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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 16 अगस्त, 2022
- 16 Aug 2022
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एक ज़िला-एक उत्पाद उपहार सूची
हाल ही में वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने नई दिल्ली में एक ज़िला-एक उत्पाद उपहार सूची का डिजिटल संस्करण जारी किया। वाणिज्य भवन में निर्यात संवर्धन परिषद और उद्योग संघों की बैठक में वाणिज्य मंत्री ने कहा कि एक ज़िला एक उत्पाद - उपहार सूची देश के सभी ज़िलों की क्षमता उज़ागर करने की दिशा में एक कदम है और इससे देश के विविध स्वदेशी उत्पादों को वैश्विक मान्यता मिलेगी। श्री गोयल ने सभी संबंधित मंत्रालयों, उद्योग संघों और निर्यात संवर्धन परिषदों से डिज़ाइन और ब्राण्डिंग को बढ़ावा देने के लिये कैटलॉग के माध्यम से उत्पादों का उपयोग करने का अनुरोध किया। वाणिज्य मंत्री ने कहा कि कैटलॉग से उत्पादों का उपयोग अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में स्थानीय उत्पादों की ब्राण्ड इमेज को बढ़ावा देगा। उन्होंने कहा कि इससे मेक इन इंडिया और मेक फॉर वर्ल्ड दृष्टिकोण को बढ़ावा मिल रहा है। एक ज़िला-एक उत्पाद उपहार सूची में विभिन्न प्रकार के इत्र-सुगंध और तेल, भारतीय मदिरा, गृह सज्ज़ा उत्पाद तथा रेशम और शॉल सहित कई अन्य उत्पाद शामिल हैं।
डूरंड कप
डूरंड कप फुटबॉल टूर्नामेंट का 131वाँ सत्र 16 अगस्त, 2022 से शुरू होगा। टूर्नामेंट में 20 टीमें शामिल होंगी, सभी को पाँच-पाँच टीमों के चार समूहों में बाँटा गया है। डूरंड कप का आयोजन पहली बार पश्चिम बंगाल, असम और मणिपुर के कई शहरों में किया जाएगा। दुनिया का तीसरा सबसे पुराना और एशिया का सबसे पुराना फुटबॉल टूर्नामेंट डूरंड कप पहली बार वर्ष 1888 में डगशाई (हिमाचल प्रदेश) में आयोजित किया गया था और इसका नाम मोर्टिमर डूरंड के नाम पर रखा गया था, जो उस समय भारत के प्रभारी विदेश सचिव थे। टूर्नामेंट शुरू में ब्रिटिश सैनिकों के बीच स्वास्थ्य और फिटनेस को बनाए रखने का सचेत तरीका था, लेकिन बाद में इसे नागरिकों हेतु खोल दिया गया और वर्तमान में यह दुनिया के प्रमुख खेल आयोजनों में से एक है। मोहन बागान और ईस्ट बंगाल डूरंड कप के इतिहास में सबसे सफल टीमें हैं जिन्होंने इसे सोलह बार जीता है।
विश्व अंगदान दिवस
प्रत्येक वर्ष 13 अगस्त को विश्व भर में विश्व अंगदान दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिवस अंग दान के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से मनाया जाता है। इसके अलावा भारत में प्रत्येक वर्ष 27 नवंबर को “राष्ट्रीय अंगदान दिवस” मनाया जाता है। यह अंग दान के मिथकों को दूर करने के लिये यह दिन मनाया जाता है। लोगों को मृत्यु के बाद अपने स्वस्थ अंगों को दान करने के लिये प्रोत्साहित करना चाहता है इससे अधिक लोगों की जान बच सकती है। इसका उद्देश्य लोगों को यह महसूस करने में मदद करना है कि स्वस्थ अंगों की अनुपलब्धता के कारण बहुत से लोग अपनी जान गंँवा देते हैं। इस प्रकार स्वेच्छा से अपने स्वस्थ अंगों को दान करने से कई लोगों का जीवन बदल सकता है। वर्ष 1953 में पेरिस में जीन हैम्बर्गर द्वारा मानव किडनी का पहला अस्थायी रूप से सफल प्रत्यारोपण किया गया था। माँ से 16 वर्ष के बच्चे में किडनी प्रत्यारोपित की गई थी। हालाँकि पहला दीर्घकालिक सफल गुर्दा प्रत्यारोपण वर्ष 1954 में अमेरिका में किया गया था। डॉक्टर जोसेफ मरे द्वारा यह सफल प्रत्यारोपण किया गया। इसके लिये डॉक्टर को वर्ष 1990 में “फिजियोलॉजी और मेडिसिन के लिये नोबेल पुरस्कार” मिला था।