विविध
Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 19 सितंबर, 2022
- 19 Sep 2022
- 7 min read
उप्र के मानसून सत्र में महिला विधायकों के लिये एक दिन आरक्षित
उत्तर प्रदेश विधानमण्डल का मानसून सत्र 19 सितंबर, 2022 से लखनऊ में शुरू हो रहा है। इस सत्र के दौरान पहली बार विधानसभा में इस महीने की 22 तारीख को महिला विधायकों के लिये एक दिन आरक्षित किया गया है। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने बताया कि 22 सितंबर, 2022 को प्रश्नकाल के बाद महिला प्रतिनिधि, महिलाओं से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करेंगी। प्रत्येक महिला सदस्य को कम-से-कम तीन मिनट और अधिकतम आठ मिनट बोलने का अवसर मिलेगा। देश में यह अपनी तरह का पहला प्रयास है। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की वर्तमान विधानसभा में 47 तथा विधानपरिषद में 06 महिलाएँ सदस्य हैं।
विश्व बाँस दिवस
प्रत्येक वर्ष 18 सितंबर को विश्व बाँस दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन बाँस के लाभों के बारे में जागरूकता के प्रसार और रोज़मर्रा के उत्पादों में इसके उपयोग को बढ़ावा देने के लिये मनाया जाता है। विश्व बाँस दिवस, 2022 की थीम ‘#PlantBamboo’ यानी बाँस के पौधे लगाएँ है। वर्ष 2009 में बैंकाक (थाईलैंड) में आयोजित 8वीं विश्व बाँस काॅन्ग्रेस (World Bamboo Congress) में विश्व बाँस संगठन (World Bamboo Organization) ने आधिकारिक रूप से 18 सितंबर को विश्व बाँस दिवस (WBD) मनाए जाने की घोषणा की। विश्व बाँस संगठन का उद्देश्य प्राकृतिक संसाधनों एवं पर्यावरण की रक्षा के लिये इसके स्थायी उपयोग को सुनिश्चित करने हेतु दुनिया भर के क्षेत्रों में नए उद्योगों के लिये बाँस की खेती को बढ़ावा देना, साथ ही सामुदायिक आर्थिक विकास हेतु स्थानीय रूप से पारंपरिक उपयोगों को बढ़ावा देना है। विश्व बाँस संगठन (World Bamboo Organization) की स्थापना वर्ष 2005 में हुई थी। इसका मुख्यालय एंटवर्प (बेल्जियम) में है।
वाराणसी पहली SCO पर्यटन और सांस्कृतिक राजधानी
भारत की सांस्कृतिक राजधानी वाराणसी को शंघाई सहयोग संगठन (SCO) द्वारा SCO की पहली पर्यटन और सांस्कृतिक राजधानी घोषित किया गया है। यह ऐलान SCO के सदस्य देशों ने 16 सितंबर, 2022 को उज़्बेकिस्तान के समरकंद में किया। इसमें वर्ष 2022-23 के लिये वाराणसी को SCO की पहली पर्यटन और सांस्कृतिक राजधानी के रूप में स्वीकार किया गया है। इसके तहत वर्ष 2022-23 में वाराणसी में कई कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे, जिसमें SCO के सदस्य राज्यों से मेहमानों को भाग लेने के लिये आमंत्रित किया जाएगा। इन आयोजनों में विद्वानों, लेखकों, संगीतकारों, कलाकारों, फोटो जर्नलिस्ट, ब्लॉगर्स आदि को आमंत्रित किया जाएगा। इससे SCO देशों और भारत के बीच संबंधों को मज़बूती प्रदान करने में मदद मिलेगी। SCO एक स्थायी अंतर-सरकारी अंतर्राष्ट्रीय संगठन है। इसका गठन वर्ष 2001 में किया गया था। SCO चार्टर पर वर्ष 2002 में हस्ताक्षर किये गए थे और यह वर्ष 2003 में लागू हुआ। यह एक यूरेशियाई राजनीतिक, आर्थिक और सैन्य संगठन है जिसका लक्ष्य इस क्षेत्र में शांति, सुरक्षा तथा स्थिरता बनाए रखना है। इसे उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (NATO) के प्रतिकार के रूप में देखा जाता है, यह नौ सदस्यीय आर्थिक और सुरक्षा ब्लॉक है तथा सबसे बड़े अंतर-क्षेत्रीय अंतर्राष्ट्रीय संगठनों में से एक के रूप में उभरा है।
देवेन्द्र झाझरिया
भारतीय भाला फेंक खिलाड़ी देवेन्द्र झाझरिया ने मोरक्को में विश्व पैरा एथलेटिक्स ग्रां प्री प्रतियोगिता में रजत पदक हासिल किया। पैरा ओलंपिक्स के स्वर्ण पदक विजेता देवेन्द्र ने 60.97 मीटर की दूरी पर भाला फेंक कर रजत पदक जीता। वे तीन बार के पैरा ओलंपिक पदक विजेता हैं। देवेन्द्र झाझड़िय भारतीय पैरालंपिक खिलाड़ी हैं। ये पैरालंपिक में दो स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय पैरालिंपियन है। वर्ष 2004 में एथेंस में आयोजित पैरालंपिक में उन्होंने पहला स्वर्ण पदक जीता था। वर्ष 2016 में रियो डी जनेरियो में आयोजित ग्रीष्मकालीन पैरालंपिक खेल में उन्होंने अपने पहले रिकॉर्ड को तोड़ते हुए एक ही आयोजन में दूसरा स्वर्ण पदक जीता। भारत ने दोनों खेलों में अभूतपूर्व नतीजे हासिल करते हुए अपना अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। भारत ने ओलंपिक में सात पदक जीते, जबकि पैरालंपिक में पाँच स्वर्ण सहित 19 पदक हासिल किये। भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा स्वर्ण पदक के साथ ओलंपिक के सबसे बड़े स्टार रहे। उन्होंने खेलों की एथलेटिक्स प्रतियोगिता में भारत को पहला पदक और 13 वर्ष में पहला स्वर्ण पदक दिलाया। खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार भी दिया जाता है, खेल रत्न पुरस्कार विजेता को 25 लाख रुपए की राशि, जबकि अर्जुन पुरस्कार विजेता को 15 लाख रुपए की राशि दी जाती है। कोच को द्रोणाचार्य पुरस्कार प्रदान किया जाता है।