विविध
Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 16 अक्तूबर, 2021
- 16 Oct 2021
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डॉ. अब्दुल कलाम
15 अक्तूबर, 2021 को देश भर में पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की जयंती मनाई गई। डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्तूबर, 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुआ था। उन्होंने वर्ष 2002 से वर्ष 2007 तक भारत के 11वें राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया। वे न केवल एक सुविख्यात एयरोस्पेस वैज्ञानिक थे, बल्कि महान शिक्षक भी थे, जिन्होंने रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) तथा भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के साथ काम किया था। डॉ. कलाम वर्ष 1962 में ‘इसरो’ से जुड़े और वहाँ उन्हें प्रोजेक्ट डायरेक्टर के तौर पर भारत का पहला स्वदेशी उपग्रह (SLV- lll) प्रक्षेपास्त्र बनाने का श्रेय हासिल हुआ। डॉ. कलाम भारत के मिसाइल कार्यक्रम के जनक माने जाते हैं। डॉ. कलाम ने अपने ‘सादा जीवन, उच्च विचार’ के दर्शन से भारत समेत दुनिया भर के लाखों युवाओं को प्रेरित किया है। संयुक्त राष्ट्र (UN) ने डॉ. कलाम के जन्म दिवस को चिह्नित करते हुए वर्ष 2010 में 15 अक्तूबर को ‘विश्व छात्र दिवस’ के रूप में नामित किया था। डॉ. कलाम की उपलब्धियों को इस बात से समझा जा सकता है कि उन्हें भारत एवं विदेशों के 48 विश्वविद्यालयों और संस्थानों द्वारा डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया था। उन्होंने वर्ष 1992 से वर्ष 1999 तक प्रधानमंत्री के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार के रूप में भी कार्य किया। डॉ. कलाम को वर्ष 1981 में पद्म भूषण, वर्ष 1990 में पद्म विभूषण और वर्ष 1997 में ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया गया।
युद्ध अभ्यास 2021
भारत और अमेरिका के बीच जारी रक्षा सहयोग के हिस्से के रूप में 15 अक्तूबर से 29 अक्तूबर, 2021 के बीच अलास्का (अमेरिका) स्थित संयुक्त बेस एल्मेंडॉर्फ रिचर्डसन में सैन्य प्रशिक्षण अभ्यास ‘युद्ध अभ्यास 2021’ (Yudh Abhyas 2021) का आयोजन किया जा रहा है। भारत की ओर से इसमें हिस्सा ले रहे दल में इन्फैंट्री बटालियन के 350 कर्मी शामिल हैं। गौरतलब है कि ‘युद्ध अभ्यास’ भारत और अमेरिका के बीच सबसे बड़ा संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण और रक्षा सहयोग है। यह संयुक्त अभ्यास का 17वाँ संस्करण होगा, जिसे दोनों देशों के बीच बारी-बारी से आयोजित किया जाता है। इस अभ्यास का पिछला संस्करण फरवरी 2021 में राजस्थान के बीकानेर में ‘महाजन फील्ड फायरिंग रेंज’ में आयोजित किया गया था। यह अभ्यास दोनों देशों के बीच बढ़ते सैन्य सहयोग में एक और महत्त्वपूर्ण कदम है। इस अभ्यास का उद्देश्य दोनों सेनाओं के बीच समझ, सहयोग और अंतर-संचालन को बढ़ाना है।
विश्व मानक दिवस
प्रतिवर्ष 14 अक्तूबर को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ‘विश्व मानक दिवस’ का आयोजन किया जाता है। इस दिवस का उद्देश्य उपभोक्ताओं, नियामकों और उद्योग के बीच वैश्विक अर्थव्यवस्था के मानकीकरण के महत्त्व के बारे में जागरूकता पैदा करना है। यह दिवस वर्ष 1956 में लंदन में 25 देशों के प्रतिनिधियों की पहली बैठक को चिह्नित करता है, जिन्होंने मानकीकरण की सुविधा हेतु एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन के निर्माण का निर्णय लिया था। इस दिवस का आयोजन पहली बार वर्ष 1970 में किया गया था। यह दिवस उन हज़ारों विशेषज्ञों के प्रयासों का सम्मान करता है, जिन्होंने वैश्विक स्तर पर मानकों के विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा की। ज्ञात हो कि भारत में मानकीकरण गतिविधियों के सामंजस्यपूर्ण विकास के उद्देश्य से वर्ष 1947 में भारतीय मानक संस्थान की स्थापना की गई थी। भारतीय मानक संस्थान को भारतीय मानक ब्यूरो अधिनियम 1986 के माध्यम से भारतीय मानक ब्यूरो में रूपांतरित कर दिया गया। यह उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के अंतर्गत कार्य करता है।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद
हाल ही में भारत को वर्ष 2022-24 के कार्यकाल के लिये ‘संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद’ (UNHRC) हेतु एक बार पुनः चुन लिया गया है। ध्यातव्य है कि भारत के साथ अमेरिका समेत कुल 18 देशों का चयन किया गया है। ट्रम्प प्रशासन द्वारा 47 सदस्यीय इस निकाय को छोड़ने के तीन वर्ष से अधिक समय बाद पहली बार अमेरिका इस समूह में शामिल हुआ है। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद, संयुक्त राष्ट्र के अंग के रूप में कार्यरत एक अंतर-सरकारी निकाय है, जिसकी स्थापना वर्ष 2006 में हुई थी। इसका मुख्यालय जिनेवा, स्विट्ज़रलैंड में स्थित है। सदस्यों का चुनाव तीन वर्षों की अवधि के लिये किया जाता है, जिसमें अधिकतम दो कार्यकाल लगातार हो सकते हैं। UNHRC में 5 समूहों से क्षेत्रीय समूह के आधार पर 47 सदस्य चुने जाते हैं। परिषद का प्राथमिक उद्देश्य दुनिया भर में मानवाधिकारों का प्रचार करना और उनकी रक्षा करना, साथ ही कथित मानवाधिकारों के उल्लंघन की जाँच करना है।