विविध
Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 17 दिसंबर, 2022
- 17 Dec 2022
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आइएनएस मोरमुगाओ
स्वदेशी मिसाइल विध्वंसक 'आइएनएस मोरमुगाओ (INS Mormugao)' को 18 दिसंबर को भारतीय नौसेना में शामिल किया जाएगा। भारतीय नौसेना के अनुसार यह युद्धपोत सेंसर, आधुनिक रडार प्रणाली और सतह\-से-सतह पर और सतह से हवा में मार करने में सक्षम मिसाइल जैसी हथियार प्रणालियों से पूरी तरह लैस है। इसकी लंबाई 163 मीटर और चौड़ाई 17 मीटर है, रक्षा मंत्री मुंबई में इस युद्धपोत का जलावतरण करेंगे। इसका नाम पश्चिमी तट पर स्थित ऐतिहासिक गोवा के बंदरगाह शहर पर रखा गया है। यह पोत पहली बार 19 दिसंबर, 2021 को समुद्र में उतरा था, यह दिवस पुर्तगाली शासन से गोवा की मुक्ति के 60 वर्ष का प्रतीक है। 'आत्मनिर्भर भारत' अभियान के तहत इस स्वदेशी युद्धपोत का निर्माण मझगाँव डाक शिपबिल्डर्स लिमिटेड द्वारा किया गया है। यह युद्धपोत परमाणु, जैविक सहित रासायनिक युद्ध लड़ने में सक्षम है।
एस्केप टनल टी-49
उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक परियोजना के तहत भारत की सबसे लंबी एस्केप टनल बनाई गई है। यह सुरंग दक्षिण की ओर सुंबर स्टेशन यार्ड और सुरंग टी-50 को जोड़ते हुए उत्तर की ओर खोड़ा गाँव में खोड़ा नाला पर ब्रिज नंबर 04 को जोड़ती है। भारतीय रेलवे का प्रयास है कि रेल नेटवर्क को बेहतर तरीके के साथ आम यात्रियों के लिये तैयार किया जाए। उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक परियोजना (USBRL) के कटरा-बनिहाल सेक्शन पर सुंबर और खारी स्टेशनों के बीच भारत ने सबसे लंबी एस्केप टनल टी-49 का निर्माण कर एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। रेलवे ने भारत की सबसे लंबी एस्केप टनल की लाइन और लेबल को सटीकता के साथ हासिल किया। टनल टी-49 एक जुड़वा ट्यूब सुरंग है जिसमें मुख्य सुरंग (12.75 किलोमीटर) और एस्केप टनल (12.895 किलोमीटर) है तथा यह 33 क्रॉस पैसेजों से जुड़ी है। इसकी फाइनल लाइनिंग का कार्य तेज़ गति से चल रहा है। वास्तव में इसका निर्माण आपातकालीन परिस्थितियों में बचाव और राहत कार्यों के लिये किया जाता है। एस्केप सुरंग हिमालय पर्वत के रामबन फॉर्मेशन के साथ-साथ खोड़ा, हिंगनी, पुंदन, नालों जैसी चिनाब नदी की विभिन्न सहायक नदियों/नालों के समनांतर गुज़रती है।