Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 19 सितंबर, 2020 | 19 Sep 2020
यूज़र शुल्क
भारतीय रेलवे जल्द ही उच्च भीड़-भाड़ वाले देश के कुछ प्रमुख स्टेशनों पर ट्रेन किराये के साथ एक अतिरिक्त 'यूज़र शुल्क' अधिरोपित करने का विचार कर रही है। इस अतिरिक्त ‘यूज़र शुल्क’ का इस्तेमाल रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास और निवेश को आकर्षित करने के लिये बुनियादी ढाँचे को आधुनिक बनाने हेतु किया जाएगा। गौरतलब है कि देश भर के 70,000 से अधिक रेलवे स्टेशनों में से केवल 10 से 15 प्रतिशत यानी केवल 700-1000 स्टेशनों पर ही इस प्रकार का शुल्क अधिरोपित किया जाएगा। रेलवे बोर्ड ने अभी तक इस शुल्क के तहत वसूली जाने वाली राशि निर्धारित नहीं की है। भारतीय रेलवे ‘यूज़र शुल्क’ का निर्धारण स्टेशन पर एकत्र होने वाली भीड़ के आधार पर कर सकती है, साथ ही इस दौरान यह भी ध्यान रखा जाएगा कि उस स्टेशन को पुनर्विकास अथवा विस्तार की आवश्यकता है या नहीं।
विश्व रोगी सुरक्षा दिवस
प्रत्येक वर्ष वैश्विक स्तर पर 17 सितंबर को विश्व रोगी सुरक्षा दिवस (World Patient Safety Day) के रूप में मनाया जाता है। विश्व रोगी सुरक्षा दिवस वैश्विक एकजुटता और सभी देशों तथा अंतर्राष्ट्रीय भागीदारों द्वारा रोगी सुरक्षा में सुधार के लिये ठोस कार्रवाई का आह्वान करता है। इसके अतिरिक्त यह दिवस दुनिया भर के मरीज़ों, उनके परिवारों, समुदायों, स्वास्थ्य कार्यकर्त्ताओं और नीति-निर्माताओं को एक साथ लाने का प्रयास करता है, ताकि वे रोगी सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त कर सकें। 25 मई 2019 को विश्व स्वास्थ्य सभा ने अपने 72वें सम्मेलन में रोगी सुरक्षा को एक वैश्विक स्वास्थ्य प्राथमिकता के रूप में मान्यता देने और प्रतिवर्ष 17 सितंबर को विश्व रोगी सुरक्षा दिवस के रूप में मनाने से संबंधित एक प्रस्ताव पारित किया था। इस प्रकार वैश्विक स्तर पर पहला विश्व रोगी सुरक्षा दिवस 17 सितंबर, 2019 को मनाया गया था। वर्ष 2020 के लिये इस दिवस की थीम ‘सुरक्षित स्वास्थ्य कार्यकर्त्ता, सुरक्षित रोगी’ (Safe Health Workers, Safe Patients) चुनी गई है।
मुगल संग्रहालय
हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगरा में निर्माणाधीन मुगल संग्रहालय का नाम छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर रखने की घोषणा है। आगरा में हेरिटेज सेंटर और ताज ओरिएंटेशन सेंटर जैसी परियोजनाओं के साथ मुगल संग्रहालय की आधारशिला तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जनवरी 2016 में रखी थी। ताजमहल के पूर्वी द्वार के पास लगभग 6 एकड़ भूमि पर बनने वाले इस संग्रहालय का निर्माण मुख्य तौर पर मुगलों के समय के हथियारों, संस्कृति और पोशाक के बारे में पर्यटकों को अवगत कराने के लिये किया जा रहा है। हालाँकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि नाम में परिवर्तन होने के साथ इस परियोजना की प्रकृति में भी परिवर्तन किया जाएगा अथवा नहीं।