Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 16 सितंबर, 2020 | 16 Sep 2020
अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस
प्रत्येक वर्ष 15 सितंबर को विश्व भर में अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस (International Day of Democracy) के रूप में मनाया जाता है। यह दिवस आम जनमानस को विश्व भर में लोकतंत्र की स्थिति की समीक्षा करने का अवसर प्रदान करता है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार लोकतंत्र समावेश, समान व्यवहार और भागीदारी पर बनाया गया है और केवल अंतर्राष्ट्रीय समुदाय, राष्ट्रीय शासी निकाय, नागरिक समाज और आम व्यक्तियों की पूर्ण भादीगारी के माध्यम से ही जीवंत लोकतंत्र का निर्माण किया जा सकता है। इस दृष्टि से स्वतंत्रता के मूल्य, मानव अधिकारों के लिये सम्मान और सार्वभौमिक मताधिकार के आधार पर चुनाव कराना आदि लोकतंत्र के आवश्यक तत्त्व हैं। यह दिवस वर्ष 2007 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा पारित एक प्रस्ताव के माध्यम से विभिन्न देशों की सरकारों को अपने देश में लोकतंत्र को मज़बूत और समेकित करने के लिये प्रोत्साहित करने हेतु स्थापित किया गया था, इसके पश्चात् वर्ष 2008 में पहली बार अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस मनाया गया था। वर्ष 2020 के लिये इस दिवस की थीम ‘COVID-19- ए स्पॉटलाइट ऑन डेमोक्रेसी’ (COVID-19: A Spotlight on Democracy) रखी गई है।
आयुर्वेद शिक्षण और अनुसंधान संस्थान विधेयक, 2020
आयुर्वेद के क्षेत्र में शोध और अनुसंधान को बढ़ावा देने तथा मौजूदा बाधाओं को समाप्त करने के उद्देश्य से हाल ही में राज्यसभा ने आयुर्वेद शिक्षण और अनुसंधान संस्थान विधेयक, 2020 पारित किया है। इस विधेयक में गुजरात के जामनगर में स्थित आयुर्वेद के तीन संस्थानों का एक ही संस्थान में विलय कर आयुर्वेद शिक्षण और अनुसंधान संस्थान की स्थापना करने और इस नए संस्थान को राष्ट्रीय महत्त्व के संस्थान का दर्जा देने का प्रस्ताव किया गया है। इन संस्थानों में आयुर्वेद शिक्षण और अनुसंधान स्नातकोत्तर संस्थान, श्रीगुलाब कुनवेर्बा आयुर्वेद महाविद्यालय और भारतीय आयुर्वेद फार्मासयुटिकल्स साइंस संस्थान शामिल हैं। इस अवसर पर सदन को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि ‘केंद्र सरकार आयुर्वेद समेत तमाम प्राचीन चिकित्सा पद्धति को बढ़ावा देने के लिये प्रतिबद्ध है। इसी के मद्देनज़र आयुष मंत्रालय ने देश भर के सभी राष्ट्रीय संस्थानों को डीम्ड विश्वविद्यालय का दर्जा देने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।
हरिवंश नारायण सिंह
हाल ही में आयोजित चुनावों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के उम्मीदवार हरिवंश नारायण सिंह को एक बार पुनः राज्यसभा के उपसभापति के तौर पर चुन लिया गया है, इस पद पर यह उनका दूसरा कार्यकाल होगा। 30 जून, 1956 को जन्मे हरिवंश नारायण सिंह ने अगस्त 2018 में राज्यसभा के उपसभापति के तौर पर अपने पहले कार्यकाल की शुरुआत की थी, जो कि अप्रैल 2020 में समाप्त हुआ था। नियमों के अनुसार, उपसभापति ऊपरी सदन का पीठासीन अधिकारी होता है और राज्यसभा द्वारा अपने सदस्यों में से किसी एक को उपसभापति के रूप में चुना जाता है। सभापति का पद खाली रहने अथवा सभापति की अनुपस्थिति में उपसभापति, सभापति के रूप में कार्य करता है और उसमें सभापति की सभी शक्तियाँ निहित हो जाती हैं।
विश्व ओज़ोन दिवस
प्रत्येक वर्ष 16 सितंबर को विश्व ओज़ोन दिवस (World Ozone Day) के रूप में मनाया जाता है। इस दिवस के आयोजन का मुख्य उद्देश्य ओज़ोन परत में हो रहे क्षरण के बारे में आम लोगों में जागरूक करना और इसे संरक्षित करने के संभावित समाधानों की खोज करना है। ओज़ोन (Ozone-O3) ऑक्सीजन के तीन परमाणुओं से मिलकर बनने वाली एक गैस है जो वायुमंडल में बेहद कम मात्रा में पाई जाती हैं। ओज़ोन गैस समतापमंडल (Stratosphere) में अत्यंत पतली एवं पारदर्शी परत के रूप में पाई जाती है। यह वायुमंडल में मौज़ूद समस्त ओज़ोन का कुल 90 प्रतिशत है। इसे ही ओज़ोन परत के नाम से जाना जाता है और यह परत पृथ्वी को सूरज की सबसे हानिकारक पराबैंगनी विकिरण (UV) से बचाती है। गौरतलब है कि 19 दिसंबर, 1994 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने वर्ष 1987 में 16 सितंबर के दिन मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल (Montreal Protocol) पर हस्ताक्षर किये जाने के उपलक्ष्य में विश्व ओज़ोन दिवस मनाने की घोषणा की थी। मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल का उद्देश्य ओज़ोन परत की क्षरण के लिये उत्तरदायी पदार्थों के उत्पादन को कम करके ओज़ोन परत का संरक्षण सुनिश्चित करना है।