Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 18 मई, 2021 | 18 May 2021
अंतर्राष्ट्रीय प्रकाश दिवस
प्रतिवर्ष 16 मई को विश्व भर में यूनेस्को द्वारा अंतर्राष्ट्रीय प्रकाश दिवस मनाया जाता है। प्रकाश हमारे जीवन में एक केंद्रीय भूमिका निभाता है। सबसे बुनियादी स्तर पर प्रकाश संश्लेषण के माध्यम से प्रकाश ही जीवन के मूल में है। प्रकाश के अध्ययन ने वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों, नैदानिक प्रौद्योगिकी और उपचार में जीवन रक्षक चिकित्सा पद्धति एवं लाइट-स्पीड इंटरनेट और इसी प्रकार की अन्य खोजों से समाज में क्रांति ला दी है तथा ब्रह्मांड के प्रति हमारी समझ को महत्त्वपूर्ण आकार दिया है। अंतर्राष्ट्रीय प्रकाश दिवस एक वार्षिक पहल है, जिसका उद्देश्य आम जनमानस के दैनिक जीवन में प्रकाश-आधारित प्रौद्योगिकियों द्वारा निभाई गई महत्त्वपूर्ण भूमिका के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। यह दिन वर्ष 1960 में लेज़र के पहले सफल संचालन को चिह्नित करने के लिये मनाया जाता है। पहला सफल लेज़र संचालन ‘थियोडोर मैमन’ नामक एक अमेरिकी इंजीनियर एवं भौतिक विज्ञानी द्वारा किया गया था। यह दिवस वैज्ञानिक सहयोग को मज़बूत करने और शांति एवं सतत् विकास को बढ़ावा देने हेतु ‘प्रकाश’ की क्षमता के दोहन का आह्वान करता है। इस दिवस को यूनेस्को के ‘इंटरनेशनल बेसिक साइंस प्रोग्राम’ (IBSP) से प्रशासित किया जाता है। प्रकाश विज्ञान और उसके अनुप्रयोगों की उपलब्धियों के बारे में वैश्विक जागरूकता बढ़ाने के लिये संयुक्त राष्ट्र ने सर्वप्रथम वर्ष 2015 में ‘प्रकाश और प्रकाश आधारित प्रौद्योगिकियों का अंतर्राष्ट्रीय’ वर्ष मनाया था, इसके पश्चात् वर्ष 2018 में पहला अंतर्राष्ट्रीय प्रकाश दिवस आयोजित किया गया।
‘सिमोर्ग’ सुपर कंप्यूटर
ईरान ने अपने अब तक के सबसे शक्तिशाली सुपर कंप्यूटर ‘सिमोर्ग’ (Simorgh) का अनावरण किया है, जिसे तेहरान के अमीरकबीर प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (ATU) द्वारा घरेलू रूप से विकसित किया गया है। ईरान ने अपने इस सुपर कंप्यूटर का नाम एक पौराणिक फारसी पक्षी के नाम पर रखा है और इस कंप्यूटर में वर्तमान में 0.56 पेटाफ्लॉप की प्रदर्शन क्षमता मौजूद है, वहीं आगामी दो माह में इसकी क्षमता 1 पेटाफ्लॉप तक पहुँच जाएगी। इसके अलावा यह सुपर कंप्यूटर विकास के अगले चरण में 10 पेटाफ्लॉप की क्षमता तक पहुँच सकेगा। ईरान के मुताबिक, इस सुपर कंप्यूटर को पूरी तरह से ईरान के इंजीनियरों की एक टीम द्वारा डिज़ाइन और निर्मित किया गया था, जिन्होंने एक दशक पूर्व भी देश के पहले सुपर कंप्यूटर का विकास किया था। इस सुपर कंप्यूटर का उद्देश्य ईरान की कंपनियों को एक विश्वसनीय डिजिटल बुनियादी अवसंरचना प्रदान करना है, जिसमें विशेष तौर पर निजी फार्मों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। साथ ही इस कंप्यूटर का उपयोग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ट्रैफिक स्वचालन, मौसम संबंधी डेटा और इमेज प्रोसेसिंग आदि के लिये भी किया जाएगा।
विश्व दूरसंचार और सूचना समाज दिवस
प्रतिवर्ष 17 मई को विश्व भर में ‘विश्व दूरसंचार और सूचना समाज दिवस’ का आयोजन किया जाता है। इस दिवस का उद्देश्य इंटरनेट और अन्य सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकियों (ITC) के उपयोग से समाज तथा अर्थव्यवस्थाओं में लाए जाने वाले महत्त्वपूर्ण परिवर्तनों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। इस दिवस को ‘विश्व सूचना समाज दिवस’ और ‘विश्व दूरसंचार समाज दिवस’ के समामेलन के रूप में आयोजित किया जाता है। ‘विश्व दूरसंचार समाज दिवस’ अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (ITU) की स्थापना तथा वर्ष 1865 में पहले अंतर्राष्ट्रीय टेलीग्राफ कन्वेंशन पर हस्ताक्षर को चिह्नित करता है, जबकि ‘विश्व सूचना समाज दिवस’ ‘वर्ल्ड समिट ऑन द इंफॉर्मेशन सोसायटी’ (WSIS) द्वारा रेखांकित ITC के महत्त्व और सूचना समाज से संबंधित व्यापक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करता है। वर्ष 2006 में संयुक्त राष्ट्र ने दोनों दिवसों को संयुक्त तौर पर प्रतिवर्ष एक साथ आयोजित करने का निर्णय किया था। वर्ष 2021 में इस दिवस की थीम है- ‘चुनौतीपूर्ण समय में डिजिटल परिवर्तन को गति देना’, जो कि मौज़ूदा कोरोना वायरस महामारी में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर डिजिटल अवसंरचना में महत्त्वपूर्ण बदलाव लाने और डिजिटल डिवाइड को कम करने पर केंद्रित है।
नीरा टंडन
भारतीय मूल की अमेरिकी राजनीतिज्ञ नीरा टंडन को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की वरिष्ठ सलाहकार नियुक्त किया गया है। नीरा टंडन वर्तमान में अमेरिका के प्रगतिशील थिंक-टैंक, सेंटर फॉर अमेरिकन प्रोग्रेस (CAP) की अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) के रूप में कार्यरत हैं। नीरा टंडन इससे पूर्व अमेरिकी स्वास्थ्य एवं मानव सेवा विभाग में स्वास्थ्य सुधारों हेतु वरिष्ठ सलाहकार के रूप में भी कार्य कर चुकी हैं। नीरा टंडन ने अपने राजनीतिक कॅॅरियर की शुरुआत पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के कार्यकाल में व्हाइट हाउस में घरेलू नीति के लिये एक सहयोगी निदेशक और अमेरिका की ‘फर्स्ट लेडी’ की वरिष्ठ नीति सलाहकार के रूप में की थी। नीरा टंडन ने कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय से विज्ञान में स्नातक और येल लॉ स्कूल से कानून की पढाई की है।