Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 21 दिसंबर, 2021 | 21 Dec 2021
विंटर सोल्स्टिस
21 दिसंबर को भारत समेत कई देशों में सबसे छोटा दिन होता है। ऐसा केवल पृथ्वी के उत्तरी गोलार्द्ध के देशों में ही होता है। इसके विपरीत दक्षिणी गोलार्द्ध के देशों में सबसे बड़ा दिन होता है। पृथ्वी अपने अक्ष पर साढ़े तेइस डिग्री झुकी हुई है, इस कारण सूर्य की दूरी पृथ्वी के उत्तरी गोलार्द्ध से अधिक हो जाती है। इससे सूर्य की किरणों का प्रसार पृथ्वी पर कम समय तक होता है। 21 दिसंबर को सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण में प्रवेश करता है। इस दिन सूर्य की किरणें मकर रेखा के लंबवत होती हैं और कर्क रेखा को तिरछा स्पर्श करती हैं। इस कारण सूर्य जल्दी डूबता है और रात जल्दी हो जाती है। अर्थात् पृथ्वी जब अपनी धुरी पर चक्कर लगाती है तो किसी एक जगह पर पड़ने वाली सूर्य की किरणें दिन के अंतराल को प्रभावित करती हैं जिस कारण दिन छोटा और बड़ा होता है।
एस-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम
देश के एयर डिफेंस सिस्टम को मज़बूती देते हुए भारतीय वायुसेना (IAF), S-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम (S-400 Air Defence Missile System) की पहली स्क्वॉड्रन को पंजाब सेक्टर में तैनात करने जा रही है। एस-400 ट्रायम्फ रूस द्वारा डिज़ाइन की गई एक गतिशील और सतह से हवा में मार करने वाली (Surface-to-Air Missile System- SAM) मिसाइल प्रणाली है। यह विश्व में लंबी दूरी की सतह से हवा में मार करने में सक्षम (Modern Long-Range SAM- MLR SAM) परिचालन के लिये तैनात सबसे खतरनाक आधुनिक मिसाइल प्रणाली है, जिसे अमेरिका द्वारा विकसित ‘टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस सिस्टम’ (THAAD) से भी बेहतर माना जाता है। यह प्रणाली 30 किमी. तक की ऊँचाई पर 400 किमी. की सीमा के भीतर विमान, मानव रहित हवाई वाहन (UAV) और बैलिस्टिक तथा क्रूज़ मिसाइलों सहित सभी प्रकार के हवाई लक्ष्यों को भेद सकती है। यह प्रणाली एक साथ 100 हवाई लक्ष्यों को ट्रैक कर सकती है तथा उनमें से छह को एक साथ लक्षित कर सकती है।
प्रदीप कुमार रावत
हाल ही में वरिष्ठ राजनयिक प्रदीप कुमार रावत को चीन में भारत का नया राजदूत नियुक्त किया गया है। पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच सीमा पर तनातनी के बीच उनकी नियुक्ति को अहम माना जा रहा है। भारतीय विदेश सेवा के वर्ष 1990 बैच के अधिकारी रावत वर्तमान में नीदरलैंड में भारतीय दूत के रूप में अपनी सेवाएँ दे रहे हैं। वह विक्रम मिश्री की जगह लेंगे। वह पहले हॉन्गकॉन्ग और बीजिंग में काम कर चुके हैं। रावत ने सितंबर 2017 से दिसंबर 2020 तक इंडोनेशिया एवं तिमोर-लेस्ते में राजदूत के रूप में अपनी सेवाएँ दी हैं।