विविध
Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 16 अप्रैल, 2022
- 16 Apr 2022
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विश्व चगास रोग दिवस
विश्व चगास रोग दिवस प्रतिवर्ष 14 अप्रैल को मनाया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा 14 अप्रैल, 2020 को पहली बार विश्व चगास रोग दिवस (World Chagas Disease Day) मनाया गया। गौरतलब है कि 72वीं विश्व स्वास्थ्य सभा ने 24 मई, 2019 को चगास रोग दिवस के पदनाम को मंज़ूरी दी थी। इस दिवस का उद्देश्य चगास रोग के बारे में जागरूकता फैलाना है। यह बीमारी धीरे-धीरे फैलती है और मुख्य रूप से उन गरीब लोगों को प्रभावित करती है जिनके पास उचित स्वास्थ्य देखभाल की कमी होती है। इसलिये इसे साइलेंट एवं साइलेंस्ड (Silent And Silenced) बीमारी भी कहा जाता है। इस बीमारी का ‘चगास’ नाम डॉ कार्लोस रिबेइरो जस्टिनिआनो चगास (Dr Carlos Ribeiro Justiniano Chagas) के नाम से लिया गया है, जिन्होंने 14 अप्रैल, 1909 को ब्राज़ील में इस बीमारी के पहले रोगी का निदान किया था। यह एक संक्रामक रोग है जो ट्रायटोमिन में मौजूद प्रोटोजन पैरासाइट से होता है किंतु यह सर्दी एवं फ्लू की तरह संक्रामक रोग नहीं है अर्थात् यह एक व्यक्ति से दूसरे में नहीं पहुँचता है।
सियाचिन दिवस
भारतीय सेना प्रतिवर्ष 13 अप्रैल को ‘सियाचिन दिवस’ का आयोजन करती है। यह दिवस ‘ऑपरेशन मेघदूत’ के तहत भारतीय सेना के साहस की स्मृति को चिह्नित करता है। यह दिवस दुश्मन से अपनी मातृभूमि की सेवा करने वाले सियाचिन योद्धाओं की याद में मनाया जाता है। भारतीय सेना के ‘हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल’ (HAWS) के कमांडेंट कर्नल नरेंद्र कुमार ने वर्ष 1977 में कुछ सैन्य अभियानों की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य काराकोरम दर्रे के आसपास के क्षेत्र को नियंत्रित करने की पाकिस्तानी योजना के विषय में पता लगाना था। गौरतलब है कि इसी बीच पाकिस्तान ने इस क्षेत्र को अपने नागरिकों द्वारा पर्वतारोहण अभियानों के लिये खोल दिया और वह सैन्य नियंत्रण हासिल करने हेतु आगे की ओर बढ़ने लगा। इन्हीं परिस्थितियों में 13 अप्रैल, 1984 को 'ऑपरेशन मेघदूत' की शुरुआत की गई। इस अभियान के परिणामस्वरूप भारतीय सेना ने साल्टोरो रिज, सिया ला और बिलाफोंड ला के मुख्य दर्रों पर नियंत्रण हासिल कर लिया। ज्ञात हो कि सियाचिन ग्लेशियर पृथ्वी पर सबसे ऊँचा युद्ध का मैदान है, जहाँ भारत-पाकिस्तान वर्ष 1984 के बाद से समय-समय पर लड़ते रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र आर्थिक एवं सामाजिक परिषद
भारत को संयुक्त राष्ट्र आर्थिक एवं सामाजिक परिषद के चार प्रमुख निकायों के लिये चुना गया है, जिसमें विकास हेतु विज्ञान और प्रौद्योगिकी आयोग भी शामिल है। आर्थिक एवं सामाजिक परिषद (ECOSOC) वर्ष 1945 में संयुक्त राष्ट्र चार्टर द्वारा स्थापित संयुक्त राष्ट्र प्रणाली के छह प्रमुख अंगों में से एक है। इसमें महासभा द्वारा चुने गए संयुक्त राष्ट्र के 54 सदस्य भी शामिल हैं। यह सतत् विकास पर वार्ता एवं अभिनव विचार-विमर्श के लिये संयुक्त राष्ट्र का केंद्रीय मंच है। यह संयुक्त राष्ट्र की 14 विशिष्ट एजेंसियों, दस कार्यात्मक आयोगों और पाँच क्षेत्रीय आयोगों के कार्यों का समन्वय करता है, नौ संयुक्त राष्ट्र निधियों और कार्यक्रमों से रिपोर्ट प्राप्त करता है तथा संयुक्त राष्ट्र प्रणाली व सदस्य राज्यों के लिये नीतिगत सिफारिशें जारी करता है।
‘समानता दिवस’
तमिलनाडु ने बी.आर. अंबेडकर जयंती को प्रत्येक वर्ष ‘समानता दिवस’ के रूप में मनाने की घोषणा की। चेन्नई में अंबेडकर स्मारक में बाबा साहब की एक पूर्ण आकार की कांस्य प्रतिमा स्थापित की जाएगी। साथ ही अंबेडकर के बारे में कुछ चुनिंदा पुस्तकों का तमिल में अनुवाद करने के बाद उन्हें प्रकाशित किया जाएगा। 17 सितंबर को पेरियार की जयंती को तमिलनाडु सरकार द्वारा पहले ही सामाजिक न्याय दिवस घोषित किया जा चुका है। 14 अप्रैल, 1891 को जन्मे बाबा साहब भीमराव अंबेडकर एक भारतीय विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और समाज सुधारक थे। उन्होंने अछूतों (दलितों) के प्रति सामाजिक भेदभाव के खिलाफ अभियान चलाया और महिलाओं एवं श्रमिकों के अधिकारों का समर्थन किया। 6 दिसंबर, 1956 को उनका निधन हो गया। वर्ष 1990 में बाबा साहब को भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।