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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 15 मार्च, 2021

  • 15 Mar 2021
  • 6 min read

चेमनचेरी कुनिरामन नायर

15 मार्च, 2021 को जाने माने कथकली कलाकार चेमनचेरी कुनिरामन नायर का केरल के कोझिकोड में निधन हो गया। 105 वर्षीय नायर‍ अपनी नृत्य मुद्रा और गरिमापूर्ण कला की वजह से कई दशकों तक कथकली प्रेमियों के बीच आकर्षण का केंद्र बने रहे। कथकली विधा में महत्त्वपूर्ण योगदान के लिये वर्ष 2017 में श्री नायर को पद्मश्री पुरस्कार से भी नवाज़ा गया था। इसके अलावा उनकी अद्भुत प्रतिभा के लिये उन्हें केरल संगीत नाटक अकादमी और केरल कलामंडलम पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था। 16 जून, 1916 को केरल में जन्मे, कुनिरामन नायर ने वर्ष 1930 में कीजपेपुर कुनियिल परदेवता मंदिर में अपना पहला नृत्य प्रदर्शन किया था। केरल के प्राचीन नृत्य नाटक कथकली के साथ कुनिरामन नायर की यात्रा की शुरुआत 14 वर्ष की उम्र में तब शुरू हुई, जब उन्होंने गुरु करुणाकरण मेनन द्वारा संचालित कथकली मंडली में शामिल होने के लिये अपना घर छोड़ दिया था। वर्षों के अभ्यास और कड़ी मेहनत के बाद 1945 में उन्होंने भारतीय नाट्यकलाम की स्थापना की, जो पूरे केरल में नृत्य का पहला स्कूल था। कथकली, भारतीय शास्त्रीय नृत्य की एक महत्त्वपूर्ण शैली है। यह दक्षिण भारतीय राज्य केरल में उद्गमित एक नृत्य नाटक कला है। 

मिताली राज

हाल ही में मिताली राज अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों में 10,000 रन बनाने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बन गई हैं। मिताली राज ने दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध चल रही एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सीरीज़ में यह महत्त्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। मिताली राज अब ऐसी दूसरी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर हैं, जिन्होंने क्रिकेट के सभी प्रारूपों में 10,000 रन बनाए हैं। इंग्लैंड की चार्लोट एडवर्ड्स अब तक एकमात्र ऐसी महिला क्रिकेटर थीं, जिन्होंने यह महत्त्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की थी। 3 दिसंबर, 1982 को जोधपुर राजस्थान में जन्मी मिताली राज ने जून 1999 में एकदिवसीय मैच में आयरलैंड के विरुद्ध अपने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट कॅरियर की शुरुआत की। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कुल 212 एकदिवसीय मैच खेले हैं और कुल 7 शतक तथा 54 अर्द्ध-शतक लगाए हैं। ज्ञात हो कि मिताली राज टेस्ट क्रिकेट और एकदिवसीय मैचों में भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तानी करती हैं। 

‘आत्मनिर्भर निवेशक मित्र’ पोर्टल

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने हाल ही में निवेशकों को डिजिटल सुविधा प्रदान करने के लिये एक समर्पित पोर्टल स्थापित करने की घोषणा की है। ‘आत्मनिर्भर निवेशक मित्र’ नामक इस पोर्टल का उद्देश्य घरेलू निवेशकों को आवश्यक समर्थन, मार्गदर्शन और सूचना प्रदान करना है। इस पोर्टल को वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के तहत ‘उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग’ (DPIIT) द्वारा अंतिम रूप दिया जा रहा है। इस पोर्टल के तहत ’इन्वेस्ट इंडिया’ में एक समर्पित डिजिटल निवेश प्रोत्साहन और सुविधा टीम स्थापित की जाएगी तथा यह घरेलू निवेशकों को ‘इन्वेस्ट इंडिया’ के विशेषज्ञों के साथ वार्ता करने की सुविधा प्रदान करेगा, जिससे वे निवेश संबंधी मुद्दों पर चर्चा कर सकेंगे। यह पोर्टल निवेशकों को केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों एवं नई पहलों के बारे में दैनिक रूप से अपडेट करेगा। इस पोर्टल को ‘इन्वेस्ट इंडिया’ के तहत शुरू किया गया है, जिसे वर्ष 2009 में ‘उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग’ के तहत एक गैर-लाभकारी उपक्रम के रूप में स्थापित किया गया था।

इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में प्रवेश की योग्यता में बदलाव

अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) ने इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों की प्रवेश-स्तरीय योग्यता में बदलाव करते हुए इच्छुक उम्मीदवारों के लिये फिज़िक्स, रसायन विज्ञान और गणित (PCM) की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया है। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) द्वारा की गई घोषणा के मुताबिक, अब छात्रों को स्नातक स्तर पर इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में प्रवेश पाने के लिये स्कूल में अनिवार्य रूप से इन विषयों का अध्ययन नहीं करना पड़ेगा। ज्ञात हो कि इससे पूर्व नियमों के मुताबिक,  फिज़िक्स, रसायन विज्ञान और गणित (PCM) आदि विषय कंप्यूटर विज्ञान और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे अधिकांश इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों के लिये अनिवार्य थे। हालाँकि उपरोक्त नियम राज्य सरकार और इंजीनियरिंग स्कूलों के लिये बाध्यकारी नहीं हैं। नए मानदंडों के तहत एक उम्मीदवार से कुल 14 विषयों की सूची में से किसी भी तीन विषयों में कम-से-कम 45 प्रतिशत स्कोर करने की उम्मीद की गई है।

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