Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 17-अगस्त, 2022 | 17 Aug 2022
चार वॉलन्टरी ट्रस्ट में भारत का योगदान
भारत ने चार वॉलन्टरी ट्रस्ट फंड में चार लाख डॉलर का योगदान किया है। यह राशि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार के वैश्विक मानव अधिकार प्रोत्साहन और संरक्षण के सहयोग में दी गई है। जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन ने एक ट्वीट में कहा है कि यह योगदान इस संबंध में भारत की प्रतिबद्धता दर्शाता है। यह राशि चार ट्रस्ट फंड, वॉलन्टरी फंड फॉर विक्टिम्स ऑफ टॉर्चर, द वॉलन्टरी फंड फॉर टेक्नीकल कॉपरेशन, द वॉलन्टरी फंड फॉर फाइनेंसियल एण्ड टेक्नीकल असिसटेंस फॉर द इम्पलीमेंटेशन ऑफ यूनिवर्सल पीरियोडिक रिव्यू और द वॉलन्टरी टेक्नीकल असिसटेंस ट्रस्ट फंड टू सपोर्टस द पार्टिपेसन्स ऑफ एल डी सी एण्ड एस आई डी इन वर्क ऑफ काउन्सिल को दिया गया है।। मानवाधिकार परिषद संयुक्त राष्ट्र प्रणाली के भीतर एक अंतर-सरकारी निकाय है जो दुनिया भर में मानवाधिकारों के प्रचार और संरक्षण को मज़बूत करने हेतु ज़िम्मेदार है। इस परिषद का गठन वर्ष 2006 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा किया गया था। इसने मानवाधिकार पर पूर्व संयुक्त राष्ट्र आयोग का स्थान लिया था। मानवाधिकार हेतु उच्चायुक्त का कार्यालय (OHCHR) मानवाधिकार परिषद के सचिवालय के रूप में कार्य करता है। OHCHR का मुख्यालय जिनेवा, स्विट्ज़रलैंड में स्थित है।
भारतीय फुटबॉल महासंघ
विश्व फुटबॉल संचालन संस्था फीफा ने भारतीय फुटबॉल महासंघ को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया है। फीफा के नियमों के गंभीर उल्लंघन की वजह से यह निर्णय लिया गया है। भारतीय फुटबॉल महासंघ को अपने 85 साल के इतिहास में पहली बार फीफा से निलंबन का सामना करना पड़ा है। इस वजह से भारत में 11 से 30 अक्तूबर के बीच होने वाला फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप टल गया है। इस निलंबन का मतलब यह है कि जब तक यह जारी रहेगा तब तक भारतीय पुरुष फुटबॉल टीम और भारतीय महिला फुटबॉल टीम किसी भी अंतर्राष्ट्रीय मैच में हिस्सा नहीं ले पाएगी। साथ ही कोई भी खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय लीग में हिस्सा नहीं ले पाएगा। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) एक राष्ट्रीय संघ है जिसकी स्थापना वर्ष 1937 में शिमला स्थित सेना मुख्यालय में हुई थी। महासंघ के रूप में यह देश भर में फुटबॉल प्रतियोगिताओं का आयोजन करता है। AIFF एशियाई फुटबॉल परिसंघ (AFC) के संस्थापक सदस्यों में से एक है, जो एशिया में फुटबॉल का प्रबंधन करता है।
‘राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा ’
केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास मंत्री ने नागरिकों की भागीदारी द्वारा नया पाठ्यक्रम विकसित करने के लिये राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (NCF) हेतु नागरिक सर्वेक्षण में भाग लेने का आग्रह किया है। के अनुरूप एक सशक्त राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा, विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में एक प्रमुख भूमिका निभाएगी। एक जीवंत, सशक्त, समावेशी और भविष्यवादी राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा का विकास वैश्विक दृष्टिकोण के साथ समन्वित सांस्कृतिक सुदृढ़ता सहित, शिक्षा को औपनिवेशिक प्रभाव से मुक्त करने और हमारी अगली पीढ़ियों में गर्व की गहरी भावना पैदा करने के लिये अत्यंत आवश्यक है। शिक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा तैयार करने और बाद में पाठ्यक्रम, पाठ्यपुस्तकों और अन्य शिक्षण सामग्री के डिज़ाइन के लिये एक ऑनलाइन सार्वजनिक परामर्श सर्वेक्षण के माध्यम से जनता के सुझाव आमंत्रित किये हैं। भारत सरकार ने 29 जुलाई, 2020 को NEP, 2020 की घोषणा की, जो राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा विकसित करते हुए शिक्षा प्रणाली की गुणवत्ता में सुधार की सिफारिश करती है। ज़िला परामर्श समितियों, राज्य-केंद्रित समूहों और राज्य संचालन समिति, राष्ट्रीय केंद्रित समूहों, राष्ट्रीय संचालन समिति आदि के गठन के माध्यम से राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा की प्रक्रिया शुरूआत की गई है।