Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 20 नवंबर, 2021 | 20 Nov 2021
विश्व विरासत सप्ताह
संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) द्वारा प्रतिवर्ष 19 नवंबर से 25 नवंबर तक ‘विश्व विरासत सप्ताह’ मनाया जाता है। इसका उद्देश्य आम लोगों को समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के प्रति जागरूक करना और इसके संरक्षण हेतु प्रयास करना है। भारत में इस समारोह का आयोजन ‘भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण’ (ASI) द्वारा किया जाता है। भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण राष्ट्र की सांस्कृतिक विरासतों के पुरातत्त्वीय अनुसंधान तथा संरक्षण के लिये एक प्रमुख संगठन है, जो कि मुख्य तौर पर प्राचीन स्मारको तथा पुरातत्त्वीय स्थलों एवं अवशेषों का रखरखाव करता है। विश्व विरासत सप्ताह के अवसर पर ‘भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण’ और कई अन्य संग्रहालयों द्वारा प्राचीन स्मारकों के महत्त्व व उनके संरक्षण को रेखांकित करते हुए कार्यक्रम आयोजित किये हैं। भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण संस्कृति मंत्रालय के अधीन कार्य करता है। वर्तमान में भारत में 40 यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल हैं जिनमें 32 सांस्कृतिक स्थल, 7 प्राकृतिक स्थल और 1 मिश्रित स्थल शामिल है। गौरतलब है कि हाल ही में यूनेस्को की विश्व धरोहर समिति ने अपने 44वें सत्र के दौरान तेलंगाना के वारंगल में ‘काकतीय रुद्रेश्वर (रामप्पा) मंदिर’ और गुजरात के हड़प्पा-युग के शहर ‘धौलावीरा’ को यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल की सूची में शामिल किया था। वहीं वर्तमान में देश में 3,691 स्मारक, पुरातत्त्व विभाग द्वारा संरक्षित किये गए हैं। सबसे अधिक 745 संरक्षित स्थल उत्तर प्रदेश में स्थित हैं।
रानी लक्ष्मीबाई
19 नवंबर, 2021 को रानी लक्ष्मीबाई की 193वीं जयंती मनाई गई। रानी लक्ष्मीबाई का जन्म 19 नवंबर, 1828 को वाराणसी में हुआ था और उनके बचपन का नाम ‘मणिकर्णिका तांबे’ था। उन्होंने बचपन में ही घुड़सवारी, तलवारबाज़ी और निशानेबाज़ी जैसी कलाओं में निपुणता हासिल कर ली थी। वर्ष 1842 में 14 वर्ष की उम्र में इनका विवाह झाँसी के महाराजा ‘गंगाधर राव’ के साथ कर दिया गया, उसके बाद से इन्हें ‘लक्ष्मीबाई’ के नाम से जाना गया। महाराजा की मृत्यु के बाद अंग्रेज़ों ने ‘व्यपगत सिद्धांत’ (Doctrine of Lapse) का हवाला देते हुए महाराजा के दत्तक पुत्र दामोदर राव को झाँसी के सिंहासन का कानूनी उत्तराधिकारी स्वीकार करने से इनकार कर दिया। इस सिद्धांत के मुताबिक, यदि ईस्ट इंडिया कंपनी के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष नियंत्रण में आने वाली किसी रियासत के शासक के पास कानूनी तौर पर पुरुष उत्तराधिकारी नहीं है तो कंपनी द्वारा इस रियासत का अधिग्रहण कर लिया जाएगा। रानी लक्ष्मीबाई ने इस व्यवस्था का विरोध किया और जून 1857 में रानी लक्ष्मीबाई के नेतृत्व में झाँसी में विद्रोह प्रारंभ हो गया। ज्ञात हो कि यह वही समय था जब मेरठ में कंपनी के भारतीय सिपाहियों ने विद्रोह किया था, तत्पश्चात् यह विद्रोह कानपुर, बरेली, झाँसी, दिल्ली, अवध आदि स्थानों तक फैल गया। 1857 के विद्रोह में रानी लक्ष्मीबाई की काफी महत्त्वपूर्ण भूमिका मानी जाती है। झाँसी की सुरक्षा करते हुए ईस्ट इंडिया कंपनी के साथ हुए युद्ध में 17 जून, 1858 को रानी लक्ष्मीबाई की मृत्यु हो गई।
इंदिरा गांधी
19 नवंबर, 2021 को उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को उनकी जयंती पर श्रद्धा सुमन अर्पित किये। देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की पुत्री इंदिरा गांधी का जन्म 19 नवंबर, 1917 को प्रयागराज (इलाहाबाद) में हुआ था। 1950 के दशक की शुरुआत में उन्होंने अनौपचारिक रूप से अपने पिता पंडित जवाहरलाल नेहरू के निजी सहायक के रूप में कार्य किया। वर्ष 1955 में वे काॅन्ग्रेस कार्यसमिति में शामिल हुईं और वर्ष 1959 में उन्हें काॅन्ग्रेस का अध्यक्ष चुन लिया गया। वर्ष 1964 में प्रधानमंत्री नेहरू की मृत्यु के बाद उन्होंने लाल बहादुर शास्त्री के नेतृत्त्व में कैबिनेट मंत्री के रूप में कार्य किया, किंतु लाल बहादुर शास्त्री की आकस्मिक मृत्यु के बाद वर्ष 1966 में वे देश की 5वीं प्रधानमंत्री बनीं। वर्ष 1975 में उनके कार्यकाल के दौरान भारत में आपातकाल लागू किया गया, जो कि भारतीय लोकतंत्र के इतिहास का एक ‘काला अध्याय’ माना जाता है। 31 अक्तूबर, 1984 को दो सिख अंगरक्षकों द्वारा उनकी हत्या कर दी गई।
स्वच्छ सर्वेक्षण 2021
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद 'स्वच्छ सर्वेक्षण 2021' में स्वच्छ एवं अपशिष्ट मुक्त होने संबंधी स्टार रेटिंग प्राप्त करने वाले 342 शहरों को सम्मानित करेंगे। इसमें 9 पाँच सितारा शहर, 166 तीन सितारा शहर, 167 एक सितारा शहर शामिल हैं। केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय (MOHUA) द्वारा शहरों को सम्मानित करने हेतु राजधानी दिल्ली स्थित ‘विज्ञान भवन’ में 'स्वच्छ अमृत महोत्सव' का आयोजन किया जा रहा है। ‘स्वच्छ सर्वेक्षण’ के इस छठे संस्करण में 4,320 शहरों ने हिस्सा लिया था, जिससे यह विश्व का सबसे बड़ा शहरी स्वच्छता सर्वेक्षण बन गया है। केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय के मुताबिक, 1,100 से अधिक अतिरिक्त शहरों में अपशिष्ट के स्रोत को अलग करने का कार्य शुरू कर दिया गया है, जबकि करीब 1,800 शहरी स्थानीय निकाय सफाई कर्मचारियों को कल्याणकारी लाभ प्रदान कर रहे हैं।