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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 21 अगस्त, 2020

  • 21 Aug 2020
  • 6 min read

सरदार पटेल राष्ट्रीय एकता पुरस्कार

देश की एकता और अखंडता में योगदान के क्षेत्र में दिये जाने वाले सर्वोच्च नागरिक सम्मान सरदार पटेल राष्ट्रीय एकता पुरस्कार के लिये ऑनलाइन नामांकन की प्रक्रिया की अवधि 31 अक्तूबर तक बढ़ा दी गई है। भारत सरकार ने सरदार वल्‍लभभाई पटेल के नाम पर देश की एकता और अखंडता के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिये इस सर्वोच्‍च नागरिक पुरस्‍कार का गठन किया है। यह पुरस्कार राष्‍ट्रीय एकता और अखंडता को प्रोत्‍साहन देने तथा मज़बूत एवं अखंड भारत के मूल्‍यों को स्‍थापित करने के संबंध में प्रदान किया जाता है। धर्म, नस्‍ल, जाति, लिंग, जन्‍म-स्‍थान, आयु या व्‍यवसाय से इतर सभी नागरिक और संस्‍थान/संगठन इस पुरस्‍कार के लिये पात्र हैं। इस पुरस्कार के तहत एक पदक और एक प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है। इस पुरस्कार के तहत कोई भी मौद्रिक अनुदान या नकद पुरस्कार प्रदान नहीं किया जाता है। कोई भी भारतीय नागरिक या संस्थान/संगठन पुरस्‍कार के लिये किसी को भी नामित कर सकता है। साथ ही भारतीय नागरिक स्वयं को भी नामित कर सकते हैं। राज्‍य सरकार, केंद्र शासित प्रशासन और भारत सरकार के मंत्रालय भी इस पुरस्कार के लिये नामांकन भेज सकते हैं।

महाराष्ट्र में सैनिकों को ग्राम पंचायत संपत्ति कर से छूट

हाल ही में महाराष्ट्र के ग्रामीण विकास मंत्री हसन मुश्रीफ ने घोषणा की है कि महाराष्ट्र में सभी सेवारत और सेवानिवृत्त सैनिकों को ग्राम पंचायत संपत्ति कर (Gram Panchayat Property Tax) से छूट दी जाएगी। महाराष्ट्र सरकार ने इस संबंध में एक सार्वजनिक प्रस्ताव भी जारी किया है। महाराष्ट्र में मौजूद नियमों के अनुसार, अब तक रक्षा वीरता पुरस्कार के प्राप्तकर्ताओं और उनके आश्रितों को एक आवासीय भवन के लिये ग्राम पंचायत संपत्ति कर से छूट प्रदान की गई थी। अब राज्य में इस नियम के दायरे को विस्तृत कर दिया गया है, जिससे राज्य के सेवारत और सेवानिवृत्त सैनिक भी इसका लाभ प्राप्त कर सकेंगे। इस संबंध में घोषणा करते हुए ग्रामीण विकास मंत्री हसन मुश्रीफ ने कहा कि यह निर्णय मुख्य तौर पर उन सैनिकों को सम्मानित करने के उद्देश्य से लिया गया है, जो दिन-रात देश की रक्षा करते हैं।

सद्भावना दिवस

प्रत्येक वर्ष 20 अगस्त को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती सद्भावना दिवस (Sadbhavana Diwas) के रूप में मनाई जाती है। 40 वर्ष की उम्र में प्रधानमंत्री बनने वाले राजीव गांधी भारत के सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री थे और संभवतः दुनिया के उन युवा राजनीतिज्ञों में से एक हैं जिन्होंने किसी देश की सरकार का नेतृत्त्व किया है। राजीव गांधी का जन्म 20 अगस्त 1944 को बंबई में हुआ था। भारत से अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त करने के बाद राजीव गांधी लंदन के इम्पीरियल कॉलेज (Imperial College) चले गए, जहाँ उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। वर्ष 1980 में एक विमान दुर्घटना में उनके भाई संजय गांधी की मृत्यु हो गई, और राजीव गांधी पर राजनीति में आने का दबाव बनाया जाने लगा। ध्यातव्य है कि उन्हें राजनीति से अधिक विज्ञान एवं इंजीनियरिंग में दिलचस्पी थी। 31 अक्तूबर, 1984 को उनकी माँ इंदिरा गांधी की हत्या कर दी गई, जिसके बाद राजीव गांधी काॅॅन्ग्रेस अध्यक्ष एवं देश के प्रधानमंत्री बने। 21 मई, 1991 को चेन्नई से लगभग 50 किलोमीटर दूर श्रीपेरंबदूर (Sriperambudur) नामक गांव में राजीव गांधी की हत्या कर दी गई थी।

शास्त्रीय और लोक कला अकादमी- IIT खड़गपुर

हाल ही में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान- खड़गपुर (IIT-Kharagpur) ने नई शिक्षा नीति, 2020 (New Education Policy) के प्रस्तावों को अपनाते हुए अपने परिसर में शास्त्रीय एवं लोक कला अकादमी की शुरुआत की है। गौरतलब है कि यह अकादमी संगीत, ललित कला और अन्य प्रदर्शन कलाओं में प्रशिक्षण प्रदान करेगी। इस संबंध में आधिकारिक सूचना देते हुए संस्थान की प्रवक्ता ने कहा कि यह अकादमी युवाओं में प्रयोग एवं नवाचार के गुण विकसित करेगी। ध्यातव्य है कि बीते माह केंद्र सरकार ने ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020’ (National Education Policy- 2020) को मंज़ूरी दी थी। इस नई शिक्षा नीति में छात्रों में रचनात्मक सोच, तार्किक निर्णय और नवाचार की भावना को प्रोत्साहित करने पर बल दिया गया है। इसी से प्रेरणा लेते हुए IIT-खड़गपुर ने अपने परिसर में शास्त्रीय एवं लोक कला अकादमी की शुरुआत की है। इसके अलावा राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में शिक्षा की पहुँच, समानता, गुणवत्ता, वहनीय शिक्षा और उत्तरदायित्त्व जैसे मुद्दों पर विशेष ध्यान दिया गया है।

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