ष 1979 में कनाडा और फिर वर्ष 1983 में अमेरिका चले गए। उन्होंने हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के ब्रिघम व महिला अस्पताल में अपनी सामान्य चिकित्सा फेलोशिप पूरी की तथा उसके बाद वर्ष 2004 में हार्वर्ड टीएच चान स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ से सार्वजनिक स्वास्थ्य की डिग्री प्राप्त की। उन्होंने पूर्व में हार्वर्ड ग्लोबल हेल्थ इंस्टीट्यूट के निदेशक के रूप में कार्य किया और हार्वर्ड मेडिकल स्कूल तथा हार्वर्ड टीएच चान स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ में पढ़ाने का काम भी किया है। उनके कार्य ने ज़्यादातर अमेरिकी स्वास्थ्य प्रणालियों में सुधार पर ध्यान केंद्रित किया है, उनके नाम पर 200 से अधिक अनुभवजन्य पत्र (Empirical Papers) प्रकाशित हुए हैं। 

पहली पेपरलेस विधानसभा

हाल ही में नगालैंड राज्य की विधानसभा पेपरलेस कार्यप्रणाली को अपनाने हेतु नेशनल ई-विद्या एप्लीकेशन (National e-Vidhan Application- NeVA) कार्यक्रम को लागू कर देश की पहली राज्य विधानसभा बन गई है। NeVA एक प्रकार की कार्य-प्रवाह प्रणाली (Work-Flow System) है जिसे NIC क्लाउड, मेघराज (MeghRaj) पर तैनात किया गया है जो सदन के अध्यक्ष द्वारा सदन की कार्यवाही के  सुचारू रूप से संचालन के साथ ही सदन के विधायी कार्य को कागज़ रहित/पेपरलेस तरीके से संचालित करने में मदद करती है। NeVA एक सदस्य-केंद्रित और डिवाइस न्यूट्रल एप्लीकेशन है जिसे सदस्यों के संपर्क विवरण, व्यवसाय की सूची, प्रक्रिया नियमों, बुलेटिन, नोटिस, तारांकित या अतारांकित प्रश्नों के बारे में पूरी जानकारी एकत्र कर सदस्यों की विभिन्न कार्यवाही को स्मार्ट तरीके से संभालने के लिये तैयार किया गया था। NeVA के कार्यान्वयन पर होने वाले खर्च को केंद्र सरकार और राज्य सरकार के बीच 90:10 के अनुपात के आधार पर वित्तपोषित किया जाता है। NeVA का उद्देश्य देश की विधायिकाओं को एक मंच प्रदान कर एक साथ लाना है।

बिहार दिवस

22 मार्च, 2022 को बिहार राज्य द्वारा अपना 110वाँ स्थापना दिवस अर्थात् “बिहार दिवस” मनाया जा रहा है। यह दिवस प्रतिवर्ष 22 मार्च को मनाया जाता है। यह बिहार राज्य के गठन का प्रतीक है। इस दिन वर्ष 1912 में ब्रिटिश सरकार द्वारा बिहार को बंगाल से अलग कर नया राज्य बनाया गया था। प्राचीन भारत में बिहार को एक शक्ति केंद्र, शिक्षण स्थल एवं संस्कृति के केंद्र के रूप में जाना जाता था। भारत का पहला साम्राज्य जिसे “मौर्य साम्राज्य” कहा जाता है, का उदय मगध से हुआ था। बिहार जो कि पूर्वी भारत का एक राज्य है, जनसंख्या की दृष्टि से भारत का तीसरा सबसे बड़ा तथा क्षेत्रफल की दृष्टि से 12वाँ सबसे बड़ा राज्य है। इसका क्षेत्रफल 94,163 वर्ग किलोमीटर है। यह पश्चिम में उत्तर प्रदेश, उत्तर में नेपाल, पूर्व में पश्चिम बंगाल के उत्तरी भाग और दक्षिण में झारखंड से घिरा हुआ है। इसके तीन मुख्य सांस्कृतिक क्षेत्रों में मिथिला, मगध व भोजपुर शामिल हैं। राज्य की आधिकारिक भाषाएँ हिंदी एवं उर्दू हैं।

एक्वामैप 

हाल ही में नए जल प्रबंधन और नीति केंद्र- एक्वामैप (AquaMAP) का उद्घाटन भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार, प्रो. के. विजयराघवन द्वारा IIT मद्रास में किया गया है, साथ ही इसकी वेबसाइट https://aquamap.iitm.ac.in/ को भी लॉन्च किया गया गया है। एक्वामैप के उद्देश्यों में शामिल हैं- स्मार्ट जल प्रबंधन प्रथाओं को लागू करने में आने वाली चुनौतियों का समाधान प्रस्तुत करना, वास्तविक जीवन की जल संबंधी समस्याओं का समाधान करने की क्षमता हासिल करना, विभिन्न अनुप्रयोगों और व्यापक प्रभाव वाले समाधान प्रदान करना। इससे कम-से-कम छह जल नवाचार गांँवों या कस्बों (Water Innovation Villages or Towns) में पायलट प्रोजेक्ट पर अध्ययन करने में मदद मिलेगी। इसे उस समय एक मॉडल के रूप में प्रदर्शित किया जा सकता है जब भारत के भीतर नीति कार्यान्वयन और जल प्रबंधन को दोहराए जाने की आवश्यकता होती है। इस परियोजना के तहत एक अत्याधुनिक हाइड्रो-सूचना विज्ञान प्रयोगशाला (Hydro-Informatics Laboratory) भी स्थापित भी की जाएगी। एक्वामैप के अंतर्गत जल प्रबंधन प्रथाओं को देश भर में विभिन्न क्षेत्रों में लागू किया जाएगा तथा नवीन प्रबंधन प्रौद्योगिकियों के लिये स्केलेबल मॉडल के रूप में उपयोग किया जाएगा।

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