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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 16 दिसंबर, 2021

  • 16 Dec 2021
  • 5 min read

विजय दिवस

वर्ष 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की विजय की स्मृति में प्रतिवर्ष 16 दिसंबर को विजय दिवस मनाया जाता है। भारत सरकार ने 3 दिसंबर, 1971 को बंगाली मुसलमानों और हिंदुओं की रक्षा के लिये पाकिस्तान के साथ युद्ध लड़ने का निर्णय लिया। यह युद्ध भारत और पाकिस्तान के मध्य 13 दिनों तक लड़ा गया था। 16 दिसंबर, 1971 को पाकिस्तानी सेना के प्रमुख ने 93,000 सैनिकों के साथ  ढाका में भारतीय सेना जिसमें मुक्ति वाहिनी भी शामिल थी, के सामने बिना शर्त आत्मसमर्पण कर दिया था। मुक्ति वाहिनी उन सशस्त्र संगठनों को संदर्भित करती है जो बांग्लादेश मुक्ति युद्ध के दौरान पाकिस्तान सेना के विरुद्ध लड़े थे। इसी दिन बांग्लादेश की उत्पत्ति हुई थी। इसलिये बांग्लादेश प्रत्येक वर्ष 16 दिसंबर को स्वतंत्रता दिवस (बिजोय डिबोस) मनाता है। 

सोलर हमाम

स्थानीय रूप से डिज़ाइन किया गया ‘सोलर हमाम’ नामक ब्रांडेड हीटिंग सिस्टम को लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में प्रयोग किया जा रहा है। ‘सोलर हमाम’ का उद्देश्य पर्वतीय क्षेत्रों के घरों में स्वच्छ ऊर्जा पहुँचाना है। यह जंगलों को संरक्षित करने, महिलाओं को ईंधन इकट्ठा करने से मुक्त करने और कार्बन उत्सर्जन को कम करने का प्रयास करता है। इस तकनीक का विकास काफी महत्त्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि पहाड़ों पर रहने वाले परिवार ईंधन, चारा, स्वास्थ्य, पोषण, कृषि, आजीविका और रोज़गार के लिये प्रायः प्राकृतिक संसाधनों पर निर्भर रहते हैं। इस तकनीक के प्रोटोटाइप को सर्वप्रथम वर्ष 2008 में विकसित किया गया था। हिमाचल प्रदेश, लद्दाख और उत्तराखंड में अब तक 1,200 सोलर हमाम सिस्टम स्थापित किये जा चुके हैं। ‘सोलर हमाम’ तकनीक को वर्ष 2016-17 के लिये ‘हिमाचल प्रदेश स्टेट इनोवेशन अवार्ड’ प्रदान किया गया था।

‘स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया’ अवार्ड्स

हाल ही में ‘स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया’ (SJFI) ने अपनी वार्षिक बैठक में विश्व प्रसिद्ध क्रिकेटर ‘सुनील गावस्कर’ को प्रतिष्ठित ‘एसजेएफआई पदक’ प्रदान करने का फैसला किया है। टोक्यो ओलंपिक में भारत का एकमात्र स्वर्ण पदक जीतने वाले नीरज चोपड़ा को ‘एसजेएफआई स्पोर्ट्समैन ऑफ द ईयर’ के रूप में चुना गया, जबकि भारोत्तोलक मीराबाई चानू, जिन्होंने रजत पदक जीता था, को ‘स्पोर्ट्सवीमेन ऑफ द ईयर’ चुना गया। वहीं टोक्यो में 40 वर्षों बाद कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय पुरुष टीम को ‘टीम ऑफ द ईयर’ घोषित किया गया। 

‘माल्टा’ में भाँग के प्रयोग को वैधता

‘माल्टा’, व्यक्तिगत उपयोग के लिये भाँग की खेती और उपयोग को वैध बनाने वाला पहला यूरोपीय देश बन जाएगा। यूरोपीयाई देश ‘माल्टा’ में लागू नए नियमों के मुताबिक, 18 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों के लिये सात ग्राम तक भाँग वैध होगी तथा नागरिकों को घर पर चार भाँग के पौधों को उगाने की अनुमति होगी, जिसमें सूखे उत्पाद का 50 ग्राम तक भंडारण किया जा सकता है। यूरोपीय संघ के सबसे छोटे सदस्य देश ‘माल्टा’ के इस कदम के बाद आने वाले समय में यूरोप के अन्य देश भी इस प्रकार के कदम उठा सकते हैं। ज्ञात हो कि स्विट्ज़रलैंड, लक्ज़मबर्ग और नीदरलैंड की घोषणा के बाद जर्मनी ने भी हाल ही में भाँग को लेकर एक कानूनी रूप से विनियमित बाज़ार स्थापित करने की घोषणा की है। इस संबंध में इटली में एक जनमत संग्रह की योजना बनाई गई है, जबकि कनाडा, मैक्सिको और 18 अमेरिकी राज्यों ने पहले ही इसी तरह के कानून लागू कर दिये हैं।

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