Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 18 अगस्त, 2022 | 18 Aug 2022
‘पंच प्राण’ (Panch Pran) लक्ष्य
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त, 2022 को भारत के लोगों से विकसित राष्ट्र के लिये "पंच प्राण" (पाँच प्रतिज्ञा) लेने का आह्वान किया और वर्ष 2047, भारत की स्वतंत्रता का 100वें वर्ष तक स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को पूरा करने का लक्ष्य रखा। प्रधानमंत्री ने 75वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए उन पाँच प्रतिज्ञाओं के बारे में बात की जिन पर देश को अगले 25 वर्षों तक ध्यान देने की आवश्यकता है। आने वाले 25 साल के लिये उन पंच प्राण पर अपनी शक्ति को केंद्रित करना होगा। वर्ष 2047 जब आज़ादी के 100 साल होंगे, आजादी के दिवानों के सारे सपने पूरे करने की ज़िम्मेदारी उठानी होगी। पहला प्राण लक्ष्य: विकसित भारत के बड़े संकल्प और संकल्प के साथ आगे बढ़ना है। दूसरा प्राण लक्ष्य: दासता के सभी निशान मिटाना है। भले ही हम अपने अंदर या अपने आस-पास दासता की छोटी-छोटी चीजें देखें, हमें इससे छुटकारा पाना होगा। तीसरा प्राण लक्ष्य: हमें अपनी विरासत पर गर्व होना चाहिये। चौथा प्राण लक्ष्य: एकता और एकजुटता। 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' के हमारे सपनों के लिये एकता ही ताकत है। पाँचवाँ प्राण लक्ष्य: नागरिकों का कर्तव्य, इसमें प्रधानमंत्री भी बाहर नहीं होता है, राष्ट्रपति भी बाहर नहीं है और मुख्यमंत्री भी नहीं।
‘भारतीय दूतावास आवासीय परिसर ’
भारत के विदेश मंत्री ने 17, 2022 अगस्त को बैंकॉक में थाईलैंड के उप-प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री के साथ ‘भारतीय दूतावास आवासीय परिसर’ का उद्घाटन किया। विदेश मंत्री भारत-थाईलैंड की ‘नौवीं संयुक्त आयोग’ की बैठक में हिस्सा लेने के लिये थाईलैंड के दौरे पर हैं। इससे पहले उन्होंने थाईलैंड के प्रधानमंत्री से भी मुलाकात की और उन्हें शुभकामनाएँ दी। विदेश मंत्री, बैंकॉक के एम.राल्ड बुद्ध मंदिर भी गए। भारत और थाईलैंड संयुक्त आयोग की नौवीं बैठक भी 17 अगस्त को बैंकॉक में संपन्न हुई। इस बैठक की अध्यक्षता भारत के विदेश मंत्री और थाईलैंड के उप-प्रधानमंत्री व विदेश मंत्री ने संयुक्त रूप से की। इस बैठक में सभी द्विपक्षीय संबंधों को और मज़बूत करने पर चर्चा हुई। दोनों पक्षों ने राजनीतिक, आर्थिक, सुरक्षा के साथ-साथ रक्षा, संपर्क और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में संबंध बढ़ाने एवं आसियान और बिमस्टेक में सहयोग पर भी चर्चा की। इस दौरान भारत और थाईलैंड ने हिंद-प्रशांत योजना पर भी विचार साझा किये।
पालन 1000 राष्ट्रीय अभियान
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने 16 अगस्त, 2022 को वर्चुअल मोड में ‘पालन 1000 राष्ट्रीय अभियान’ लॉन्च किया। इस अवसर पर एक पेरेंटिंग एप्लीकेशन का भी अनावरण किया गया जो मुख्य रूप से पहले दो वर्षों में बच्चों के विकास पर केंद्रित है। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री के अनुसार भारत ने वर्ष 2014 से बाल मृत्यु दर को कम करने के लिये त्वरित कदम उठाए हैं। परिणामस्वरूप बाल मृत्यु दर वर्ष 2019 में घटकर 1000 जीवित जन्मों पर 35 हो गई है, जबकि वर्ष 2014 में यह प्रति 1000 जीवित जन्मों पर 45 थी। यह अभियान इसलिये शुरू किया गया है क्योंकि पहले 1000 दिन बच्चे के शारीरिक, भावनात्मक, मानसिक, संज्ञानात्मक और सामाजिक स्वास्थ्य के लिये एक ठोस आधार के रूप में कार्य करते हैं। ‘Paalan 1000 Journey of the First 1000 Days’ में परिवारों, माता-पिता और देखभाल करने वालों के लिये प्रारंभिक वर्षों के प्रशिक्षण के साथ-साथ परिवारों की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने वाली सेवाएँ भी शामिल हैं। “Early Childhood Development Conclave” में पेरेंटिंग एप्लीकेशन लॉन्च किया गया था ताकि देखभाल करने वालों को व्यावहारिक सलाह दी जा सके कि वे रोज़मर्रा की दिनचर्या में क्या कर सकते हैं। यह माता-पिता के कई संदेहों को सुलझाने में भी मदद करेगा।