विविध
Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 17 अगस्त, 2020
- 17 Aug 2020
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नवरोज़
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पारसी नव वर्ष, नवरोज़ पर बधाई देते हुए कहा कि भारत, पारसी समुदाय के असाधारण योगदान की सराहना करता है, जिन्होंने व्यापक क्षेत्रों में अपनी पहचान बनाई है। फारसी में ‘नव’ का अर्थ ‘नया’ होता है और ‘रोज़’ का अर्थ ‘दिन’ से होता है। ध्यातव्य है कि पूरी दुनिया का पारसी समुदाय नवरोज़ त्योहार को मार्च माह के आस-पास मनाता है, जबकि भारत और पाकिस्तान के पारसी समुदाय से संबंधित लोग इस त्योहार को अगस्त के माह में मानते हैं। इसका मुख्य कारण है कि भारत में रहने वाला पारसी समुदाय ‘शहंशाही कैलेंडर’ (Shahenshahi Calendar) को मानता है, जबकि शेष विश्व का पारसी समुदाय ‘ईरानी कैलेंडर’ को मानता है। शहंशाही कैलेंडर में लीप इयर को नहीं माना जाता, जिसके कारण इसमें ईरानी कैलेंडर की अपेक्षा नवरोज़ त्योहार लगभग 200 दिन बाद आता है। ‘शहंशाही कैलेंडर’ के निर्माण का श्रेय फारसी राजा जमशेद को दिया जाता है, जिसके कारण नवरोज़ त्योहार को जमशेद-ए-नवरोज़ के नाम से भी जाना जाता है। भारत में नवरोज़ त्योहार सबसे अधिक महाराष्ट्र और गुजरात में मनाया जाता हैं, क्योंकि भारत में इन क्षेत्रों में पारसियों की सबसे अधिक आबादी पाई जाती है।
अटल बिहारी वाजपेयी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि भारत की प्रगति की दिशा में उनकी असाधारण सेवा और प्रयासों को देश हमेशा याद रखेगा।’ भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर, 1924 को मध्यप्रदेश के ग्वालियर में हुआ था। जनता के बीच खासे लोकप्रिय अटल बिहारी वाजपेयी अपनी राजनीतिक प्रतिबद्धता के लिये जाने जाते थे। अटल बिहारी वाजपेयी अपने छात्र जीवन के दौरान सर्वप्रथम राष्ट्रवादी राजनीति में तब सामने आए जब उन्होंने वर्ष 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन में हिस्सा लिया। वह राजनीति विज्ञान और विधि के छात्र थे और कॉलेज के दिनों में ही उनकी रुचि विदेशी मामलों में काफी अधिक थी, यही कारण है कि बाद में उन्होंने विभिन्न बहुपक्षीय और द्विपक्षीय मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्त्व कर अपने कौशल का परिचय दिया। वर्ष 1947 में वाजपेयी जी ने एक पत्रकार के तौर पर अपने कैरियर की शुरुआत की और वर्ष 1951 में वे भारतीय जन संघ (Bharatiya Jana Sangh) में शामिल हो गए। चुनावी राजनीति में उनकी यात्रा वर्ष 1957 में शुरू हुई, जब उन्होंने तीन सीटों से लोकसभा चुनाव लड़ा और उत्तर प्रदेश के बलरामपुर निर्वाचन क्षेत्र से चुने गए। दीनदयाल उपाध्याय की मृत्यु के बाद वर्ष 1968 में वाजपेयी जी को जनसंघ का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया। वाजपेयी जी को प्रधानमंत्री के तौर पर कुल 3 कार्यकाल मिले, वर्ष 1996 में उनका पहला कार्यकाल केवल 13 दिनों तक चला, जिसके बाद वर्ष 1998 से वर्ष 1999 तक वह 13 महीने के लिये प्रधानमंत्री पद पर रहे और अंत में वर्ष 1999 से वर्ष 2004 तक उन्होंने सफलतापूर्वक अपना पाँच वर्षों का कार्यकाल पूरा किया। 16 अगस्त, 2018 को 93 वर्ष की उम्र में उनकी मृत्यु हो गई।
सलाइवाडायरेक्ट परीक्षण
संयुक्त राज्य अमेरिका के खाद्य एवं औषधि प्रशासन (Food and Drug Administration- FDA) ने COVID-19 के लिये एक नए लार-आधारित प्रयोगशाला परीक्षण के आपातकालीन उपयोग को अधिकृत कर दिया है। अमेरिका में इस COVID-19 परीक्षण को सलाइवाडायरेक्ट (SalivaDirect) के नाम से जाना जा रहा है। यह कोरोना वायरस (COVID-19) संक्रमण के लिये एक नया रैपिड डायग्नोस्टिक परीक्षण है, जो मुख्य तौर पर लार (Saliva) के नमूनों का उपयोग करता है। यह नया परीक्षण COVID-19 संक्रमण का पता लगाने के लिये उपयोग की जाने वाले पारंपरिक विधियों की अपेक्षा अधिक सरल और अधिक मितव्ययी है। इस परीक्षण की संवेदनशीलता (Sensitivity) लगभग 93 प्रतिशत है, जब लार के नमूने में वायरस की प्रतियाँ 6-12 प्रति माइक्रोलीटर तक भी है, तो भी यह परीक्षण व्यक्ति में संक्रमण का पता लगा सकता है।
महेंद्र सिंह धोनी और सुरेश रैना
भारत के महानतम खिलाड़ियों में से एक महेंद्र सिंह धोनी और सुरेश रैना ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से सन्यास लेने की घोषणा कर दी है। 7 जुलाई, 1981 को जन्मे महेंद्र सिंह धोनी को विश्व क्रिकेट के इतिहास में सबसे सर्वश्रेष्ठ कप्तान के रूप में पहचाना जाता है, उन्होंने अपने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट कैरियर की शुरुआत वर्ष 2004 में बांग्लादेश के विरुद्ध खेलते हुए की थी, हालाँकि धोनी इस मैच में कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए थे। महेंद्र सिंह धोनी ने अपने लगभग 16 वर्ष के लंबे अंतर्राष्ट्रीय कैरियर में कुल 90 टेस्ट मैच, 350 एकदिवसीय मैच और 98 T-20 मैच खेले, इस दौरान उन्होंने टेस्ट में 4876 रन, एकदिवसीय प्रारूप में 10773 रन और T20 में कुल 1617 बनाए। वहीं 27 नवंबर, 1986 को उत्तर प्रदेश के गाज़ियाबाद में जन्मे सुरेश रैना ने अपने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत वर्ष 2005 में श्रीलंका के विरुद्ध खेलते हुए की थी, सुरेश रैना ने अपने लगभग 15 वर्ष के लंबे अंतर्राष्ट्रीय कैरियर में कुल 18 टेस्ट मैच, 226 एकदिवसीय मैच और 78 T20 मैच खेले, इस दौरान उन्होंने टेस्ट में 768 रन, एकदिवसीय प्रारूप में 5615 रन और T20 में कुल 1604 बनाए। सुरेश रैना एक अच्छे बल्लेबाज़ के साथ एक गेंदबाज़ भी हैं।